[ad_1]
ख़बर सुनें
अचलगंज। विकासखंड के सिकंदरपुर कर्ण की दो ग्राम पंचायतों रानीपुर व टिकौली में कागजों में हैंडपंपों की मरम्मत और रिबोर के नाम पर लाखों रुपये निकालने का खुलासा आरटीआई के तहत हुआ है। शिकायतकर्ता ने डीएम को पत्र देकर जांच की मांग की है।
शुक्लागंज निवासी अनुराग अवस्थी ने रानीपुर में वर्ष 2020-21 में हुए विकास कार्यों की आरटीआई के तहत जानकारी मांगी थी। जवाब में उन्हें पता चला कि रानीपुर में 10 हैंडपंपों के रिबोर के नाम पर 28,2175 रुपये का भुगतान एक संस्था को हुआ है। इसी वर्ष टिकौली में पांच हैंडपंपों के रिबोर के नाम पर 1.42 लाख का भुगतान भी उसी सेंटर को किया गया।
शिकायतकर्ता का कहना है कि वर्ष 2020 व 21 में दोनों गांवों में हैंडपंप रिबोर ही नहीं हुए। जबकि ये संस्था नहीं, कंप्यूटर हार्डवेयर व स्पेयर पार्ट्स की दुकान है, जो विभिन्न ब्लाकों में भी इसकी आपूर्ति करती है। इसी तरह रानीपुर गांव में वॉल पेंटिंग के नाम पर 1.26 लाख का भुगतान गिरीश पेंटर के नाम पर किया गया। जबकि वर्ष 2020-21 में कोई पेंटिंग कार्य नहीं हुआ। बीडीओ चंद्रशेखर ने बताया कि सूचना मिली है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
अचलगंज। विकासखंड के सिकंदरपुर कर्ण की दो ग्राम पंचायतों रानीपुर व टिकौली में कागजों में हैंडपंपों की मरम्मत और रिबोर के नाम पर लाखों रुपये निकालने का खुलासा आरटीआई के तहत हुआ है। शिकायतकर्ता ने डीएम को पत्र देकर जांच की मांग की है।
शुक्लागंज निवासी अनुराग अवस्थी ने रानीपुर में वर्ष 2020-21 में हुए विकास कार्यों की आरटीआई के तहत जानकारी मांगी थी। जवाब में उन्हें पता चला कि रानीपुर में 10 हैंडपंपों के रिबोर के नाम पर 28,2175 रुपये का भुगतान एक संस्था को हुआ है। इसी वर्ष टिकौली में पांच हैंडपंपों के रिबोर के नाम पर 1.42 लाख का भुगतान भी उसी सेंटर को किया गया।
शिकायतकर्ता का कहना है कि वर्ष 2020 व 21 में दोनों गांवों में हैंडपंप रिबोर ही नहीं हुए। जबकि ये संस्था नहीं, कंप्यूटर हार्डवेयर व स्पेयर पार्ट्स की दुकान है, जो विभिन्न ब्लाकों में भी इसकी आपूर्ति करती है। इसी तरह रानीपुर गांव में वॉल पेंटिंग के नाम पर 1.26 लाख का भुगतान गिरीश पेंटर के नाम पर किया गया। जबकि वर्ष 2020-21 में कोई पेंटिंग कार्य नहीं हुआ। बीडीओ चंद्रशेखर ने बताया कि सूचना मिली है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
[ad_2]
Source link