अवैध वसूली के बंटवारे में होमगार्डों में हाथापाई

0
24

[ad_1]

ख़बर सुनें

उन्नाव। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर मवेशी भरे वाहनों से की गई वसूली के बंटवारे में दो होमगार्डों में हाथापाई हो गई। यातायात प्रभारी ने दोनों को गदनखेड़ा चौराहा ड्यूटी प्वाइंट से हटाकर कार्यालय से सबद्ध कर दिया।
गदनखेड़ा चौराहा पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रखने के लिए होमगार्डों की ड्यूटी लगाई गई है। कानपुर से लखनऊ की ओर जा रहे एक ट्रक से होमगार्ड ने वसूली की। लखनऊ से कानपुर जाने वाले वाहनों को निकाल रहा दूसरा होमगार्ड अपने प्वाइंट से वसूली करने वाले साथी होमगार्ड के पास पहुंचा और अपना हिस्सा मांगने लगा। इसी बात पर दोनों में कहासुनी के बाद हाथापाई शुरू हो गई। इससे भीड़ लग गई।
यातायात उपनिरीक्षक (द्वितीय) विश्वनाथ राय के अनुसार उन्होंने होमगार्डों को रोकने की कोशिश की फिर भी अनुशासनहीनता पर आमादा रहे। उन्होंने दोनों की रिपोर्ट यातायात प्रभारी अरविंद पांडेय को भेजी। इस पर यातायात प्रभारी ने दोनों होमगार्डों को कार्यालय से सबद्ध कर दिया। उन्होंने बताया कि ड्यूटी प्वाइंट को लेकर दोनों होमगार्ड भिड़े थे। अवैध वसूली जैसा मामला प्रकाश में नहीं आया है। उच्चाधिकारियों को अग्रिम कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है।

यह भी पढ़ें -  विदेश भेजने के नाम पर जालसाजी करने वाला गिरफ्तार

उन्नाव। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर मवेशी भरे वाहनों से की गई वसूली के बंटवारे में दो होमगार्डों में हाथापाई हो गई। यातायात प्रभारी ने दोनों को गदनखेड़ा चौराहा ड्यूटी प्वाइंट से हटाकर कार्यालय से सबद्ध कर दिया।

गदनखेड़ा चौराहा पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रखने के लिए होमगार्डों की ड्यूटी लगाई गई है। कानपुर से लखनऊ की ओर जा रहे एक ट्रक से होमगार्ड ने वसूली की। लखनऊ से कानपुर जाने वाले वाहनों को निकाल रहा दूसरा होमगार्ड अपने प्वाइंट से वसूली करने वाले साथी होमगार्ड के पास पहुंचा और अपना हिस्सा मांगने लगा। इसी बात पर दोनों में कहासुनी के बाद हाथापाई शुरू हो गई। इससे भीड़ लग गई।

यातायात उपनिरीक्षक (द्वितीय) विश्वनाथ राय के अनुसार उन्होंने होमगार्डों को रोकने की कोशिश की फिर भी अनुशासनहीनता पर आमादा रहे। उन्होंने दोनों की रिपोर्ट यातायात प्रभारी अरविंद पांडेय को भेजी। इस पर यातायात प्रभारी ने दोनों होमगार्डों को कार्यालय से सबद्ध कर दिया। उन्होंने बताया कि ड्यूटी प्वाइंट को लेकर दोनों होमगार्ड भिड़े थे। अवैध वसूली जैसा मामला प्रकाश में नहीं आया है। उच्चाधिकारियों को अग्रिम कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here