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सार
पीड़ित छात्र की लिखित शिकायत पर इविवि के चीफ प्रॉक्टर ने बीएएलएलबी चतुर्थ वर्ष के छात्र गौतम आनंद को तत्काल प्रभाव से निष्कासित और तृतीय वर्ष के छात्र संस्कार आर्यन को निलंबित कर दिया है। आरोपी छात्र दिल्ली और बिहार के रहने वाले हैं।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के शताब्दी ब्वॉयज हॉस्टल में रैगिंग के दौरान छात्र पर बर्बरता का मामला सामने आया है। छात्र का आरोप है कि हॉस्टल में आधी रात के बाद उसे निर्वस्त्र कर जमकर पीटा गया और गले में बेल्ट बांधकर घसीटा गया, जिससे उसे काफी चोटें आईं।
पीड़ित छात्र की लिखित शिकायत पर इविवि के चीफ प्रॉक्टर ने बीएएलएलबी चतुर्थ वर्ष के छात्र गौतम आनंद को तत्काल प्रभाव से निष्कासित और तृतीय वर्ष के छात्र संस्कार आर्यन को निलंबित कर दिया है। मामले में कर्नलगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इविवि प्रशासन घटना की जांच कर रहा है।
शताब्दी ब्वॉयज हॉस्टल में रहने वाले एक छात्र ने मंगलवार को चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में अपने साथ हुई रैगिंग की लिखित शिकायत दर्ज कराई। छात्र का आरोप है कि 14 फरवरी को सुबह 11 बजे हॉस्टल की बालकनी में अपने दोस्तों के साथ बैठे बीएएलएलबी चतुर्थ वर्ष के छात्र गौतम आनंद ने उसे बुलाया और कहा कि वह वरिष्ठ छात्रों का सम्मान नहीं करता और न ही उनकी बातों को मानता है।
आरोपी एक छात्र निष्कासित दूसरा निलंबित
उसे गाली देते हुए कपड़े उतारने के लिए कहा और मना करने पर भद्दी-भद्दी गालियां दीं। इसके बाद रात को डेढ़ बजे गौतम कुछ बाहरी लोगों के साथ पीड़ित छात्र के कमरे में जबरन घुस गया। गौतम और उसके साथियों ने छात्र के कपड़े फाड़कर उसे निर्वस्त्र कर दिया और लाठी एवं लात-घूंसों से जमकर पीटा। फिर गले में बेल्ट बांधकर घसीटते हुए उसे कमरे से बाहर ले आए।
छात्र के पास रखे 15400 रुपये और एक घड़ी भी छीन ली गई। गौतम के साथियों ने बंदूक निकालकर धमकी दी कि शिकायत की तो जान से मार डालेंगे।
इस पूरी घटना में बीएलएलबी तृतीय वर्ष का संस्कार आर्यन भी शामिल था, जिस पर आरोप है कि जानलेवा हमले के दौरान उसने पीड़ित छात्र का हाथ पकड़कर हमलावरों की मदद की। मामले की गंभीरता को देखते हुए चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार ने गौतम आनंद को तत्काल प्रभाव से विश्वविद्यालय एवं हॉस्टल से निष्कासित (बर्खास्त) और संस्कार को निलंबित कर दिया है।
एक छात्र दिल्ली व दूसरा बिहार का रहने वाला
बर्खास्त किया गया छात्र गौतम आनंद नार्थ वेस्ट दिल्ली में करन विहार का रहने वाला है। गौतम को चीफ प्रॉक्टर ने नोटिस जारी कर निर्देश दिया है कि 18 फरवरी को अपराह्न एक से दो बजे के मध्य अपने अभिभावक के साथ कुलानुशासक कार्यालय में उपस्थित होकर लिखित स्पष्टीकरण दे। वहीं, बिहार में मुंगेर के रहने वाले आर्यन को नोटिस जारी कर कहा गया है कि वह 19 फरवरी को अपराह्न एक से दो बजे के मध्यम अपने अभिभावक के साथ होकर लिखित स्पष्टीकरण दे।
रैगिंग के मामले में दो साल पहले निलंबित हुआ था गौतम
रैगिंग के आरोप में बर्खास्त किए गए बीएएलएलबी चतुर्थ वर्ष के छात्र गौतम आनंद को रैगिंग के ही मामले में 20 अक्तूबर 2019 को निलंबित किया गया था। चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्ष कुमार के अनुसार उस वक्त गौतम ने लिखित रूप से माफीनामा देते हुए कहा था कि ऐसा दोबारा नहीं होगा। इसके बावजूद वह नहीं माना और इसी वजह से इस बार उसे विश्वविद्यालय एवं हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है।
पीड़ित छात्र के साथ दोबारा हुई घटना
पीड़ित छात्र के अनुसार रैगिंग की आड़ में उस पर दोबारा हमला किया गया। वर्ष 2019 में भी रैगिंग के नाम पर गौतम और उसके साथियों ने उसे पीटा था। इसके बाद मार्च 2020 में कोविड के कारण हॉस्टल बंद कर दिया गया था और वह घर लौट गया था। उस वक्त पीड़ित छात्र ने एंटी रैगिंग पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। विश्वविद्यालय में ऑफलाइन कक्षाएं शुरू होने पर पीड़ित छात्र दो साल बाद हॉस्टल वापस आया तो उसके साथ दोबारा रैगिंग की गई।
विस्तार
इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के शताब्दी ब्वॉयज हॉस्टल में रैगिंग के दौरान छात्र पर बर्बरता का मामला सामने आया है। छात्र का आरोप है कि हॉस्टल में आधी रात के बाद उसे निर्वस्त्र कर जमकर पीटा गया और गले में बेल्ट बांधकर घसीटा गया, जिससे उसे काफी चोटें आईं।
पीड़ित छात्र की लिखित शिकायत पर इविवि के चीफ प्रॉक्टर ने बीएएलएलबी चतुर्थ वर्ष के छात्र गौतम आनंद को तत्काल प्रभाव से निष्कासित और तृतीय वर्ष के छात्र संस्कार आर्यन को निलंबित कर दिया है। मामले में कर्नलगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इविवि प्रशासन घटना की जांच कर रहा है।
शताब्दी ब्वॉयज हॉस्टल में रहने वाले एक छात्र ने मंगलवार को चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में अपने साथ हुई रैगिंग की लिखित शिकायत दर्ज कराई। छात्र का आरोप है कि 14 फरवरी को सुबह 11 बजे हॉस्टल की बालकनी में अपने दोस्तों के साथ बैठे बीएएलएलबी चतुर्थ वर्ष के छात्र गौतम आनंद ने उसे बुलाया और कहा कि वह वरिष्ठ छात्रों का सम्मान नहीं करता और न ही उनकी बातों को मानता है।
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