उत्तर प्रदेश के आयुष कॉलेजों के दाखिलों में हेराफेरी के तार जौनपुर जिले से भी जुड़ रहे हैं। शनिवार की शाम को एसटीएफ की लखनऊ यूनिट ने केराकत क्षेत्र में दबिश देकर एक महाविद्यालय के प्रबंधक को उठा लिया। प्रबंधक के एक रिश्तेदार के यहां तीन दिन पहले ही एसटीएफ ने दबिश दी थी। जल्द ही एसटीएफ कुछ और जगहों पर छापा मार सकती है।
केराकत कोतवाली क्षेत्र के सरायबीरू में शनिवार की शाम को एक डिग्री कॉलेज के प्रबंधक कृष्णा यादव व उनके ड्राइवर को कुछ लोग जबरन साथ ले गए थे। शाम तक पता न चलने पर परिवार के लोगों ने थाने में तहरीर देकर अपहरण की तहरीर दी।
पुलिस ने जब मामले की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि प्रबंधक का अपहरण नहीं हुआ है बल्कि उन्हें एसटीएफ ने उठाया है। बताया जा रहा है कि आयुष कॉलेजों में हुए दाखिले में हेराफेरी के सिलसिले में उन्हें उठाया गया है, लेकिन इस बात की पुष्टि करने को कोई तैयार नहीं है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले प्रबंधक के एक रिश्तेदार के यहां भी एसटीएफ ने छापा मारा था।
वह स्कूल का संचालन करते हैं। केराकत थाने के प्रभारी संजय वर्मा ने एसटीएफ द्वारा प्रबंधक को उठाने की पुष्टि करते हुए कहा कि उनसे पूछताछ की जा रही है। लेकिन किस सिलसिले में पूछताछ हो रही है, इसका पता नहीं है।
उत्तर प्रदेश के आयुष कॉलेजों के दाखिलों में हेराफेरी के तार जौनपुर जिले से भी जुड़ रहे हैं। शनिवार की शाम को एसटीएफ की लखनऊ यूनिट ने केराकत क्षेत्र में दबिश देकर एक महाविद्यालय के प्रबंधक को उठा लिया। प्रबंधक के एक रिश्तेदार के यहां तीन दिन पहले ही एसटीएफ ने दबिश दी थी। जल्द ही एसटीएफ कुछ और जगहों पर छापा मार सकती है।
केराकत कोतवाली क्षेत्र के सरायबीरू में शनिवार की शाम को एक डिग्री कॉलेज के प्रबंधक कृष्णा यादव व उनके ड्राइवर को कुछ लोग जबरन साथ ले गए थे। शाम तक पता न चलने पर परिवार के लोगों ने थाने में तहरीर देकर अपहरण की तहरीर दी।
पुलिस ने जब मामले की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि प्रबंधक का अपहरण नहीं हुआ है बल्कि उन्हें एसटीएफ ने उठाया है। बताया जा रहा है कि आयुष कॉलेजों में हुए दाखिले में हेराफेरी के सिलसिले में उन्हें उठाया गया है, लेकिन इस बात की पुष्टि करने को कोई तैयार नहीं है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले प्रबंधक के एक रिश्तेदार के यहां भी एसटीएफ ने छापा मारा था।