अपहरण के बाद बच्चे की हत्या: रहमान को हो गया था शक, बोला था- मुझे कुछ न करना, घर छोड़ दो भइया

0
30

[ad_1]

कानपुर में कैंट के मैकूपुरवा गांव के दस वर्षीय रहमान को सोमवार रात फिरौती के लिए गांव के युवकों ने अगवा कर बरगदिया घाट पर गंगा नदी में डुबोकर मार दिया। शव भी नदी में बहा दिया। बरगदिया घाट पर जब रहमान को ले जाया गया तो उसको कुछ शक हुआ।

वह बार-बार अमित व तेज कुमार से कह रहा था उसको घर छोड़ दो लेकिन इन दोनों की साजिश कुछ और ही थी। जब उसको नदी की तरफ ले जाने लगे तो वह चीखने चिल्लाने लगा। खुद छुड़ाने के लिए छटपटाने लगा मगर आरोपियों का मन नहीं पसीजा। उसको डुबो दिया। तेज कुमार के हाथों पर खरोच के निशान मिले हैं। जो रहमान ने नोचे थे। उसने खुद इन सभी बातों को कबूल किया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले ही तय कर लिया था कि रहमान को मारना है।

उसकी वजह थी कि वह सभी को जानता था। फिरौती लेने के बाद उसकी हत्या करते। चूंकि वह रोने चिल्लाने लगा इसलिए पहले ही मार दिया। आरोपियों ने बताया कि बार-बार रहमान उनको भइया भइया कहकर कहता रहा कि मुझे कुछ न करना।

नशे के लती हैं आरोपी

गिरफ्तार किए गए आरोपी नशे के लती हैं। चारों शराब पीते हैं। कुछ गांजा भी फूंकते हैं। साइको किलर की तरह वारदात को अंजाम दिया। इसके पीछे नशेबाजी भी बड़ी वजह है।

यह भी पढ़ें -  गरजा बुलडोजर : उस्मान के बाद गुलाम ने ही पीछे से उमेश पाल पर बरसाई थीं गोलियां, पांच लाख का इनाम है घोषित

इसलिए रहमान को निशाना बनाया

रहमान के माता-पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। वह लोडर चालक हैं। साथ ही पल्लेदारी का भी काम करते हैं। इसलिए सभी के मन में सवाल था कि आखिर फिरौती वसूलने के लिए उनके ही बेटे को क्यों अगवा किया गया। इस सवाल का जवाब आरोपियों ने दिया। उन्होंने बताया कि रहमान का चाचा चांद है। जिनकी बिस्कुट की फैक्टरी है। उनको यकीन था कि जब फिरौती मांगेंगे तो भतीजे के लिए चांद पैसे देगा। इसलिए रहमान को निशाना बनाया।

मां बोली…मेरे मासूम का क्या कसूर था 

मेरा रहमान बहुत सीधा था। न मेरी किसी से दुश्मनी थी। गांव में ही वह खेलता रहता था। आज वहीं चार लोगों ने उसकी जान ले ली। आखिर मेरे मासूम बच्चे का क्या कसूर था…। ये बातें कहकर रहमान की मां शबनम दहाड़ मारकर रोती बिलखती रहीं। पुलिस ने मंगलवार रात को सबसे पहले रहमान के ताऊ यामीन को थाने बुलाया था। उनके सामने ही आरोपियों से पूछताछ की थी। आरोपियों ने उनके सामने ही वारदात कबूली थी लेकिन वह रहमान के माता-पिता से यह बात बताने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। बुधवार दोपहर तक रहमान के माता-पिता अनजान रहे। आखिर में पुलिस ने उनको पूरी वारदात बताई, जिसके बाद पूरे गांव में मातम पसर गया।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here