बिछिया के अलगनगढ़ में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माणाधीन स्थल पर भरा पानी व खड़ी मशीनें। संवाद – फोटो : UNNAO
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उन्नाव। बारिश ने गंगा एक्सप्रेसवे सहित कई बड़े प्रोजेक्टों की रफ्तार रोक दी है। इससे काम में देरी होगी। प्रोजेक्टों से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अभी 15 दिन काम नहीं शुरू हो सकेगा। गंगा एक्सप्रेसवे जिले की छह तहसीलों के 76 गांवों से निकल रहा है। इसकी लंबाई 105 किमी की होगी। एक्सप्रेसवे के लिए 1314 हेक्टेअर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। अगस्त में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जिले में भी शुरू हुआ था। पहले चरण में गंजमुरादाबाद व बिछिया के अलगनगढ़ में जेसीबी और रोड रोलर के जरिए भूमि को समतल करने का काम शुरू हुआ था। किसानों के विरोध के कारण कुछ समय तक काम बंद रहा था। अब बारिश ने व्यवधान डाल दिया। वर्तमान में समतलीकरण वाले स्थान पर पानी भरा हुआ है। इस कारण काम बंद कर दिया गया है। फर्म के डीपीएम (डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर) विनोद साहू का कहना है कि अभी 15 दिन काम शुरू नहीं हो सकेगा। लखनऊ से कानपुर के बीच प्रस्तावित एक्सप्रेसवे (एनई-6) के लिए 32 गांवों की 380 हेक्टेअर भूमि अधिग्रहीत की गई है। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे छह लेन का बनाया जाएगा। इसकी डिजाइन आठ लेन के हिसाब से तैयार की गई है। सितंबर माह से कार्यदायी फर्म पीएनसी ने पुरवा तहसील की तूरी पंचायत से एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए भूमि समतलीकरण का काम शुरू किया था। पिछले दिनों की मूसलाधार बारिश ने काम रोक दिया है। फर्म के प्रशासनिक अधिकारी उदित जैन ने बताया कि पानी सूखने में 15 दिन लग सकते हैं। उन्नाव-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग के बदरका मोड़ से एनएच 31 शुरू होता है, जो बदरका, सिकंदरपुर, बेथर, बीघापुर और तकिया होते हुए लालगंज में रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ता है। अभी यह दो लेन है, जिसे फोर लेन किया जा रहा है। कार्यदायी संस्था पीएनसी द्वारा फोन लेन करने का काम तेजी के साथ पूरा किया जा रहा था। अब बारिश ने इसमें रुकावट डाल दी है। बीघापुर के पास निचली भूमि होने से पानी भरा हुआ है। भैंसई नौबस्ता के पास बाईपास निर्माण का काम भी रुक गया है। पीएनसी के प्रोजेक्ट मैनेजर अशोक तिवारी ने बताया कि बारिश ने काम रोक दिया है।
पुरवा के तूरी में लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण स्थल पर पानी भरा होने से खड़ी मशीनें। संवाद– फोटो : UNNAO
अचलगंज के भैसई नौबस्ता में खड़ी मशीन। संवाद– फोटो : UNNAO
उन्नाव। बारिश ने गंगा एक्सप्रेसवे सहित कई बड़े प्रोजेक्टों की रफ्तार रोक दी है। इससे काम में देरी होगी। प्रोजेक्टों से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अभी 15 दिन काम नहीं शुरू हो सकेगा।
गंगा एक्सप्रेसवे जिले की छह तहसीलों के 76 गांवों से निकल रहा है। इसकी लंबाई 105 किमी की होगी। एक्सप्रेसवे के लिए 1314 हेक्टेअर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। अगस्त में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जिले में भी शुरू हुआ था। पहले चरण में गंजमुरादाबाद व बिछिया के अलगनगढ़ में जेसीबी और रोड रोलर के जरिए भूमि को समतल करने का काम शुरू हुआ था। किसानों के विरोध के कारण कुछ समय तक काम बंद रहा था। अब बारिश ने व्यवधान डाल दिया। वर्तमान में समतलीकरण वाले स्थान पर पानी भरा हुआ है। इस कारण काम बंद कर दिया गया है। फर्म के डीपीएम (डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर) विनोद साहू का कहना है कि अभी 15 दिन काम शुरू नहीं हो सकेगा।
लखनऊ से कानपुर के बीच प्रस्तावित एक्सप्रेसवे (एनई-6) के लिए 32 गांवों की 380 हेक्टेअर भूमि अधिग्रहीत की गई है। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे छह लेन का बनाया जाएगा। इसकी डिजाइन आठ लेन के हिसाब से तैयार की गई है। सितंबर माह से कार्यदायी फर्म पीएनसी ने पुरवा तहसील की तूरी पंचायत से एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए भूमि समतलीकरण का काम शुरू किया था। पिछले दिनों की मूसलाधार बारिश ने काम रोक दिया है। फर्म के प्रशासनिक अधिकारी उदित जैन ने बताया कि पानी सूखने में 15 दिन लग सकते हैं।
उन्नाव-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग के बदरका मोड़ से एनएच 31 शुरू होता है, जो बदरका, सिकंदरपुर, बेथर, बीघापुर और तकिया होते हुए लालगंज में रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ता है। अभी यह दो लेन है, जिसे फोर लेन किया जा रहा है। कार्यदायी संस्था पीएनसी द्वारा फोन लेन करने का काम तेजी के साथ पूरा किया जा रहा था। अब बारिश ने इसमें रुकावट डाल दी है। बीघापुर के पास निचली भूमि होने से पानी भरा हुआ है। भैंसई नौबस्ता के पास बाईपास निर्माण का काम भी रुक गया है। पीएनसी के प्रोजेक्ट मैनेजर अशोक तिवारी ने बताया कि बारिश ने काम रोक दिया है।
पुरवा के तूरी में लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण स्थल पर पानी भरा होने से खड़ी मशीनें। संवाद– फोटो : UNNAO
अचलगंज के भैसई नौबस्ता में खड़ी मशीन। संवाद– फोटो : UNNAO