[ad_1]
फालोअप
-जिस तालाब की मनरेगा से खोदाई दिखाकर 68 हजार निकाले, जांच में नहीं मिली खोदाई
-दूसरे तालाब में खुदाई कराने की हुई पुष्टि, जांच टीम ने पंचायत सचिव से तलब किए अभिलेख
संवाद न्यूज एजेंसी
उन्नाव। आत्मदाह करने का प्रयास करने वाले किसान की शिकायत की जांच करने पहुंचे अधिकारियों को प्रथम दृष्टया तालाब खोदाई में गड़बड़ी मिली है। वहीं कई अन्य कार्य भी धरातल पर तो मिले लेकिन अब उनमें मानकों का पालन हुआ है या नहीं इसकी पुष्टि के लिए अधिकारियों ने पंचायत सचिव से अभिलेख तलब किए हैं।
मियागंज विकासखंड की ग्राम पंचायत अहरा डडिया निवासी मुकेश रावत मंगलवार सुबह कलक्ट्रेट पहुंचकर उसने पेट्रोल डाल आत्मदाह का प्रयास किया था। हालांकि पुलिसकर्मियों ने आग लगाने से पहले ही उसे पकड़ लिया था और अस्पताल भेज दिया था। मुकेश ने बताया था कि गांव में कई कार्यांे में घोटाला किया गया है लेकिन शिकायत के बाद भी अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। मामले में डीएम द्वारा गठित जांच समिति में शामिल जिला विकास अधिकारी संजय पांडेय, जिला उद्यान अधिकारी जयराम वर्मा और डीपीआरओ डॉ. निरीश चंद्र साहू ने बुधवार को गांव पहुंचकर जांच की। अधिकारियों ने शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों का स्थलीय सत्यापन किया। इस दौरान प्राथमिक रूप से तालाब खोदाई में गड़बड़ी सामने आई। प्रधान व सचिव द्वारा मनरेगा से ककरहा तालाब में खुदाई काम दिखाकर 68 हजार की धनराशि खर्च दिखाया गया। जबकि जांच में इस तालाब की खोदाई ही नहीं मिली। इसके स्थान पर दूसरे तालाब की खोदाई की बात सामने आई। वहीं मौके पर कई स्ट्रीट लाइटें खराब मिलीं। स्कूल में लगा हैंडपंप का रीबोर होने की पुष्टि हुई। कई स्थानों पर डस्टबिन भी लगे मिले। वहीं सामुदायिक भवन की मरम्मत के नाम पर धनराशि निकालने की शिकायत गलत पाई गई।
अभिलेखों की जांच के बाद ही गड़बड़ी की हो सकेगी पुष्टि
शिकायतकर्ता ने जो आरोप लगाए हैं उनका स्थलीय निरीक्षण किया गया है। निरीक्षण में कई कार्य तो मिले हैं। हैंडपंप रीबोर, डस्टबिन, सोलर लाइट, कूड़ा गाड़ी आदि में सरकारी धन हड़पने के आरोपों की पुष्टि अभिलेखों की जांच के बाद ही हो सकेगी। सचिव ने अभिलेख दे दिए हैं। जल्द ही स्थलीय सत्यापन और अभिलेखीय मिलान किया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
[ad_2]
Source link