आगरा: विश्वविद्यालय के आईईटी में परीक्षा के दौरान नकल करते पकड़े गए तीन छात्र, बनियान में लगी थी डिवाइस

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सार

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में लगातार तीन वर्ष से मेडिकल की परीक्षा में नकलची पकड़े जा रहे हैं। इस बार भी आईईटी में परीक्षा के दौरान नकल करते तीन मेडिकल छात्र पकड़े गए हैं। 

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आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आईईटी) में शनिवार को तीन मेडिकल छात्र नकल करते पकड़े गए। एफएच मेडिकल कॉलेज के तीनों छात्रों ने बनियान में इलेक्ट्रॉनिक सर्किट लगा रखा था। ब्लूटूथ के जरिये उसे जोड़कर नकल कर रहे थे। तीनों छात्रों के खिलाफ अनफेयर मीन (यूएफएम) में कार्रवाई की गई है। इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।
 
आईईटी में एमबीबीएस फाइनल प्रोफेशनल पार्ट टू की पूरक परीक्षा चल रही है। शनिवार को इस परीक्षा में 31 परीक्षार्थी शामिल रहे। परीक्षा सुबह 10:00 बजे शुरू हुई। करीब 10:30 बजे से एक परीक्षार्थी धीरे-धीरे कुछ बोल रहा था। कक्ष निरीक्षक को उस पर शक हुआ तो तलाशी ली। 

परीक्षार्थी ने बनियान में इलेक्ट्रॉनिक सर्किट लगा रखी थी। उसमें तार और डिवाइस लगी हुई थी। उसमें चिप भी लगी हुई थी। इस पर बाकी परीक्षार्थियों की भी तलाशी ली गई। दो और परीक्षार्थी पकड़े गए। सभी ने नकल का एक ही तरीका अपनाया था।  

ये छात्र पकड़े गए 

केंद्र व्यवस्थापक आईईटी के निदेशक प्रो. वीके सारस्वत ने बताया कि सचिन, राहुल बाबू और फिरोज खान को नकल करते पकड़ा गया। इनसे कॉपियां ले ली गईं। दूसरी कॉपी लिखने के लिए दी गई। सूचना पर विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. अजय तनेजा, परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव, चीफ प्रॉक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव भी पहुंच गए। इनको पूरे प्रकरण की जानकारी दी गई।     

लगातार तीसरा वर्ष, नकल का एक ही तरीका

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में लगातार तीन वर्ष से मेडिकल की परीक्षा में नकलची पकड़े जा रहे हैं। खास बात यह है कि नकल का तरीका एक ही है। तीनों वर्ष एक ही कॉलेज (एफएच मेडिकल कॉलेज) के ही परीक्षार्थी पकड़े गए हैं। गत वर्ष 13 मार्च 2021 को चार परीक्षार्थी फार्मेसी विभाग में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करते पकड़े गए थे। जबकि वर्ष 2020 में 20 अक्तूबर को 10 नकलची पकड़े गए थे। इन्होंने ताबीज में इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और ब्लूटूथ डिवाइस लगा रखी थी। 

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प्रवेश से पहले ठीक से जांच नहीं की गई

परीक्षार्थियों के केंद्र में प्रवेश से पहले ठीक से जांच नहीं की गई। जांच की गई तो परीक्षार्थी बाहर ही पकड़ लिए जाते। परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद पकड़ में आए। परीक्षा 24 फरवरी से शुरू हुई। तीन मार्च तक परीक्षा चलनी है। 

जांच में पता चलेगा कौन करा रहा था नकल 

ब्लूटूथ के जरिये मेडिकल छात्रों के नकल करने से स्पष्ट है कि इसके पीछे पूरा तंत्र काम कर रहा है। इन्हें परीक्षा केंद्र के बाहर से कोई बोलकर नकल करा रहा था। जांच के बाद इसका खुलासा होगा। 

डिवाइस के साथ बनियान भी सील 

तीन नकलची परीक्षार्थियों की कॉपियों के साथ बरामद डिवाइस बनियान के साथ सील कर दी गई है। केंद्र व्यवस्थापक की ओर से सील पैकेट और रिपोर्ट परीक्षा नियंत्रक को सौंप दिया गया है। परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव का कहना है कि रिपोर्ट के आधार पर तीनों परीक्षार्थियों के खिलाफ न्यू आगरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। 

विस्तार

आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आईईटी) में शनिवार को तीन मेडिकल छात्र नकल करते पकड़े गए। एफएच मेडिकल कॉलेज के तीनों छात्रों ने बनियान में इलेक्ट्रॉनिक सर्किट लगा रखा था। ब्लूटूथ के जरिये उसे जोड़कर नकल कर रहे थे। तीनों छात्रों के खिलाफ अनफेयर मीन (यूएफएम) में कार्रवाई की गई है। इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।

 

आईईटी में एमबीबीएस फाइनल प्रोफेशनल पार्ट टू की पूरक परीक्षा चल रही है। शनिवार को इस परीक्षा में 31 परीक्षार्थी शामिल रहे। परीक्षा सुबह 10:00 बजे शुरू हुई। करीब 10:30 बजे से एक परीक्षार्थी धीरे-धीरे कुछ बोल रहा था। कक्ष निरीक्षक को उस पर शक हुआ तो तलाशी ली। 

परीक्षार्थी ने बनियान में इलेक्ट्रॉनिक सर्किट लगा रखी थी। उसमें तार और डिवाइस लगी हुई थी। उसमें चिप भी लगी हुई थी। इस पर बाकी परीक्षार्थियों की भी तलाशी ली गई। दो और परीक्षार्थी पकड़े गए। सभी ने नकल का एक ही तरीका अपनाया था।  

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