ईवीएम को लेकर यूपी में हंगामा : तीन जिलों के बड़े अफसर हटाए गए, चुनाव आयोग भी सख्त, पढ़िए अब तक क्या-क्या हुआ?

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सार

उत्तर प्रदेश में कल मतगणना होनी है। इसके पहले कई जिलों में हंगामा जारी है। ईवीएम और पोस्टल बैलेट को लेकर विपक्ष के नेता तमाम तरह से सवाल खड़े कर रहे हैं। 
 

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ईवीएम और पोस्टल बैलेट को लेकर विपक्ष यूपी के कई जिलों में हंगामा कर रहा है। मंगलवार को वाराणसी से शुरू हुआ बवाल बरेली, सोनभद्र, उन्नाव, मुरादाबाद समेत कई जिलों में पहुंच चुका है। इन हंगामों के बीच वाराणसी के जिला निर्वाचन अधिकारी ने एडीएम आपूर्ति नलिनी कांत सिंह को हटा दिया है। नलिनी कांत को निर्वाचन से जुड़े सभी कार्यों से मुक्त कर दिया गया है। वहीं, सोनभद्र और बरेली में भी एसडीएम हटाए गए हैं । 

मंगलवार शाम सपा प्रमुख अखिलेश की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जगह-जगह समाजवादी पार्टी और विपक्ष के अन्य नेता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आरोप है कि भाजपा सरकार के कहने पर जिलों के अफसर ईवीएम से छेड़छाड़ कर रहे हैं। इसके अलावा पोस्टल बैलेट में भी धांधली करने का आरोप विपक्ष ने लगाया है। पढ़िए अब तक किस-किस जिले में क्या-क्या हुआ?
 
वाराणसी के पहाड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल पर मंगलवार शाम ईवीएम बदलने का आरोप लगाकर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया था। ये हंगामा देर रात तक जारी रहा। आज यानी बुधवार की दोपहर मंडलायुक्त के आदेश पर ईवीएम के नोडल प्रभारी और एडीएम आपूर्ति नलिनी कांत सिंह को हटा दिया गया। नलिनी कांत को निर्वाचन से जुड़े सभी कार्यों से मुक्त कर दिया गया है। नलिनी कांत की जगह पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय कुमार को  ईवीएम का नोडल प्रभारी बनाया गया है। 

बता दें कि मंगलवार की शाम को एक गाड़ी से ईवीएम मिले थे। इसको लेकर समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने जमकर हंगामा किया था। रात में ही जब हंगामा हो रहा था तो मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने मूवमेंट प्लान शेयर करने में चूक की बात स्वीकार की थी। सपा कार्यकर्ताओं ने इसके बाद सड़क जाम कर दिया था। गाड़ियों में तोड़फोड़ की कोशिश भी की। 
सोनभद्र में मंगलवार को राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज लोढ़ी स्थित मतगणना स्थल के पास से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक वाहन से बैलेट पेपर बरामद किया। यह गाड़ी नायब तहसीलदार घोरावल का था। सपा कार्यकर्ताओं ने धांधली का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इसको लेकर अब जिला निर्वाचन अधिकारी ने एसडीएम घोरावल रमेश कुमार को हटाकर उनकी जगह श्याम प्रताप सिंह को चुनाव से जुड़ी जिम्मेदारियां दे दीं हैं। 
 
मिर्जापुर में भी ईवीएम में छेड़छाड़ और अदला-बदली के आरोप लगाकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। मंगलवार देर रात मिर्जापुर के बथुआ स्थित पॉलिटेक्निक में बने स्ट्रांग रूम के सामने देर रात निगरानी के लिए मौजूद सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। आरोप लगाया कि रात में स्ट्रांग रूम के अंदर से बीप की आवाज आ रही थी। हंगामे के बाद मौके पर पहुंचे सपा-अपना दल (क) गठबंधन के प्रत्याशी ने बीप की आवाज की जांच की मांग की। आरोप लगाया कि जैसे मतदान के बाद बीप की आवाज आती है। उसी तरह आवाज आ रही है। हालांकि, एसपी सिटी संजय कुमार वर्मा ने आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि जिस कमरे से बीप आने की आवाज का दावा किया जा रहा है उसमें ईवीएम को रखा ही नहीं गया है। 
बहेड़ी में मतगणना स्थल पर मंगलवार को कूड़े की गाड़ी में पोस्टल वैलेट मिले थे। इसके बाद सपा के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने आरओ और बहेड़ी की एसडीएम पारुल तरार को हटा दिया है। जिला निर्वाचन अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि मामले में पारुल की चूक मिली है। उन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। उनके स्थान पर राजेश चंद्र को तैनात किया गया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर मंगलवार की रात से यूनिवर्सिटी मुख्य द्वार पर जमे पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं ने बुधवार को पूरे दिन हंगामा किया। यूनिवर्सिटी स्टॉफ के साथ ही सीडीओ इंद्रजीत सिंह समेत कई अन्य प्रशासनिक अफसरों व पुलिस की गाड़ियां भी खुद चेक की। इस दौरान कुछ नेताओ-कार्यकर्ताओं ने बदसलूकी भी की। 

वहीं यूनिवर्सिटी के कुछ स्टॉफ ने इस बात पर आपत्ति भी दर्ज कराई कि किस अधिकार के तहत एक राजनीतिक दल के नेता-कार्यकर्ता आमजन की गाड़ी को न केवल हाथ लगा रहे बल्कि भीतर रखे सामान की तलाशी भी ले रहे। हालांकि पूरे समय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तमाशबीन बने सिर्फ सपा नेताओं-कार्यकर्ताओं को समझाते ही रहे।
मुरादाबाद मंडी समिति में नगर निगम की गाड़ी में बैलेट पेपर छिपाकर ले जाने का आरोप लगाकर सपाइयों ने जमकर हंगामा किया। जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। सपा कार्यकर्ताओं ने अफसरों और नगर निगम की गाड़ियों को रोककर अंदर नहीं जाने दिया। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने बैलेट पेपर चोरी करके ले जाने का आरोप लगाते हुए सभी गाड़ियों की तलाशी लेने शुरू कर दी। एसएसपी बबलू कुमार और डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह के मौके पर पहुंचने के बाद कार्यकर्ता शांत हो गए। अधिकारी पूरे मामले की जांच कर रहे है। मंडी समिति में सपा और बसपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए है।
मतगणना स्थलों पर सपा प्रत्याशी और उनके समर्थक भी रात-दिन पहरेदारी कर रहे हैं। आगरा की शाहदरा मंडी समिति परिसर में मंगलवार को रातभर सपा कार्यकर्ता डटे रहे। बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ताओं के मंडी समिति पहुंचने की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने प्रत्याशियों को छोड़कर सभी को मतगणना स्थल से बाहर निकलने को कहा। इस पर सपा प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। उन्होंने बाहर जाने से इंकार कर दिया। मामला बढ़ने पर एसडीएम एत्मादपुर, सीओ छत्ता और एसीपी भी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया। काफी देर बहस के बाद कार्यकर्ता मंडी समिति से बाहर निकल गए।

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मंगलवार रात को स्ट्रांग रूप में बिना आईडी कार्ड के घुस रहे शख्त देखते ही सपा और बसपा के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। यह देखते ही वहां तैनात सुरक्षाकर्मी के साथ पुलिस अधिकारी पहुंच गए। इसके बाद मामले का खुलासा हो सका। 
मेरठ में हस्तिनापुर विधानसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी व पूर्व विधायक योगेश वर्मा और उनके समर्थक दूरबीन से ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं। पूर्व विधायक योगेश वर्मा खुली जीप से रविवार को कृषि विश्वविद्यालय में पहुंचे और दूरबीन से ईवीएम की निगरानी की। योगेश वर्मा ने कहा कि हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र से जो चुनाव जीतता है, उत्तर प्रदेश में उसकी सरकार बनती है। इसलिए हमारा दायित्व है कि हम ईवीएम की निगरानी करें। 
कानपुर के नौबस्ता गल्लामंडी में मंगलवार की शाम एक संदिग्ध व्यक्ति पर सुरक्षा घेरा तोड़कर अंदर घुसने का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों ने जमकर हंगामा किया। सपा प्रत्याशी ने इसे प्रशासन की साजिश करार दिया है। वहीं, इस मामले में चार लैपटाप के साथ पकड़े गए लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। 
खलीलाबाद तहसील में कार्यरत एक लेखपाल बुधवार को एचआरपीजी कॉलेज में बने मतगणना स्थल पर जा रहा था। अभी वह कॉलेज गेट के सामने पहुंचा ही था कि शक के आधार पर सपा नेता व पूर्व प्रमुख मनोज राय ने उसे रोक लिया। लेखपाल के पास मौजूद रजिस्टर की तलाशी ली तो रजिस्टर में दो बैलेट पेपर आरओ के हस्ताक्षर युक्त मिला। यह बैलेट पेपर कहां से आया, यह लेखपाल नहीं बता सका। जिसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर डीएम दिव्या मित्तल मौके पर पहुंच गई। उन्होंने हकीकत जानने के बाद लेखपाल को निलंबित करने के साथ ही केस दर्ज कराने का एसडीएम को निर्देश दिया। इसके साथ ही पूरे प्रकरण की जांच कराने की बात कही।

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ईवीएम और पोस्टल बैलेट को लेकर विपक्ष यूपी के कई जिलों में हंगामा कर रहा है। मंगलवार को वाराणसी से शुरू हुआ बवाल बरेली, सोनभद्र, उन्नाव, मुरादाबाद समेत कई जिलों में पहुंच चुका है। इन हंगामों के बीच वाराणसी के जिला निर्वाचन अधिकारी ने एडीएम आपूर्ति नलिनी कांत सिंह को हटा दिया है। नलिनी कांत को निर्वाचन से जुड़े सभी कार्यों से मुक्त कर दिया गया है। वहीं, सोनभद्र और बरेली में भी एसडीएम हटाए गए हैं । 

मंगलवार शाम सपा प्रमुख अखिलेश की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जगह-जगह समाजवादी पार्टी और विपक्ष के अन्य नेता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आरोप है कि भाजपा सरकार के कहने पर जिलों के अफसर ईवीएम से छेड़छाड़ कर रहे हैं। इसके अलावा पोस्टल बैलेट में भी धांधली करने का आरोप विपक्ष ने लगाया है। पढ़िए अब तक किस-किस जिले में क्या-क्या हुआ?

 

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