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उन्नाव। प्रदेश सरकार ने हिलौली विकासखंड की पांच ग्राम पंचायतों को मिलाकर मवई नगर पंचायत बनाने की अधिसूचना जारी कर दी है। इससे करीब 21 हजार लोगों को नगरीय सुविधाएं मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
वर्तमान में जिले में तीन नगर पालिका परिषद और 16 नगर पंचायतें हैं। शासन ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के पैतृक गांव लउवासिंहनखेड़ा को नगर पंचायत बनाने की अधिसूचना जारी की थी। अब इसमें मवई का भी नाम शामिल हो गया है। मवई को नगर पंचायत बनाने का आदेश जारी कर लोगों से आपत्तियां व सुझाव मांगे गए हैं।
नगर विकास विभाग के अनु सचिव महावीर प्रसाद की ओर से जिलाधिकारी को इस संबंध में पत्र भेजा गया है। कहा है कि 15 दिन में आपत्तियों का निस्तारण कर दें। इसके बाद मवई को नगर पंचायत के रूप में जाना जाएगा।
नगर विकास विभाग के शासनादेश के मुताबिक 20 हजार की आबादी पर ही ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा दिया जा सकता है। ऐसे में अकेले मवई नगर पंचायत नहीं बन पा रही थी। इस कारण पांच अन्य ग्राम पंचायतों को इसमें शामिल किया गया है। मवई के साथ रजवाड़ा, लोहरामऊ, चकसरैया (शिवनाथखेड़ा), मोहगवां व चंदाखेड़ा दिगलहाई की आबादी भी ली गई है। इन गांवों की कुल आबादी 21 हजार के आसपास पहुंच रही है।
सफीपुर व ऊगू नगर पंचायत का होगा सीमा विस्तार
फतेहपुर चौरासी/सफीपुर। शासन ने दो नगर पंचायतों के सीमा विस्तार को मंजूरी दे दी है। इसमें सफीपुर और ऊगू नगर पंचायत शामिल हैं। सफीपुर नगर पंचायत की सीमा विस्तार में सफीपुर ग्रामीण के लगभग 7200 लोग व नौ मजरे शामिल होंगे। इसमें खादिमअलीखेड़ा, जगदीशखेड़ा, मोहीखेड़ा, यशोदानगर, रोशन नगर (आंशिक), झब्बूखेड़ा, महदीखेड़ा, निर्मलनगर व आंबेडकरनगर शामिल हैं।
वहीं ऊगू ग्रामीण के दो मजरों के लोगों को शहरी सुविधाएं मुहैया हो सकेंगी। अधिशासी अधिकारी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि 11 दिसंबर 2020 को नगर के सीमा विस्तार का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। मंगलवार को स्वीकृति मिलने से ऊगू ग्रामीण के मजरे रामनगर व गंगाप्रसादखेड़ा नगर से जोड़े जाएंगे। पहले नगर पंचायत ऊगू की आबादी 6318 थी।
सीमा विस्तार के बाद ऊगू कस्बे में दोनों मजरों की आबादी जुड़ गई। शासन से धन आवंटित होते ही विकास कार्य शुरू कराए जाएंगे। सीमा विस्तार से नगर में दस वार्डों की जगह ग्यारह वार्ड बनने की संभावना है। रामनगर की रामलली, छोटेलाल, भगवानदीन, भगोने, सोहन व गंगाप्रसादखेड़ा के भइयालाल, खुशीराम, पुत्तीलाल, रामकुमार बौआ आदि ग्रामीणों ने गांव को नगर में जोड़े जाने पर खुशी जताई है।
दो साल पहले गठन, अब तक नहीं बना भवन
अचलगंज। दो वर्ष पहले अचलगंज नगर पंचायत का गठन किया गया था। इसमें अचलगंज कस्बे के अलावा ग्रामसभा लोहचा और कांटी को शामिल किया गया। विकास और नगरीय सेवाएं मुहैया कराने के लिए ईओ को नियुक्त कर दिया गया। अभी तक वह वैकल्पिक व्यवस्था के तहत हड़हा के पंचायत भवन से कार्यालय का संचालन कर रहे हैं।
20 दिसंबर 2021 को 1.45 करोड़ की लागत से बनने वाले नगर पंचायत कार्यालय का शिलान्यास तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने किया था लेकिन काम में सुस्ती जारी है।। ईओ अशोक कुमार ने बताया कि दो माह में काम पूरा हो जाने की संभावना है। (संवाद)
उन्नाव। प्रदेश सरकार ने हिलौली विकासखंड की पांच ग्राम पंचायतों को मिलाकर मवई नगर पंचायत बनाने की अधिसूचना जारी कर दी है। इससे करीब 21 हजार लोगों को नगरीय सुविधाएं मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
वर्तमान में जिले में तीन नगर पालिका परिषद और 16 नगर पंचायतें हैं। शासन ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के पैतृक गांव लउवासिंहनखेड़ा को नगर पंचायत बनाने की अधिसूचना जारी की थी। अब इसमें मवई का भी नाम शामिल हो गया है। मवई को नगर पंचायत बनाने का आदेश जारी कर लोगों से आपत्तियां व सुझाव मांगे गए हैं।
नगर विकास विभाग के अनु सचिव महावीर प्रसाद की ओर से जिलाधिकारी को इस संबंध में पत्र भेजा गया है। कहा है कि 15 दिन में आपत्तियों का निस्तारण कर दें। इसके बाद मवई को नगर पंचायत के रूप में जाना जाएगा।
नगर विकास विभाग के शासनादेश के मुताबिक 20 हजार की आबादी पर ही ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा दिया जा सकता है। ऐसे में अकेले मवई नगर पंचायत नहीं बन पा रही थी। इस कारण पांच अन्य ग्राम पंचायतों को इसमें शामिल किया गया है। मवई के साथ रजवाड़ा, लोहरामऊ, चकसरैया (शिवनाथखेड़ा), मोहगवां व चंदाखेड़ा दिगलहाई की आबादी भी ली गई है। इन गांवों की कुल आबादी 21 हजार के आसपास पहुंच रही है।
सफीपुर व ऊगू नगर पंचायत का होगा सीमा विस्तार
फतेहपुर चौरासी/सफीपुर। शासन ने दो नगर पंचायतों के सीमा विस्तार को मंजूरी दे दी है। इसमें सफीपुर और ऊगू नगर पंचायत शामिल हैं। सफीपुर नगर पंचायत की सीमा विस्तार में सफीपुर ग्रामीण के लगभग 7200 लोग व नौ मजरे शामिल होंगे। इसमें खादिमअलीखेड़ा, जगदीशखेड़ा, मोहीखेड़ा, यशोदानगर, रोशन नगर (आंशिक), झब्बूखेड़ा, महदीखेड़ा, निर्मलनगर व आंबेडकरनगर शामिल हैं।
वहीं ऊगू ग्रामीण के दो मजरों के लोगों को शहरी सुविधाएं मुहैया हो सकेंगी। अधिशासी अधिकारी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि 11 दिसंबर 2020 को नगर के सीमा विस्तार का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। मंगलवार को स्वीकृति मिलने से ऊगू ग्रामीण के मजरे रामनगर व गंगाप्रसादखेड़ा नगर से जोड़े जाएंगे। पहले नगर पंचायत ऊगू की आबादी 6318 थी।
सीमा विस्तार के बाद ऊगू कस्बे में दोनों मजरों की आबादी जुड़ गई। शासन से धन आवंटित होते ही विकास कार्य शुरू कराए जाएंगे। सीमा विस्तार से नगर में दस वार्डों की जगह ग्यारह वार्ड बनने की संभावना है। रामनगर की रामलली, छोटेलाल, भगवानदीन, भगोने, सोहन व गंगाप्रसादखेड़ा के भइयालाल, खुशीराम, पुत्तीलाल, रामकुमार बौआ आदि ग्रामीणों ने गांव को नगर में जोड़े जाने पर खुशी जताई है।
दो साल पहले गठन, अब तक नहीं बना भवन
अचलगंज। दो वर्ष पहले अचलगंज नगर पंचायत का गठन किया गया था। इसमें अचलगंज कस्बे के अलावा ग्रामसभा लोहचा और कांटी को शामिल किया गया। विकास और नगरीय सेवाएं मुहैया कराने के लिए ईओ को नियुक्त कर दिया गया। अभी तक वह वैकल्पिक व्यवस्था के तहत हड़हा के पंचायत भवन से कार्यालय का संचालन कर रहे हैं।
20 दिसंबर 2021 को 1.45 करोड़ की लागत से बनने वाले नगर पंचायत कार्यालय का शिलान्यास तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने किया था लेकिन काम में सुस्ती जारी है।। ईओ अशोक कुमार ने बताया कि दो माह में काम पूरा हो जाने की संभावना है। (संवाद)
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