आगरा में 40 घंटे चली आयकर की कार्रवाई: पायल कारोबारी ने 15 करोड़ की अघोषित आय की सरेंडर

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अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Tue, 08 Feb 2022 11:51 AM IST

सार

आगरा में आयकर विभाग ने रविवार को नमक की मंडी में सराफा फर्म जीटी चेंस पर छापा मारा था। 40 घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान सोमवार को अघोषित आय का खुलासा हुआ।

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आगरा में रविवार से चांदी पायल कारोबारी फर्म जीटी चेंस पर चल रही आयकर कार्रवाई में सोमवार रात कारोबारी रामकुमार गुप्ता एवं प्रशांत गुप्ता ने 15 करोड़ रुपये की अघोषित आय सरेंडर कर दी। 40 घंटे तक चांदी पायल, बुलियन एवं अन्य प्रकार के सराफा कारोबार वाली फर्म जीटी चेन्स के नमक की मंडी और ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित परिसर पर कार्रवाई की। टैक्स निर्धारण में 15 करोड़ की अघोषित आय को पूर्व में दिखाई गई आय के साथ शामिल किया जाएगा। टैक्स सरकारी खाते में जमा किया जाएगा।

अपर निदेशक आयकर जांच नीलम अग्रवाल के निर्देशन में की गई इस कार्रवाई का नेतृत्व पंकज कुमार ने किया। रविवार सुबह शुरू हुई इस कार्रवाई में आयकर विभाग की जांच शाखा ने कारोबारी के ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित निवास, नमक की मंडी सहित अन्य स्थानों पर एक साथ कार्रवाई की। 40 घंटे तक चली कार्रवाई में फर्म की खरीद बिक्री के कागजों की जांच की गईं। बुलियन, तैयार चांदी पायल, कच्चा माल के स्टॉक का रजिस्टर से मिलान किया।

जमीन में मिला बड़ा निवेश

आयकर अधिकारियों के मुताबिक जीटी चेंस फर्म का कारोबार चांदी पायल तक सीमित नहीं है। टीमों को जमीन में निवेश के कागजात भी मिले हैं। ऐसे कई बिल पकड़े गए हैं जिनका टैक्स सरकार को जमा ही नहीं किया गया। बड़ी मात्रा में जब्त किए गए कागजात, कंप्यूटर एवं मोबाइल डाटा की पड़ताल जारी रहेगी। 

सर्च के बाद भी जांच जारी रहेगी। इसमें भी विभागीय टीमों को और भी टैक्स मिल सकता है। अंदेशा है कि कारोबार के नाम पर बड़ी रकम का लेन-देन किया जा रहा है, लेकिन आयकर विभाग के रिटर्न में इसको दिखाया नहीं गया। इसी प्रकार से आगरा से बाहर से आने वाले बुलियन की जानकारी स्टॉक बुक में नहीं रखी गई।

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विस्तार

आगरा में रविवार से चांदी पायल कारोबारी फर्म जीटी चेंस पर चल रही आयकर कार्रवाई में सोमवार रात कारोबारी रामकुमार गुप्ता एवं प्रशांत गुप्ता ने 15 करोड़ रुपये की अघोषित आय सरेंडर कर दी। 40 घंटे तक चांदी पायल, बुलियन एवं अन्य प्रकार के सराफा कारोबार वाली फर्म जीटी चेन्स के नमक की मंडी और ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित परिसर पर कार्रवाई की। टैक्स निर्धारण में 15 करोड़ की अघोषित आय को पूर्व में दिखाई गई आय के साथ शामिल किया जाएगा। टैक्स सरकारी खाते में जमा किया जाएगा।

अपर निदेशक आयकर जांच नीलम अग्रवाल के निर्देशन में की गई इस कार्रवाई का नेतृत्व पंकज कुमार ने किया। रविवार सुबह शुरू हुई इस कार्रवाई में आयकर विभाग की जांच शाखा ने कारोबारी के ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित निवास, नमक की मंडी सहित अन्य स्थानों पर एक साथ कार्रवाई की। 40 घंटे तक चली कार्रवाई में फर्म की खरीद बिक्री के कागजों की जांच की गईं। बुलियन, तैयार चांदी पायल, कच्चा माल के स्टॉक का रजिस्टर से मिलान किया।

जमीन में मिला बड़ा निवेश

आयकर अधिकारियों के मुताबिक जीटी चेंस फर्म का कारोबार चांदी पायल तक सीमित नहीं है। टीमों को जमीन में निवेश के कागजात भी मिले हैं। ऐसे कई बिल पकड़े गए हैं जिनका टैक्स सरकार को जमा ही नहीं किया गया। बड़ी मात्रा में जब्त किए गए कागजात, कंप्यूटर एवं मोबाइल डाटा की पड़ताल जारी रहेगी। 

सर्च के बाद भी जांच जारी रहेगी। इसमें भी विभागीय टीमों को और भी टैक्स मिल सकता है। अंदेशा है कि कारोबार के नाम पर बड़ी रकम का लेन-देन किया जा रहा है, लेकिन आयकर विभाग के रिटर्न में इसको दिखाया नहीं गया। इसी प्रकार से आगरा से बाहर से आने वाले बुलियन की जानकारी स्टॉक बुक में नहीं रखी गई।

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