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रायपुर, 26 फरवरी (भाषा) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र जांच एजेंसियों के जरिये छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेताओं पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। घोटाला।
यहां कांग्रेस के 85वें अधिवेशन के समापन पर जोरा गांव में एक रैली में उन्होंने कहा कि इस तरह के छापे छत्तीसगढ़ के लोगों और उनके अधिकारों पर हमला है।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार केवल अपने “उद्योगपति दोस्तों” को सुनते हुए गरीबों की आवाज को नजरअंदाज कर रही है।
छत्तीसगढ़ की अपनी पहली यात्रा के बारे में बोलते हुए, गांधी ने कहा कि उन्होंने अपनी दादी, पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी से क्षेत्र की परंपरा और संस्कृति के बारे में सुना था, और अब इसे पहली बार देख रही थीं।
उन्होंने कहा, “मैं शनिवार को सिरपुर (महासमुंद जिला) गई और वहां एक बुद्ध विहार और एक शिव मंदिर के साथ-साथ आदिवासी परंपराएं देखीं, जो लोगों के बीच एकता और एकता को दर्शाती हैं, ऐसा कुछ जो संविधान में विश्वास करता है।”
उन्होंने कहा कि संविधान सभी के लिए समानता और समान अधिकार की बात करता है, लेकिन अगर इसे कमजोर किया जाता है तो नेताओं को अन्याय करने का मौका मिल जाता है।
गांधी ने आरोप लगाया कि मीडिया, न्यायपालिका और संसद संविधान की रक्षा करते हैं लेकिन (केंद्र) सरकार मीडिया और न्यायपालिका के साथ-साथ संसद में विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया, ”कांग्रेस महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा चाहती है लेकिन संसद हमारी (कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता राहुल गांधी) आवाजों को रिकॉर्ड पर भी नहीं लेती है.”
राज्य में हाल ही में हुई छापेमारी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ में हमारे नेताओं पर ईडी और आईटी (आयकर विभाग) के छापे पड़ रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि (राज्य) सरकार और मुख्यमंत्री अच्छा काम कर रहे हैं और राज्य को बदनाम किया जा रहा है।” पूरे देश में मॉडल के रूप में देखा जाता है। लेकिन वे (भाजपा) दिखाना चाहते हैं कि (राज्य) सरकार आपके लिए अच्छी नहीं है।
केंद्र जांच एजेंसियों को छत्तीसगढ़ भेज रहा था क्योंकि वे (भाजपा) जानते हैं कि कांग्रेस फिर से जीतने जा रही है। साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस नेताओं पर ईडी का छापा कांग्रेस पार्टी पर नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के लोगों और उनके अधिकारों पर हमला है।”
केंद्र के ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे का मजाक उड़ाते हुए गांधी ने कहा कि देश की वास्तविकता यह है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने ‘मित्र का साथ, मित्र का विकास’ के सिद्धांत पर काम किया।
उन्होंने कहा, “देश में किसान प्रतिदिन 27 रुपये कमा रहे हैं, लेकिन पीएम का एक दोस्त प्रतिदिन 1,600 करोड़ रुपये कमा रहा है। युवा बेरोजगार हैं, लेकिन हवाईअड्डे, बंदरगाह, रेलवे और पीएसयू गौतम अडानी को सौंपे जा रहे हैं।”
संकट में घिरे अरबपति व्यवसायी पर हमला बोलते हुए गांधी ने आरोप लगाया कि पिछले तीन वर्षों में एक लाख से अधिक मजदूरों ने आत्महत्या की है, जबकि अडानी की संपत्ति में 13 गुना वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के सभी नेता अडानी के समर्थन में बोल रहे हैं, जबकि गरीबों की आवाज अनसुनी की जा रही है।
उन्होंने कहा, “वे सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं, लेकिन कृपया वास्तविकता देखें। जो हो रहा है वह मित्र का साथ, मित्र का विकास है।”
(उपरोक्त लेख समाचार एजेंसी पीटीआई से लिया गया है। Zeenews.com ने लेख में कोई संपादकीय परिवर्तन नहीं किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई लेख की सामग्री के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है)
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