अमर उजाला पड़ताल: आगरा आईएसबीटी पर पानी के लिए भटकते हैं यात्री, पेयजल की एक टंकी, प्लांट बंद

0
63

[ad_1]

सार

आईएसबीटी पर रोजाना 12 हजार से ज्यादा यात्रियों का आवागमन होता है। 350 से ज्यादा बसों का संचालन होता है। लेकिन यहां पेयजल के लिए सिर्फ एक टंकी है। जिससे यात्रियों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है। 

ख़बर सुनें

आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) पर रोजाना 12 हजार से ज्यादा यात्रियों का आवागमन होता है। 350 से ज्यादा बसों का संचालन होता है। बृहस्पतिवार को अमर उजाला की टीम ने बस स्टैंड की पड़ताल की तो भीषण गर्मी में पेयजल संकट से यात्रियों को जूझते पाया। यहां यात्रियों के साथ ही बसों के चालक, परिचालक भी ठंडे पानी के लिए हाथ में बोतल लिए भटकते हुए नजर आए। यहां पर सिर्फ एक ही सादा पानी की टंकी है।

न एक भी हैंडपंप है न प्याऊ

आईएसबीटी के 52,500 वर्ग गज क्षेत्रफल में फैले बस स्टैंड परिसर में न एक भी हैंडपंप है न प्याऊ। सस्ते आरओ की मशीन भी बंद पड़ी है। बरेली, बदायूं समेत बाहर से आने वाले यात्री पीने के पानी की तलाश करते हैं। बस स्टैंड के अंदरुनी हिस्से में शौचालय के पास पीने के पानी की 500 मीटर की टंकी लगी हुई है, जिसमें यात्री सादा पानी ले सकता है। 

यहां एक आरओ भी लगाया गया है मगर पानी ठंडा नहीं है। आसपास की दुकानें बंद पड़ी हैं। गेट पर एक दुकान पर पानी की बोतलें उपलब्ध हैं। एक पुराना प्याऊ बंद पड़ा है, जबकि आरओ का सस्ता पानी देने वाली मशीन भी बंद पड़ी है। 

सस्ते आरओ की मशीन भी बंद

नोएडा से आई बस से उतरे यात्री रितेश ने बताया कि वह पानी की बोतल लेकर उतरे तो बस स्टैंड परिसर में हैंडपंप और प्याऊ नजर नहीं आया। आरओ प्लांट भी बंद था। यहां बैठी मेडिकल टीम से पूछा तो उन्होंने पीछे की ओर इशारा कर दिया। बस स्टैंड पर पीछे की ओर बने सार्वजनिक शौचालय के पास ही पीने के पानी की एक टंकी लगी हुई थी, इसमें भी पानी ठंडा नहीं मिला। ऐसे में कहीं रास्ते से पानी लेंगे।

इन रूटों की बसें होती हैं संचालित

बस अड्डे से रोजाना दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर, बरेली, अलीगढ़, वाराणसी, मेरठ, शाहजहांपुर, हरिद्वार, ऋषिकेश, पलवल, पानीपत, गुरुग्राम के लंबे रूटों के अलावा अलीगढ़, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, इटावा, शिकोहाबाद, कन्नौज, फिरोजाबाद की 250 से ज्यादा बसें चलती हैं तो दूसरे राज्यों से आने वाली 100 से अधिक बसें भी यहां से संचालित होती हैं। 

यह भी पढ़ें -  High Court : सरफेसी एक्ट में संपत्ति पर कब्जा लेने का आदेश जारी करने से पहले सूचित करना जरूरी नहीं

पीने का पानी नहीं मिल रहा

बुलंदशहर के मनोज कुमार ने बताया कि बस स्टैंड पर पीने का पानी नहीं मिला। यहां इतनी गर्मी में भी प्याऊ नहीं लगा हुआ है। शौचालय के पास पानी की टंकी है, उसका पानी ठंडा नहीं है। कानपुर की यात्री कांता देवी ने कहा कि बच्चों के साथ कानपुर जाने को आए थे। यहां पीने का पानी तक नहीं है। बच्चों को प्यास लगी तो पानी की बोतल खरीदनी पड़ी। 

आरओ प्लांट इसी माह शुरू करवाएंगे

आईएसबीटी आरएम मनोज कुमार पुंढीर ने कहा कि आईएसबीटी पर पानी की कमी है तो दूर की जाएगी। सस्ते आरओ की मशीन का ठेका इसी माह खत्म हुआ है, जोकि इसी माह शुरू करवाया जाएगा। प्याऊ भी लगवाए जाएंगे। 

विस्तार

आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) पर रोजाना 12 हजार से ज्यादा यात्रियों का आवागमन होता है। 350 से ज्यादा बसों का संचालन होता है। बृहस्पतिवार को अमर उजाला की टीम ने बस स्टैंड की पड़ताल की तो भीषण गर्मी में पेयजल संकट से यात्रियों को जूझते पाया। यहां यात्रियों के साथ ही बसों के चालक, परिचालक भी ठंडे पानी के लिए हाथ में बोतल लिए भटकते हुए नजर आए। यहां पर सिर्फ एक ही सादा पानी की टंकी है।

न एक भी हैंडपंप है न प्याऊ

आईएसबीटी के 52,500 वर्ग गज क्षेत्रफल में फैले बस स्टैंड परिसर में न एक भी हैंडपंप है न प्याऊ। सस्ते आरओ की मशीन भी बंद पड़ी है। बरेली, बदायूं समेत बाहर से आने वाले यात्री पीने के पानी की तलाश करते हैं। बस स्टैंड के अंदरुनी हिस्से में शौचालय के पास पीने के पानी की 500 मीटर की टंकी लगी हुई है, जिसमें यात्री सादा पानी ले सकता है। 

यहां एक आरओ भी लगाया गया है मगर पानी ठंडा नहीं है। आसपास की दुकानें बंद पड़ी हैं। गेट पर एक दुकान पर पानी की बोतलें उपलब्ध हैं। एक पुराना प्याऊ बंद पड़ा है, जबकि आरओ का सस्ता पानी देने वाली मशीन भी बंद पड़ी है। 

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here