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सार
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बिजली बचाने, रक्तदान और कैंपस में हरियाली विकसित करने का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय और कॉलेज 20 फीसदी बिजली बचा सकते हैं। राजभवन ने ऐसा कर दिखाया है।
आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के 87वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय समेत संबद्ध शिक्षण संस्थानों को सामाजिक दायित्वों का पाठ पढ़ाया और उसके निर्वहन के लिए प्रेरित किया। विश्वविद्यालय की ओर से 101 आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लिए जाने के कदम की सराहना की।
कुलाधिपति ने कहा कि इसी तरह से लोग आगे आएंगे तो वर्ष 2025 तक यूपी टीबी से मुक्त हो जाएगा। मजदूरों की मदद करने के लिए भी प्रेरित किया। जल संरक्षण, बिजली बचाने, रक्तदान और कैंपस में हरियाली विकसित करने का भी संदेश दिया।
योजना बनाएं कैसे बारिश का पानी एकत्रित कर सकते हैं
कुलाधिपति ने कहा कि विश्वविद्यालय और कॉलेजों के पास जल संरक्षण की योजना नहीं है। जल संरक्षण की दिशा में प्रयास करना होगा, योजना बनाएं कि कैसे बारिश के पानी को परिसर में एकत्रित कर सकते हैं। पानी बहकर बेकार नहीं जाना चाहिए।
20 फीसदी बिजली बचा सकते हैं
कुलाधिपति ने कहा कि विश्वविद्यालय और कॉलेज 20 फीसदी बिजली बचा सकते हैं। राजभवन में ऐसा करके दिखाया गया है। कुलपति हों या शिक्षक, कर्मचारी या छात्र-छात्राएं कक्ष से बाहर निकलें तो बिजली का स्विच बंद जरूर कर दें, किसी भी सूरत में लाइट खुला न छोड़ा जाए।
रक्तदान के लिए संस्थानों में शिविर लगवाएं
कुलाधिपति ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में रक्त की कमी हो गई थी। राजभवन में रक्तदान शिविर लगवाया। शिक्षण संस्थानों को छात्र-छात्राओं को ब्लड ग्रुप पता कराकर समय-समय पर रक्तदान शिविर लगवाना चाहिए। छात्र-छात्राओं का पंजीकरण कराना चाहिए। 48 घंटे में रक्त फिर बन जाता है। कमजोरी भी नहीं आती।
परिसर को हरा भरा बनाएं
विश्वविद्यालय और कॉलेजों में कुलाधिपति ने हरियाली विकसित करने के लिए प्रेरित किया। स्टाफ और छात्र-छात्राओं से परिसर में पौधे लगवाने और उनके संरक्षण पर जोर देने के लिए कहा।
एक मई को मजदूरों के सम्मान व भोजन का प्रबंध करें
कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय को होमवर्क भी दिया। उन्होंने कहा कि एक मई को मजदूर दिवस है। विश्वविद्यालय व कॉलेजों में काम करने वाले मजदूरों का सम्मान करें और उनके भोजन का प्रबंध करें। मजदूरों के बिना भवन नहीं बन सकता, खेती नहीं हो सकती।
बेटियों व माताओं पर करें विश्वास
कुलाधिपति ने कहा कि बेटियों और माताओं पर विश्वास कीजिए, यह कुछ भी कर सकती हैं। बेटियां आज लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं। अभी उत्तर प्रदेश में जो चुनाव हुए हैं, उसमें ग्रामीण, शहरी आदिवासी महिलाओं ने खुद तय किया कि उन्हें अपना मत किसे देना है। पुरुषों की अपेक्षा दस फीसदी अधिक महिलाओं ने मतदान किया। महिलाएं आगे बढ़ रही हैं, देश विश्व गुरु बनेगा।
विस्तार
आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के 87वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय समेत संबद्ध शिक्षण संस्थानों को सामाजिक दायित्वों का पाठ पढ़ाया और उसके निर्वहन के लिए प्रेरित किया। विश्वविद्यालय की ओर से 101 आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लिए जाने के कदम की सराहना की।
कुलाधिपति ने कहा कि इसी तरह से लोग आगे आएंगे तो वर्ष 2025 तक यूपी टीबी से मुक्त हो जाएगा। मजदूरों की मदद करने के लिए भी प्रेरित किया। जल संरक्षण, बिजली बचाने, रक्तदान और कैंपस में हरियाली विकसित करने का भी संदेश दिया।
योजना बनाएं कैसे बारिश का पानी एकत्रित कर सकते हैं
कुलाधिपति ने कहा कि विश्वविद्यालय और कॉलेजों के पास जल संरक्षण की योजना नहीं है। जल संरक्षण की दिशा में प्रयास करना होगा, योजना बनाएं कि कैसे बारिश के पानी को परिसर में एकत्रित कर सकते हैं। पानी बहकर बेकार नहीं जाना चाहिए।
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