उन्नावः नौ गांवों में 120 बीघा फसल जलमग्न

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रघुनाथखेड़ा गांव में पानी में डूबी धान की फसल निकालकर लाता किसान। संवाद

रघुनाथखेड़ा गांव में पानी में डूबी धान की फसल निकालकर लाता किसान। संवाद
– फोटो : UNNAO

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अचलगंज। औद्योगिक क्षेत्र से निकले सिटी ड्रेन नाले के चोक हो जाने से उसका गंदा पानी बंथर क्षेत्र के गांवों तक पहुंच गया। वहीं, परिषदीय विद्यालय के अंदर तक पानी भर गया। खेतों में भर जाने से नौ गांवों की सैकड़ों एकड़ फसलें जलमग्न होकर सड़ने लगी हैं। लोगों के घरों के किनारे पानी भरने आवागमन मुश्किल हो गया है।
मगरवारा व बंथर की औद्योगिक इकाइयां सिटी ड्रेन नाले की मदद से दूषित जल निकालते हैं। कई सालों से सफाई न होने से नाला चोक हो चुका है। नाला उफनाने से बंथर, आटा, नयाखेड़ा, लक्ष्मणखेड़ा, सुपासी, गड़सर, रघुनाथखेड़ा, कंचनखेड़ा व जेवाखेड़ा गांवों के खेतों में पानी भर गया।
इससे किसानों की धान, लौकी, कद्दू व गाजर की फसलें जलमग्न होकर नष्ट हो गई हैं। अकेले रघुनाथखेड़ा के किसानों की लगभग दो सौ बीघा धान की फसल पानी भर जाने से सड़ने लगी है। वहीं घरों के किनारे तक पानी पहुंच जाने से लोगों को दिक्कतें आ रही हैं। जानवरों को भी चारे पानी की समस्या हो रही है।
बंथर बाईपास चौराहे से लेकर सुपासी गड़सर तक लगभग दस वर्ग किमी तक चारों ओर पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। जिससे गांवों में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। सैकड़ों लोग बीमार हो रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, नाला चोक होने के साथ डकारी गांव में बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में भी पानी भर जाता है। जिसे कई पंप सेट लगा कर निकाला जाता है। वह पानी भी खुले खेतों में भर रहा है।
रघुनाथखेड़ा के पप्पू यादव व सुपासी के सोनू ने बताया कि धान की फसल तो नष्ट हो ही गई है। पानी भरा होने से गेहूं भी बोने को नहीं मिलेगा। पप्पू यादव ने बताया कि पांच बीघा धान तैयार था। पानी भर जाने से उसी में सडऩे लगा है। खेतों में कमर तक पानी है। सुपासी के रमेश ने बताया कि चार बीघा धान सड़ गया है। परिवार की रोजी रोटी का सहारा खेत ही है। कहा कि साल भर की कमाई डूब गई है।
किसान खेलावन लाल ने बताया कि दस बीघे धान इसी पानी में सड़ रहा है। एक दाना भी घर आने की उम्मीद नहीं रही। गेहूं भी बोने को नहीं मिलेगा। कोई सरकारी अधिकारी भी हमारी समस्या देखने नहीं आया। रघुनाथखेड़ा निवासी निर्मला ने बताया कि तीन बीघे धान लगाया था लेकिन सब खत्म हो गया। खेतों तक जाने को ही नहीं मिल रहा है।

औद्योगिक क्षेत्र के सिटी ड्रेन नाला चोक होने से बंथर क्षेत्र के गांव तक पहुंचा पानी। संवाद

औद्योगिक क्षेत्र के सिटी ड्रेन नाला चोक होने से बंथर क्षेत्र के गांव तक पहुंचा पानी। संवाद– फोटो : UNNAO

सिटी ड्रेन नाला चोक होने से रघुनाथ खेडा प्राथमिक विद्यालय में हुआ जलभराव। संवाद

सिटी ड्रेन नाला चोक होने से रघुनाथ खेडा प्राथमिक विद्यालय में हुआ जलभराव। संवाद– फोटो : UNNAO

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अचलगंज। औद्योगिक क्षेत्र से निकले सिटी ड्रेन नाले के चोक हो जाने से उसका गंदा पानी बंथर क्षेत्र के गांवों तक पहुंच गया। वहीं, परिषदीय विद्यालय के अंदर तक पानी भर गया। खेतों में भर जाने से नौ गांवों की सैकड़ों एकड़ फसलें जलमग्न होकर सड़ने लगी हैं। लोगों के घरों के किनारे पानी भरने आवागमन मुश्किल हो गया है।

मगरवारा व बंथर की औद्योगिक इकाइयां सिटी ड्रेन नाले की मदद से दूषित जल निकालते हैं। कई सालों से सफाई न होने से नाला चोक हो चुका है। नाला उफनाने से बंथर, आटा, नयाखेड़ा, लक्ष्मणखेड़ा, सुपासी, गड़सर, रघुनाथखेड़ा, कंचनखेड़ा व जेवाखेड़ा गांवों के खेतों में पानी भर गया।

इससे किसानों की धान, लौकी, कद्दू व गाजर की फसलें जलमग्न होकर नष्ट हो गई हैं। अकेले रघुनाथखेड़ा के किसानों की लगभग दो सौ बीघा धान की फसल पानी भर जाने से सड़ने लगी है। वहीं घरों के किनारे तक पानी पहुंच जाने से लोगों को दिक्कतें आ रही हैं। जानवरों को भी चारे पानी की समस्या हो रही है।

बंथर बाईपास चौराहे से लेकर सुपासी गड़सर तक लगभग दस वर्ग किमी तक चारों ओर पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। जिससे गांवों में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। सैकड़ों लोग बीमार हो रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, नाला चोक होने के साथ डकारी गांव में बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में भी पानी भर जाता है। जिसे कई पंप सेट लगा कर निकाला जाता है। वह पानी भी खुले खेतों में भर रहा है।

रघुनाथखेड़ा के पप्पू यादव व सुपासी के सोनू ने बताया कि धान की फसल तो नष्ट हो ही गई है। पानी भरा होने से गेहूं भी बोने को नहीं मिलेगा। पप्पू यादव ने बताया कि पांच बीघा धान तैयार था। पानी भर जाने से उसी में सडऩे लगा है। खेतों में कमर तक पानी है। सुपासी के रमेश ने बताया कि चार बीघा धान सड़ गया है। परिवार की रोजी रोटी का सहारा खेत ही है। कहा कि साल भर की कमाई डूब गई है।

किसान खेलावन लाल ने बताया कि दस बीघे धान इसी पानी में सड़ रहा है। एक दाना भी घर आने की उम्मीद नहीं रही। गेहूं भी बोने को नहीं मिलेगा। कोई सरकारी अधिकारी भी हमारी समस्या देखने नहीं आया। रघुनाथखेड़ा निवासी निर्मला ने बताया कि तीन बीघे धान लगाया था लेकिन सब खत्म हो गया। खेतों तक जाने को ही नहीं मिल रहा है।

औद्योगिक क्षेत्र के सिटी ड्रेन नाला चोक होने से बंथर क्षेत्र के गांव तक पहुंचा पानी। संवाद

औद्योगिक क्षेत्र के सिटी ड्रेन नाला चोक होने से बंथर क्षेत्र के गांव तक पहुंचा पानी। संवाद– फोटो : UNNAO

सिटी ड्रेन नाला चोक होने से रघुनाथ खेडा प्राथमिक विद्यालय में हुआ जलभराव। संवाद

सिटी ड्रेन नाला चोक होने से रघुनाथ खेडा प्राथमिक विद्यालय में हुआ जलभराव। संवाद– फोटो : UNNAO



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