उन्नाव : महिला व उसके प्रेमी की मौत की घटना लापरवाही, इंस्पेक्टर व दो सिपाही निलंबित

0
23

[ad_1]

ख़बर सुनें

हसनगंज (उन्नाव)। कोतवाली क्षेत्र के गांव नारेखेड़ा में पांच दिन पहले जंगल में मिले महिला और युवक के शव के मामले में पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आई है। इस पर एसपी ने क्राइम इंस्पेक्टर, दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।
ग्रामसभा हिलालमऊ के मजरे नारेखेड़ा की शांति और पड़ोसी युवक अनुज के शव दो जुलाई को गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर चरागाह के जंगल में पड़े मिले था। पति रामलखन ने बताया कि 29 जून को उसने क्राइम इंस्पेक्टर राजा भइया को कोतवाली में तहरीर दी थी कि उसकी पत्नी 28 जून की रात पड़ोस में रहने वाले अनुज के साथ चली गई है।
आरोप लगाया कि क्राइम इंस्पेक्टर राजा भइया ने इस मामले में कोई दिलचस्पी न दिखाते हुए उल्टा रामलखन को ही भला बुरा कहकर भगा दिया था। चौथे दिन शव मिलने के बाद पति ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। एसपी ने एएसपी से मामले की जांच कराई थी।
लापरवाही सामने आने पर क्राइम इंस्पेक्टर राजा भइया, दरोगा राजेश यादव, सिपाही किशोरी लाल और सचिन कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है। कोतवाली प्रभारी अखिलेश चंद्र पांडेय ने बताया कि एसपी ने क्राइम इंस्पेक्टर के साथ एक दरोगा व दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।
शांति और अनुज के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण जहर खाना आया था, लेकिन पूरी तरह से स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई थी। इस पर बिसरा सुरक्षित कर लिया गया था। पुलिस ने दोनों के बिसरे फोरेंसिक जांच के लिए लखनऊ लैब भेजे हैं।

यह भी पढ़ें -  गम और गुस्से के बीच हुआ बच्चों का अंतिम संस्कार

हसनगंज (उन्नाव)। कोतवाली क्षेत्र के गांव नारेखेड़ा में पांच दिन पहले जंगल में मिले महिला और युवक के शव के मामले में पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आई है। इस पर एसपी ने क्राइम इंस्पेक्टर, दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।

ग्रामसभा हिलालमऊ के मजरे नारेखेड़ा की शांति और पड़ोसी युवक अनुज के शव दो जुलाई को गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर चरागाह के जंगल में पड़े मिले था। पति रामलखन ने बताया कि 29 जून को उसने क्राइम इंस्पेक्टर राजा भइया को कोतवाली में तहरीर दी थी कि उसकी पत्नी 28 जून की रात पड़ोस में रहने वाले अनुज के साथ चली गई है।

आरोप लगाया कि क्राइम इंस्पेक्टर राजा भइया ने इस मामले में कोई दिलचस्पी न दिखाते हुए उल्टा रामलखन को ही भला बुरा कहकर भगा दिया था। चौथे दिन शव मिलने के बाद पति ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। एसपी ने एएसपी से मामले की जांच कराई थी।

लापरवाही सामने आने पर क्राइम इंस्पेक्टर राजा भइया, दरोगा राजेश यादव, सिपाही किशोरी लाल और सचिन कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है। कोतवाली प्रभारी अखिलेश चंद्र पांडेय ने बताया कि एसपी ने क्राइम इंस्पेक्टर के साथ एक दरोगा व दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।

शांति और अनुज के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण जहर खाना आया था, लेकिन पूरी तरह से स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई थी। इस पर बिसरा सुरक्षित कर लिया गया था। पुलिस ने दोनों के बिसरे फोरेंसिक जांच के लिए लखनऊ लैब भेजे हैं।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here