उन्नावः गंगा में पानी बढ़ने से मुसीबतों की बाढ़

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चकलवंशी क्षेत्र में बाढ़ के पानी में डूबे खेत से नाव द्वारा मूली निकालकर लाती महिला। संवाद

चकलवंशी क्षेत्र में बाढ़ के पानी में डूबे खेत से नाव द्वारा मूली निकालकर लाती महिला। संवाद
– फोटो : UNNAO

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उन्नाव। लगातार बढ़ रहे गंगा के जलस्तर से कटरी के बाशिंदों की मुश्किले बढ़ गईं हैं। पिछले 24 घंटे में जलस्तर में .2 सेमी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। सोमवार शाम छह बजे जलस्तर 112.470 मीटर पर पहुंच गया। यह खतरे के निशान (113 मीटर) से महज .53 सेमी ही दूर है।
गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से कटरी क्षेत्र के गदनपुर आहार, हरीगंज, मल्लाहनपुरवा, नयापुरवा व धन्नापुरवा समेत कई गांवों का संपर्क तहसील मुख्यालय से टूट गया है। तहसीलदार दिलीप कुमार ने बताया कि क्षेत्रीय लेखपालों को बाढ़ क्षेत्रों पर लगातार नजर रखने के लिए कहा है। प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। बारासगवर थानाक्षेत्र के पसनियाखेड़ा से जयराजमऊ जाने वाला मार्ग चारों ओर पानी से घिर गया है। लोग नाव से आवागमन कर रहे हैं। सोमवार को रचित, खरमूल, सूरज, महेंद्र, बीटा देवी गांव से बाजार करने जयराजमऊ व धानीखेड़ा जा रहे थे। तभी बीच में अचानक नाव पलट गई। नाव चला रहे रायपुर निवासी नरेश ने लोगों को बाहर निकाला। सभी लोग बाल-बाल बच गए।
चकलवंशी संवाद के मुताबिक सरोसी क्षेत्र के आंट, घुसौली, करीमाबाद, बंधवा, प्यारेपुर, मोहद्दीपुर, सथरा व अतरी के पास बाढ़ का पानी पहुंच गया है। आंट गांव के बीडीसी दीनदयाल लोधी, सरवन सेठ, बीरेंद्र राजपूत, मुन्ना कश्यप, कल्लू कश्यप, गोवर्धन राठौर, राजू लोधी ने बताया कि गांवों के पास बाढ़ का पानी आ गया है। इससे सैकड़ों बीघा धान, मक्का, गोभी, मूली की फसल जलमग्न हो गई है। इससे लाखों का नुकसान हो गया है। कल्लू ने बताया कि मेड़बंदी कर पानी रोकने का प्रयास कर रहे हैं। राजेश की पत्नी जानकी ने बताया कि मूली पूरी तरह से पानी में डूब गई है।

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उन्नाव। लगातार बढ़ रहे गंगा के जलस्तर से कटरी के बाशिंदों की मुश्किले बढ़ गईं हैं। पिछले 24 घंटे में जलस्तर में .2 सेमी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। सोमवार शाम छह बजे जलस्तर 112.470 मीटर पर पहुंच गया। यह खतरे के निशान (113 मीटर) से महज .53 सेमी ही दूर है।

गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से कटरी क्षेत्र के गदनपुर आहार, हरीगंज, मल्लाहनपुरवा, नयापुरवा व धन्नापुरवा समेत कई गांवों का संपर्क तहसील मुख्यालय से टूट गया है। तहसीलदार दिलीप कुमार ने बताया कि क्षेत्रीय लेखपालों को बाढ़ क्षेत्रों पर लगातार नजर रखने के लिए कहा है। प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। बारासगवर थानाक्षेत्र के पसनियाखेड़ा से जयराजमऊ जाने वाला मार्ग चारों ओर पानी से घिर गया है। लोग नाव से आवागमन कर रहे हैं। सोमवार को रचित, खरमूल, सूरज, महेंद्र, बीटा देवी गांव से बाजार करने जयराजमऊ व धानीखेड़ा जा रहे थे। तभी बीच में अचानक नाव पलट गई। नाव चला रहे रायपुर निवासी नरेश ने लोगों को बाहर निकाला। सभी लोग बाल-बाल बच गए।

चकलवंशी संवाद के मुताबिक सरोसी क्षेत्र के आंट, घुसौली, करीमाबाद, बंधवा, प्यारेपुर, मोहद्दीपुर, सथरा व अतरी के पास बाढ़ का पानी पहुंच गया है। आंट गांव के बीडीसी दीनदयाल लोधी, सरवन सेठ, बीरेंद्र राजपूत, मुन्ना कश्यप, कल्लू कश्यप, गोवर्धन राठौर, राजू लोधी ने बताया कि गांवों के पास बाढ़ का पानी आ गया है। इससे सैकड़ों बीघा धान, मक्का, गोभी, मूली की फसल जलमग्न हो गई है। इससे लाखों का नुकसान हो गया है। कल्लू ने बताया कि मेड़बंदी कर पानी रोकने का प्रयास कर रहे हैं। राजेश की पत्नी जानकी ने बताया कि मूली पूरी तरह से पानी में डूब गई है।



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