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जिला महिला अस्पताल में परिजनों ने किया हंगामा
कमरा बंद कर डॉक्टर व स्टॉफ ने बचाई अपनी जान
संवाद न्यूज एजेंसी
उन्नाव। जिला महिला अस्पताल में प्रसव के छह घंटे बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई और डॉक्टर ने उसे कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर किया। सोमवार शाम तीन बजे परिजन उसे एंबुलेंस से कानपुर लेकर जा रहे थे, लेकिन अस्पताल गेट पर ही उसकी मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगा हंगामा किया। आक्रोशित परिजनों ने डॉक्टर कक्ष में घुसने व तोड़फोड़ की भी कोशिश की। डॉक्टर और कर्मियों ने कमरे बंद कर खुद को बचाया। कोतवाल, सीएमओ और एसीएमओ पहुंच गए। परिजनों को समझाकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
कानपुर के बेकनगंज मोहल्ला निवासी हैदर अली की पत्नी नसरीन (25) काफी समय से शुक्लागंज के मोहल्ला मनोहर नगर निवासी पिता अब्बास अली के घर पर थी। गर्भवती होने से सोमवार सुबह समय से पहले प्रसव पीड़ा शुरू हुई। पिता पहले उसे गंगाघाट स्वास्थ्य केंद्र ले गए। हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर किया गया। यहां सुबह करीब नौ बजे गर्भवती ने नवजात बच्ची को जन्म दिया। छह घंटे बाद शाम करीब तीन बजे नसरीन का ब्लड प्रेशर बढ़ गया और बेहोशी के साथ झटके शुरू हो गए। डॉ. रामपति ने उसे हैलट अस्पताल रेफर कर दिया। हैलट ले जाने के लिए परिजनों ने उसे एंबुलेंस में लिटाया ही था तभी उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना से परिजन बिफर गए और हंगामा करने लगे।
मामला बढ़ता देख डॉक्टर और स्टॉफ कमरों में छिपकर अंदर से बंद कर लिया और पुलिस को सूचना दी। कोतवाल फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और सीएमओ को मामले की जानकारी दी। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश और एसीएमओ डॉ. जयराम सिंह महिला अस्पताल पहुंच गए। महिला के प्रसव के पहले किए गए इलाज और पहले की रिपोर्ट जांची। रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के खून कम होने के साथ प्रीएक्लेम्सिया (बेहोशी के साथ झटके) आने की बीमार का पता चला। साथ ही प्रसव भी आठ महीने में होना पाया। इस पर सीएमओ ने शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही। पिता ने बताया कि यह उसका दूसरा बच्चा था। इसके पहले ससुराल में हुई मारपीट में गर्भ में ही एक बच्चे की मौत हो चुकी है। कोतवाल राजेश पाठक ने बताया कि शव पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया गया है। सोमवार को पोस्टमार्टम होगा। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ठंडा पानी पिलाने के बाद बिगड़ी हालत
मृतका के पिता अब्बास अली का आरोप है कि प्रसव के कुछ देर बाद बेटी ने पानी मांगा था। डॉक्टर से पूछा गया तो ठंडा पानी देने को कहा। पानी पीने के बाद बेटी की हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।
ससुरालीजनों ने दहेज के सामान के साथ बेटी को भेजा घर
मृतका के पिता अब्बास अली ने बताया कि बेटी का विवाह 22 दिसंबर 2020 को कानपुर के बेकनगंज निवासी हैदर अली से की थी। शादी के बाद से ससुरालीजन बाइक और 50 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। न देने पर बेटी को प्रताड़ित करते थे। इसकी शिकायत कई बार बेकनगंज थाने के साथ गंगाघाट कोतवाली और उन्नाव में महिला थाना में की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस के कोई कार्रवाई न करने से दो महीने पहले ससुरालीजनों ने दहेज के सामान के साथ बेटी को घर भेज दिया था।
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