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उन्नाव। अमृत योजना से शहर के लोगों को शुद्ध पानी मिलने का इंतजार लंबा होता जा रहा है। जलनिगम ने पिछले तीन माह में चार बार योजना के शुभारंभ की तारीख बदली है। अब सितंबर तक और इंतजार करने की बात कह रहे हैं। इस बीच लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। जिम्मेदार अब बिजली कनेक्शन न मिलने से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू न हो पाने की बात कह रहे हैं।
शहर और शुक्लागंज के तीन लाख लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 2018 में अमृत योजना मंजूर हुई थी। 253 करोड़ की इस योजना से हर घर में शुद्ध पानी पहुंचाया जाएगा।
जलनिगम ने पहले चरण में शहर के 30,298 घरों में एक जुलाई से पानी पहुंचाने का दावा किया था लेकिन तय समय में जलापूर्ति चालू नहीं हो सकी। इसके बाद 20 जुलाई, फिर 31 जुलाई और अगस्त के पहले सप्ताह में जलापूर्ति शुरू करने की बात कही थी। जलनिगम के अधिकारी एक बार फिर इसी सप्ताह टेस्टिंग शुरू होने और सितंबर में जलापूर्ति शुरू करने के दावे कर रहे हैं। उनके मुताबिक 70 मीटर भूमिगत पाइप लाइन डालने का काम अब हो गया है। लेकिन बिजली कनेक्शन नहीं मिल पाया है, प्रक्रिया चल रही है।
टूट रही उम्मीद
शेखपुर निवासी निधि मिश्रा ने बताया कि अब तक नगर पालिका की पाइप लाइनें ही नहीं थीं। अमृत योजना से जलापूर्ति की उम्मीद है लेकिन सालों से टल रही है। अब तो उम्मीद टूट रही है।
सालों से कर रहे इंतजार
शाहगंज के विवेक ने बताया कि पालिका की पाइप लाइनों में अक्सर गंदा कीचड़ युक्त पानी आता है। अक्सर एक ही टाइम पानी आता है। अमृत योजना से शुद्ध और पर्याप्त पानी मिलने की उम्मीद सालों बाद भी पूरी नहीं हुई।
– जलनिगम के एक्सईएन सुनील सिंह ने बताया कि उन्होंने अभी हाल में ही जिले का चार्ज लिया है। बिजली का कुछ काम बाकी है, उसे पूरा कराया जा रहा है। सितंबर के पहले सप्ताह तक जलापूर्ति शुरू हो जाएगी।
– बिजली विभाग के एक्सईएन वकार अहमद ने बताया कि विद्युत संरक्षा विभाग से जलनिगम को अनापत्ति मिल गई है। सरैया रेलवे क्रॉसिंग पर भूमिगत केबल की भी अनुमति मिली है। कनेक्शन और आपूर्ति शुरू की जा रही है।
उन्नाव। अमृत योजना से शहर के लोगों को शुद्ध पानी मिलने का इंतजार लंबा होता जा रहा है। जलनिगम ने पिछले तीन माह में चार बार योजना के शुभारंभ की तारीख बदली है। अब सितंबर तक और इंतजार करने की बात कह रहे हैं। इस बीच लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। जिम्मेदार अब बिजली कनेक्शन न मिलने से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू न हो पाने की बात कह रहे हैं।
शहर और शुक्लागंज के तीन लाख लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 2018 में अमृत योजना मंजूर हुई थी। 253 करोड़ की इस योजना से हर घर में शुद्ध पानी पहुंचाया जाएगा।
जलनिगम ने पहले चरण में शहर के 30,298 घरों में एक जुलाई से पानी पहुंचाने का दावा किया था लेकिन तय समय में जलापूर्ति चालू नहीं हो सकी। इसके बाद 20 जुलाई, फिर 31 जुलाई और अगस्त के पहले सप्ताह में जलापूर्ति शुरू करने की बात कही थी। जलनिगम के अधिकारी एक बार फिर इसी सप्ताह टेस्टिंग शुरू होने और सितंबर में जलापूर्ति शुरू करने के दावे कर रहे हैं। उनके मुताबिक 70 मीटर भूमिगत पाइप लाइन डालने का काम अब हो गया है। लेकिन बिजली कनेक्शन नहीं मिल पाया है, प्रक्रिया चल रही है।
टूट रही उम्मीद
शेखपुर निवासी निधि मिश्रा ने बताया कि अब तक नगर पालिका की पाइप लाइनें ही नहीं थीं। अमृत योजना से जलापूर्ति की उम्मीद है लेकिन सालों से टल रही है। अब तो उम्मीद टूट रही है।
सालों से कर रहे इंतजार
शाहगंज के विवेक ने बताया कि पालिका की पाइप लाइनों में अक्सर गंदा कीचड़ युक्त पानी आता है। अक्सर एक ही टाइम पानी आता है। अमृत योजना से शुद्ध और पर्याप्त पानी मिलने की उम्मीद सालों बाद भी पूरी नहीं हुई।
– जलनिगम के एक्सईएन सुनील सिंह ने बताया कि उन्होंने अभी हाल में ही जिले का चार्ज लिया है। बिजली का कुछ काम बाकी है, उसे पूरा कराया जा रहा है। सितंबर के पहले सप्ताह तक जलापूर्ति शुरू हो जाएगी।
– बिजली विभाग के एक्सईएन वकार अहमद ने बताया कि विद्युत संरक्षा विभाग से जलनिगम को अनापत्ति मिल गई है। सरैया रेलवे क्रॉसिंग पर भूमिगत केबल की भी अनुमति मिली है। कनेक्शन और आपूर्ति शुरू की जा रही है।
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