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उन्नाव। पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में कमी आई है। बुधवार शाम छह बजे गंगा का जलस्तर 110.200 मीटर रिकार्ड किया गया था। गुरुवार शाम छह बजे घटकर 109.660 मीटर पर पहुंच गया। हालांकि इसके बाद भी लोगों की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। बीघापुर के गढ़ेवा में सड़क कटान से आवागमन ठप हो गया है। वहीं फतेहपुर चौरासी में खेतों में पानी भर जाने से फसलों के सड़ने का खतरा बढ़ गया है।
बीघापुर तहसील क्षेत्र के गंगा के किनारे बसे गांव करमी, गढ़ेवा, पाही, चंदनपुर, गंगानगर, संतनगर के लोग पिछले दिनों गंगा के बढ़े जलस्तर को लेकर चिंतित हैं। पिछले वर्ष गंगा में हुई कटान से गढ़ेवा ग्राम सभा व करमी ग्राम सभा की सैकड़ों बीघा जमीन गंगा में चली गई थी। इस बार भी गंगा का जलस्तर पांच फुट के आसपास बढ़ने से अप्रोच रोड की तरफ कटान चालू हो गई है। इससे गढ़ेवा से पुल तक पैदल पहुंचना मुश्किल हो गया है। वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। गढ़ेवा के पूर्व ग्राम प्रधान योगेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कटान होने से लोग परेशान हैं। यदि पिछली बार की तरह इस साल भी कटान हुई तो गढ़ेवा के मजरे सहिबीखेड़ा का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। ग्राम प्रधान पति बैजनाथ लोधी ने बताया कि पुल से गांव की अप्रोच रोड जलस्तर में हो रही वृद्धि से कट रही है। वहीं, फतेहपुर चौरासी के कटरी क्षेत्र के ग्रामीण चिंतित हैं।
दबौली निवासी नीरज पांडेय ने बताया कि गंगा का पानी दबौली बाजार के पास आ गया है। यदि फिर जलस्तर बढ़ा तो पानी गांवों के किनारे बने घरों को चपेट में ले लेगा। ग्राम पंचायत गड़ाई के प्रधान लक्ष्मीनारायण ने बताया कि जलस्तर बढ़ने से गंगा से पहले उनकी उप धाराएं किसानों व ग्रामीणों के लिए अभिशाप बन जाती हैं।
उन्नाव। पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में कमी आई है। बुधवार शाम छह बजे गंगा का जलस्तर 110.200 मीटर रिकार्ड किया गया था। गुरुवार शाम छह बजे घटकर 109.660 मीटर पर पहुंच गया। हालांकि इसके बाद भी लोगों की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। बीघापुर के गढ़ेवा में सड़क कटान से आवागमन ठप हो गया है। वहीं फतेहपुर चौरासी में खेतों में पानी भर जाने से फसलों के सड़ने का खतरा बढ़ गया है।
बीघापुर तहसील क्षेत्र के गंगा के किनारे बसे गांव करमी, गढ़ेवा, पाही, चंदनपुर, गंगानगर, संतनगर के लोग पिछले दिनों गंगा के बढ़े जलस्तर को लेकर चिंतित हैं। पिछले वर्ष गंगा में हुई कटान से गढ़ेवा ग्राम सभा व करमी ग्राम सभा की सैकड़ों बीघा जमीन गंगा में चली गई थी। इस बार भी गंगा का जलस्तर पांच फुट के आसपास बढ़ने से अप्रोच रोड की तरफ कटान चालू हो गई है। इससे गढ़ेवा से पुल तक पैदल पहुंचना मुश्किल हो गया है। वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। गढ़ेवा के पूर्व ग्राम प्रधान योगेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कटान होने से लोग परेशान हैं। यदि पिछली बार की तरह इस साल भी कटान हुई तो गढ़ेवा के मजरे सहिबीखेड़ा का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। ग्राम प्रधान पति बैजनाथ लोधी ने बताया कि पुल से गांव की अप्रोच रोड जलस्तर में हो रही वृद्धि से कट रही है। वहीं, फतेहपुर चौरासी के कटरी क्षेत्र के ग्रामीण चिंतित हैं।
दबौली निवासी नीरज पांडेय ने बताया कि गंगा का पानी दबौली बाजार के पास आ गया है। यदि फिर जलस्तर बढ़ा तो पानी गांवों के किनारे बने घरों को चपेट में ले लेगा। ग्राम पंचायत गड़ाई के प्रधान लक्ष्मीनारायण ने बताया कि जलस्तर बढ़ने से गंगा से पहले उनकी उप धाराएं किसानों व ग्रामीणों के लिए अभिशाप बन जाती हैं।
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