उन्नावः 20 घंटे में 81.5 मिलीमीटर बारिश, टूटा दस साल का रिकार्ड

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शहर के बड़ा चौराहा पर हुए जलभराव में गड्ढे से हादसे रोकने के लिए दुकानदारों द्वारा रखी गई मेज। सं?

शहर के बड़ा चौराहा पर हुए जलभराव में गड्ढे से हादसे रोकने के लिए दुकानदारों द्वारा रखी गई मेज। सं?
– फोटो : UNNAO

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उन्नाव। पिछले 20 घंटे में जिले में 81.5 मिलीमीटर बारिश हुई। जो पिछले दस सालों में सबसे ज्यादा है। रिकार्ड बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर से गांव तक कई इलाके जलमग्र हो गए। घरों के अंदर तक पानी घुस गया। वहीं कई क्षेत्रों में जर्जर व कच्चे घर ढह गए। हालांकि राहत की बात रही कि कहीं जनहानि नहीं हुई। बिजली लाइनें ब्रेकडाउन होने और ट्रांसफार्मर फुंकने से आधा शहर अंधेरे में रहा।
बारिश से शहर के आदर्शनगर, किशोरीखेड़ा, बंधूहार, पूरननगर, कब्बाखेड़ा, गांधीनगर, ईदगाह, इंद्रानगर, कल्याणी, डीएसएन कालेज रोड, हिरन नगर, पीडीनगर, कृष्णानगर, शिवनगर, सिविल लाइन, मौहारीबाग सहित अधिकांश मोहल्ले भीषण जलभराव की चपेट में रहे। पूरननगर, क्वेटा तालाब नई बस्ती, रामपुर, बंधूहार आदि मोहल्लों में भी पानी भरा रहा। ब्लाक मियागंज के कोरारीकला में गांव के मुख्य नाले से जलनिकासी नहीं हो पाई। जिससे गांव के रास्तों और 25 घरों में पानी घुस गया।
ग्राम प्रधान छेदाना के बेटे राधेश्याम ने एसडीएम हसनगंज देवेंद्र प्रताप सिंह को सूचना दी। हसनगंज के सराय गोविंद गांव में निकासी न होने से घरों में पानी भरा रहा। पुरवा सीएचसी, आपूर्ति कार्यालय, कपड़ा मंडी व टीबी सेंटर और बीघापुर थाना परिसर में भी पानी भर गया। असोहा ब्लाक के मंगतखेड़ा में गोशाला, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, बरातशाला में जलभराव हो गया। आधा गांव जलभराव की चपेट में होने से मुन्नी लाल रावत, सचिन तिवारी, बच्चू, बल्लो सहित दर्जनों घरों में पानी भर गया। मंगतखेड़ा बाजार में बंजारों के डेरे में पानी भर गया। लोग सामान समेटकर दूसरे स्थान पर जाने को मजबूर हुए।
2012 में हुई थी 80 एमएम बारिश, दस साल बाद फिर बरसा पानी
वर्ष 2012 में अक्तूबर महीने की नौ और 10 तारीख को 80 एमएम बारिश हुई थी। इसके बाद इस बार 2022 में 81.5 एमएम बारिश होने से पिछले दस साल का रिकार्ड टूट गया है। इस बार एक अक्तूबर से दस अक्तूबर के बीच कुल 115.5 एमएम बारिश हुई है। जबकि अक्तूबर में 30.3 एमएम वर्षा सामान्य मानी जाती है। सिर्फ 10 दिन में ही सामान्य से करीब चार गुना अधिक बारिश हो चुकी है। 20 घंटे में सबसे ज्यादा 106 एमएम बारिश सदर तहसील और सबसे कम सफीपुर में 47 एमएम हुई है। हसनगंज में 96, पुरवा में 77 मिमी बारिश रिकार्ड की गई।

शाहगंज में सड़क पर हुए जलभराव के बीच जूते हाथ में लेकर जाता पुलिस कर्मी। संवाद

शाहगंज में सड़क पर हुए जलभराव के बीच जूते हाथ में लेकर जाता पुलिस कर्मी। संवाद– फोटो : UNNAO

कृष्णानगर मोहल्ले में जलभराव के बीच निकलते लोग। संवाद

कृष्णानगर मोहल्ले में जलभराव के बीच निकलते लोग। संवाद– फोटो : UNNAO

बारिश के दौरान मुख्य मार्ग पर जलभराव व गड्ढों का निरीक्षण करतीं डीएम अपूर्वा दुबे। संवाद

बारिश के दौरान मुख्य मार्ग पर जलभराव व गड्ढों का निरीक्षण करतीं डीएम अपूर्वा दुबे। संवाद– फोटो : UNNAO

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उन्नाव। पिछले 20 घंटे में जिले में 81.5 मिलीमीटर बारिश हुई। जो पिछले दस सालों में सबसे ज्यादा है। रिकार्ड बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर से गांव तक कई इलाके जलमग्र हो गए। घरों के अंदर तक पानी घुस गया। वहीं कई क्षेत्रों में जर्जर व कच्चे घर ढह गए। हालांकि राहत की बात रही कि कहीं जनहानि नहीं हुई। बिजली लाइनें ब्रेकडाउन होने और ट्रांसफार्मर फुंकने से आधा शहर अंधेरे में रहा।

बारिश से शहर के आदर्शनगर, किशोरीखेड़ा, बंधूहार, पूरननगर, कब्बाखेड़ा, गांधीनगर, ईदगाह, इंद्रानगर, कल्याणी, डीएसएन कालेज रोड, हिरन नगर, पीडीनगर, कृष्णानगर, शिवनगर, सिविल लाइन, मौहारीबाग सहित अधिकांश मोहल्ले भीषण जलभराव की चपेट में रहे। पूरननगर, क्वेटा तालाब नई बस्ती, रामपुर, बंधूहार आदि मोहल्लों में भी पानी भरा रहा। ब्लाक मियागंज के कोरारीकला में गांव के मुख्य नाले से जलनिकासी नहीं हो पाई। जिससे गांव के रास्तों और 25 घरों में पानी घुस गया।

ग्राम प्रधान छेदाना के बेटे राधेश्याम ने एसडीएम हसनगंज देवेंद्र प्रताप सिंह को सूचना दी। हसनगंज के सराय गोविंद गांव में निकासी न होने से घरों में पानी भरा रहा। पुरवा सीएचसी, आपूर्ति कार्यालय, कपड़ा मंडी व टीबी सेंटर और बीघापुर थाना परिसर में भी पानी भर गया। असोहा ब्लाक के मंगतखेड़ा में गोशाला, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, बरातशाला में जलभराव हो गया। आधा गांव जलभराव की चपेट में होने से मुन्नी लाल रावत, सचिन तिवारी, बच्चू, बल्लो सहित दर्जनों घरों में पानी भर गया। मंगतखेड़ा बाजार में बंजारों के डेरे में पानी भर गया। लोग सामान समेटकर दूसरे स्थान पर जाने को मजबूर हुए।

2012 में हुई थी 80 एमएम बारिश, दस साल बाद फिर बरसा पानी

वर्ष 2012 में अक्तूबर महीने की नौ और 10 तारीख को 80 एमएम बारिश हुई थी। इसके बाद इस बार 2022 में 81.5 एमएम बारिश होने से पिछले दस साल का रिकार्ड टूट गया है। इस बार एक अक्तूबर से दस अक्तूबर के बीच कुल 115.5 एमएम बारिश हुई है। जबकि अक्तूबर में 30.3 एमएम वर्षा सामान्य मानी जाती है। सिर्फ 10 दिन में ही सामान्य से करीब चार गुना अधिक बारिश हो चुकी है। 20 घंटे में सबसे ज्यादा 106 एमएम बारिश सदर तहसील और सबसे कम सफीपुर में 47 एमएम हुई है। हसनगंज में 96, पुरवा में 77 मिमी बारिश रिकार्ड की गई।

शाहगंज में सड़क पर हुए जलभराव के बीच जूते हाथ में लेकर जाता पुलिस कर्मी। संवाद

शाहगंज में सड़क पर हुए जलभराव के बीच जूते हाथ में लेकर जाता पुलिस कर्मी। संवाद– फोटो : UNNAO

कृष्णानगर मोहल्ले में जलभराव के बीच निकलते लोग। संवाद

कृष्णानगर मोहल्ले में जलभराव के बीच निकलते लोग। संवाद– फोटो : UNNAO

बारिश के दौरान मुख्य मार्ग पर जलभराव व गड्ढों का निरीक्षण करतीं डीएम अपूर्वा दुबे। संवाद

बारिश के दौरान मुख्य मार्ग पर जलभराव व गड्ढों का निरीक्षण करतीं डीएम अपूर्वा दुबे। संवाद– फोटो : UNNAO



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