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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
– फोटो : अमर उजाला
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भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए बदनाम हो चुके लोनी कस्बे में बुधवार की शाम ऐसा ही एक और बड़ा पर्दाफाश हुआ है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस बार ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो जेब में आ जाने वाली महज छह इंच की छोटी सी हाईटेक मशीन से अल्ट्रासाउंड करके गर्भ में लड़का या लड़की होने की जानकारी देता था।
इसके बदले 25 हजार रुपये लिए जाते थे। अल्ट्रासाउंड 12वीं पास युवक कपिल करता था। डमी ग्राहक के जरिए जाल बिछाकर उसे और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मशीन को जब्त कर उनसे एक लाख पांच हजार रुपये बरामद किए गए हैं।
शाहदरा के निवासी कपिल, देवेंद्र और सुमित्रा को गिरफ्तार किया है। सुमित्रा के घर में लिंग भ्रूण परीक्षण किया जाता था। गिरोह का सरगना कपिल शाहदरा का निवासी है। उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने यह मशीन दिल्ली में विजय नाम के युवक से डेढ़ लाख में खरीदी थी। ऐसी हाईटेक मशीन उसने पहली बार देखी। विजय इसे विदेश से लाया था।
इस मशीन को कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है। इसे वाई फाई से जोड़ा जाता है। इसके बाद अल्ट्रासाउंड किया जाता है। मॉनिटर की जगह टैबलेट इस्तेमाल किया जाता है। सुमित्रा का बेटा नशे का आदी है। कपिल ने पुलिस को बताया कि उसे पता चला कि सुमित्रा गरीब है और बेटा उस पर नशे के लिए पैसे देने का दबाव बनाता है।
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