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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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दूल्हा धूमधाम से बरात लेकर दुल्हन के घर पहुंचा। रात भर शादी की सभी रस्में पूरी होती रहीं। लेकिन, जब विदाई का समय आया तो दूल्हे को अचानक मिर्गी का दौरा आ गया और वह जमीन पर गिर गया। इसके बाद दुल्हन ने सुसराल जाने से इंकार कर दिया। बोली धोखे में रखकर शादी की गई। बीमारी के बारे में पहले जानकारी नहीं दी गई थी।
इसके बाद समाज के लोग दिन भर दुल्हन को समझाते रहे, लेकिन वह मानी नहीं। दुल्हन ने वर पक्ष की शिकायत पुलिस से भी की है। अलीगोल खिड़की अंदर कोरियों का मंदिर निवासी स्व. सुरेश की पुत्री आरती की पुलिया नंबर नौ महाराज सिंह नगर निवासी लालता प्रसाद के बेटे एसी मैकेनिक राजकुमार (मोनू) से 18 जनवरी को सगाई हुई थी।
तय तिथि पर राजकुमार धूमधाम से बरात लेकर मुहल्ले के ही एक विवाह घर में पहुंचा। दुल्हन पक्ष की ओर से भी बरात के स्वागत में कोई कमी नहीं रखी गई। लगभग पांच सौ लोग विवाह समारोह में शामिल हुए। रात भर विवाह की रस्में चलती रहीं। इस दौरान सभी बेहद खुश थे। सुबह तकरीबन दस बजे विदा की तैयारी होने लगी।
भाई दीपक ने आरती को गोद में ले जाकर कार में बैठाया। दूल्हा भी कार में बैठा हुआ था। इसी दरम्यान अचानक उसे मिर्गी का दौर आ गया और वह कांपते हुए जमीन पर गिर गया। वहां मौजूद लोगों ने जैसे-तैसे दौरे पर काबू किया। लेकिन, इसके बाद आरती कार से उतरकर अपने घर आ गई।
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