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खादी ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष ने प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
– फोटो : अमर उजाला
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महादेव की नगरी काशी आत्मनिर्भर भारत का नया केंद्र बन रही है। खादी उत्पाद के क्षेत्र में बनारस ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यह बातें खादी ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार ने शुक्रवार को तेलियाबाग स्थित खादी ग्रामोद्योग आयोग के कार्यालय पर खादी प्रदर्शनी के उद्घाटन के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि काशी में बुनी पश्मीना शॉल की अलग पहचान बन रही है।
इससे बुनकरों और कारीगरों को भी लाभ हो रहा है। उनकी आमदनी भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पहले कतिनों को प्रति लच्छा धागा काटने का 7.50 रुपये दिया जाता था। उसे बढ़ा कर 10 रुपये कर दिया गया है।
2014 से अभी तक कतिन बुनकरों की पारिश्रमिक 150 फीसदी तक बढ़ चुकी है। अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग, एमएसएमई मंत्रालय के माध्यम से भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं से आज देश के हर राज्य, जिले, कस्बे और गांवों तक पहुंचने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर देने में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बेरोजगार युवा अपना उद्यम स्थापित कर ”नौकरी खोजने की बजाय नौकरी देने में सक्षम बने’ प्रधानमंत्री के विजन को पूरा करें और अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा बनेंI कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत मध्य और पूर्वोत्तर जोन के 2215 लाभार्थियों को 227.21 करोड़ रुपये के स्वीकृत ऋण पर 77.45 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी अनुदान राशि का वितरण किया।
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