आगरा रुनकता बवाल: तीन घरों में आगजनी के मामले में ठंडी पड़ी पुलिस की कार्रवाई, क्षेत्रीय लोगों में दहशत

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सार

रुनकता में 15 अप्रैल को लड़की को ले जाने के आरोपी साजिद, उसके भाई और चाचा के घरों में आगजनी कर दी गई थी। पहले दिन पुलिस ने आगजनी के नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उसके बाद अब तक अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। 

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आगरा के कस्बा रुनकता की युवती को ले जाने वाले जिम संचालक साजिद, उसके भाई और चाचा के घर में आगजनी के मामले में पुलिस की कार्रवाई ठंडी पड़ गई है। पुलिस ने पहले दिन नौ आरोपियों को जेल भेजकर तेजी दिखाई थी। मगर, अब आठ दिन बाद एक भी आरोपी नहीं पकड़ा गया। इससे क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है। अभी 11 नामजद आरोपी और हैं, जो फरार हैं। वहीं अज्ञात आरोपियों की भी पहचान नहीं हो सकी है। 

रुनकता कस्बा की 22 वर्षीय युवती 11 अप्रैल को घर से लापता हो गई थी। परिजनों ने कस्बा के जिम संचालक साजिद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अपहरण का आरोप लगाया था।  युवती को पुलिस ने दो दिन बाद दिल्ली से बरामद किया था। युवक पुलिस के हाथ नहीं आया था। युवक और युवती के शादी के कागजात सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। बरामदगी के बाद पुलिस ने बयान दर्ज कर उसे आशा ज्योति केंद्र में रखवाया था। 

15 अप्रैल को हुई आगजनी की घटना 

15 अप्रैल को साजिद, उसके भाई और चाचा के घर में आगजनी कर दी गई थी। इस घटना के बाद दो दिन बाजार बंद रहा था। मामले में 20 नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इनमें नौ आरोपियों को जेल भेजा गया। मगर, बाकी आरोपी नहीं पकड़े गए हैं। इससे साजिद के घर के आसपास रहने वाले लोगों में दहशत है।

सिकंदरा थाना प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह ने बताया कि 20 नामजद के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। 200 अज्ञात आरोपी हैं। वीडियो  फुटेज के आधार पर आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगी हैं। 

अभी आशा ज्योति केंद्र में युवती

वहीं रुनकता की युवती अभी आशा ज्योति केंद्र में ही है। उसके बयान कोर्ट में दर्ज कराए जा चुके हैं। उन्होंने अपनी मर्जी से साजिद से शादी की बात कही थी। इसके बाद पुलिस ने उसे आशा ज्योति केंद्र में रखवाया था। प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह ने बताया कि युवती को परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा। अभी उसे कोई लेने नहीं आया है।

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केंद्रीय राज्य मंत्री से मिले अधिवक्ता

युवा अधिवक्ता संघ के मंडल अध्यक्ष नितिन वर्मा ने बताया कि वह दिल्ली में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले से मिले। उनसे रुनकता प्रकरण में गलत तरीके से अधिवक्ता व ग्राम प्रधान अनुज कुमार और उनके भाई मनोज को जेल भेजने की जानकारी दी। कहा कि ग्राम प्रधान को घर से पकड़ा गया। कोर्ट के आदेश पर अनुज का जेल में उपचार कराया गया। राज्य मंत्री ने कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। नितिन वर्मा का कहना है कि वो 30 अप्रैल को बार कौंसिल आफ इंडिया के चेयरमैन मनन मिश्रा से भी मिलेंगे।

विस्तार

आगरा के कस्बा रुनकता की युवती को ले जाने वाले जिम संचालक साजिद, उसके भाई और चाचा के घर में आगजनी के मामले में पुलिस की कार्रवाई ठंडी पड़ गई है। पुलिस ने पहले दिन नौ आरोपियों को जेल भेजकर तेजी दिखाई थी। मगर, अब आठ दिन बाद एक भी आरोपी नहीं पकड़ा गया। इससे क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है। अभी 11 नामजद आरोपी और हैं, जो फरार हैं। वहीं अज्ञात आरोपियों की भी पहचान नहीं हो सकी है। 

रुनकता कस्बा की 22 वर्षीय युवती 11 अप्रैल को घर से लापता हो गई थी। परिजनों ने कस्बा के जिम संचालक साजिद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अपहरण का आरोप लगाया था।  युवती को पुलिस ने दो दिन बाद दिल्ली से बरामद किया था। युवक पुलिस के हाथ नहीं आया था। युवक और युवती के शादी के कागजात सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। बरामदगी के बाद पुलिस ने बयान दर्ज कर उसे आशा ज्योति केंद्र में रखवाया था। 

15 अप्रैल को हुई आगजनी की घटना 

15 अप्रैल को साजिद, उसके भाई और चाचा के घर में आगजनी कर दी गई थी। इस घटना के बाद दो दिन बाजार बंद रहा था। मामले में 20 नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इनमें नौ आरोपियों को जेल भेजा गया। मगर, बाकी आरोपी नहीं पकड़े गए हैं। इससे साजिद के घर के आसपास रहने वाले लोगों में दहशत है।

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