उन्नाव: ग्राम प्रधान उपचुनाव में बहू, ससुर आमने सामने

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बीघापुर। विकासखंड की ग्राम पंचायत करमी में रिक्त ग्राम प्रधान पद के लिए होने वाले उपचुनाव की प्रक्रिया तेजी पकड़ने लगी है। चुनाव में ससुर और बहू के आमने-सामने होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
ग्राम पंचायत करमी में प्रधान पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। पंचायत में 2874 मतदाता हैं। पिछले साल हुए चुनाव में सात प्रत्याशी मैदान में थे और 2129 मत पड़े थे। पंचायत सामान्य निर्वाचन में विनय कुमार ने 50 मतों से विजय पाई थी।
कुछ माह बाद विनय की आकस्मिक मौत हो गई थी। रिक्त पद पर हो रहे उपचुनाव में मृतक की पत्नी कलावती, पिता रामचरण व भाई सोनू ने नामांकन दाखिल किया था लेकिन बाद में सोनू ने पर्चा वापस ले लिया था। इसके अतिरिक्त पिछले चुनाव में उपविजेता रहे अमरनाथ इस बार मैदान में नहीं उतरे हैं।
ग्राम पंचायत में चार अगस्त को मतदान तथा पांच अगस्त को मतगणना होगी। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, चुनाव प्रचार तेजी पकड़ता जा रहा है। मृतक प्रधान की पत्नी व पिता दोनों ही सहानुभूति के वोट जुटाने में लगे हैं। मतदाताओं में परिवार के आपसी मतभेदों की भी चर्चाएं हैं। उपचुनाव में ससुर और बहू के आमने- सामने होने से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सभी पांच अगस्त का इंतजार कर रहे हैं।

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बीघापुर। विकासखंड की ग्राम पंचायत करमी में रिक्त ग्राम प्रधान पद के लिए होने वाले उपचुनाव की प्रक्रिया तेजी पकड़ने लगी है। चुनाव में ससुर और बहू के आमने-सामने होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

ग्राम पंचायत करमी में प्रधान पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। पंचायत में 2874 मतदाता हैं। पिछले साल हुए चुनाव में सात प्रत्याशी मैदान में थे और 2129 मत पड़े थे। पंचायत सामान्य निर्वाचन में विनय कुमार ने 50 मतों से विजय पाई थी।

कुछ माह बाद विनय की आकस्मिक मौत हो गई थी। रिक्त पद पर हो रहे उपचुनाव में मृतक की पत्नी कलावती, पिता रामचरण व भाई सोनू ने नामांकन दाखिल किया था लेकिन बाद में सोनू ने पर्चा वापस ले लिया था। इसके अतिरिक्त पिछले चुनाव में उपविजेता रहे अमरनाथ इस बार मैदान में नहीं उतरे हैं।

ग्राम पंचायत में चार अगस्त को मतदान तथा पांच अगस्त को मतगणना होगी। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, चुनाव प्रचार तेजी पकड़ता जा रहा है। मृतक प्रधान की पत्नी व पिता दोनों ही सहानुभूति के वोट जुटाने में लगे हैं। मतदाताओं में परिवार के आपसी मतभेदों की भी चर्चाएं हैं। उपचुनाव में ससुर और बहू के आमने- सामने होने से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सभी पांच अगस्त का इंतजार कर रहे हैं।

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