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Superstition in shahjahanpur
– फोटो : अमर उजाला
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शाहजहांपुर के तिलहर में पति विशाल की मौत के बाद से ही शीतल की मनोस्थिति बदल गई थी। घर में पूजा-पाठ करने के साथ ही वह कई किलोमीटर नंगे पैर चलकर मंदिर जाती थी। मां संतो को भी यकीन था कि शीतल पर भूत-प्रेत का साया है। अनुष्ठान के दौरान उसने बच्चों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी, इसी वजह से उसने बेटी के साथ मारपीट की थी।
वहीं पड़ोसियों ने अगर सतर्कता न दिखाई होती तो परिवार के साथ कोई बड़ा हादसा हो सकता था। डॉक्टर के मुताबिक, भूख-प्यास से बेहाल बच्चे बेहोश होने लगे थे। एक-दो दिन और बीत जाते तो जान बचाना मुश्किल होता। सुबह करीब नौ बजे संतो के पड़ोसी ने पूर्व सभासद शैलेंद्र शर्मा उर्फ मंटू को जानकारी दी थी।
पूर्व सभासद शैलेंद्र शर्मा मौके पर पहुंचे। दरवाजा अंदर से बंद था। उन्हें भी मकान के अंदर से कोई आहट सुनाई नहीं दी। मोहल्ले के दो युवकों को दीवार फांदकर अंदर भेजा तो मुख्य गेट पर ताला लगा था। बरामदे के अंदर का कमरा भी अंदर से बंद था। अनहोनी की आशंका के बीच पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और दरवाजा भड़भड़ाकर खुलवाने का प्रयास किया। अंदर से जय बाला जी, मां दुर्गा आदि आवाजें आ रहीं थीं। पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया। पुलिस के अनुसार, अंदर शीतल और उसकी मां चौकी पर पूजा-पाठ कर रहीं थीं। वहीं पर संतो के परिवार के अन्य सदस्य बेहोशी की हालत में पड़े थे। महिला पुलिस ने सभी को एंबुलेंस से सीएचसी पर भिजवाया। वहां भी शीतल जोर-जोर से जाप कर रही थी।
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