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बिचपीर में खाद गोदाम पर लगी किसानों की लाइन। संवाद
– फोटो : UNNAO
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असोहा/सोनिक। लंबे समय बाद सोमवार को समितियों में डीएपी पहुंची तो भारी संख्या में किसान लेने पहुंच गए। इस दौरान पहले खाद लेने को लेकर किसानों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
जिले को 3700 एमटी इफ्को डीएपी ीआवंटन मिलने पर शुक्रवार सुबह ट्रकों से गोदाम भेजी गई थी। सोमवार से समितियों में वितरण शुरू हुआ तो काफी संख्या में किसान पहुंच गए। असोहा ब्लाक की बेहटा, गोसाईंखेड़ा, चौपई, समाधा, पहासा व भादिन आदि समितियों में डीएपी पहुंचने से सोमवार सुबह से ही किसान खाद के लिए लाइन में लग गई।
जैसे ही वितरण शुरू हुआ वैसे ही पहले खाद के लिए किसानों में धक्कामुक्की शुरू हो गई। वहीं, दही चौकी इफ्को और और बिचपरी खाद केंद्र पर किसानों की भीड़ लग गई। 10 बजे सेंटर खुलते ही केंद्र संचालक ने किसानों को लाइन में खड़ा कर वितरण शुरू कराया। खाद लेने वालों में काफी संख्या में महिलाएं भी लाइन में लगी थीं।
बिचपरी केंद्र संचालक अरविंद त्रिपाठी ने बताया कि पांच सौ बोरी का स्टॉक था, जिसमें आधी बंट गई है। जिला कृषि अधिकारी कुलदीप मिश्रा ने बताया कि समितियों को खाद आवंटित कर दी गई है। किसान परेशान न हो। इस बार पर्याप्त मात्रा में डीएपी मिली है।
असोहा/सोनिक। लंबे समय बाद सोमवार को समितियों में डीएपी पहुंची तो भारी संख्या में किसान लेने पहुंच गए। इस दौरान पहले खाद लेने को लेकर किसानों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
जिले को 3700 एमटी इफ्को डीएपी ीआवंटन मिलने पर शुक्रवार सुबह ट्रकों से गोदाम भेजी गई थी। सोमवार से समितियों में वितरण शुरू हुआ तो काफी संख्या में किसान पहुंच गए। असोहा ब्लाक की बेहटा, गोसाईंखेड़ा, चौपई, समाधा, पहासा व भादिन आदि समितियों में डीएपी पहुंचने से सोमवार सुबह से ही किसान खाद के लिए लाइन में लग गई।
जैसे ही वितरण शुरू हुआ वैसे ही पहले खाद के लिए किसानों में धक्कामुक्की शुरू हो गई। वहीं, दही चौकी इफ्को और और बिचपरी खाद केंद्र पर किसानों की भीड़ लग गई। 10 बजे सेंटर खुलते ही केंद्र संचालक ने किसानों को लाइन में खड़ा कर वितरण शुरू कराया। खाद लेने वालों में काफी संख्या में महिलाएं भी लाइन में लगी थीं।
बिचपरी केंद्र संचालक अरविंद त्रिपाठी ने बताया कि पांच सौ बोरी का स्टॉक था, जिसमें आधी बंट गई है। जिला कृषि अधिकारी कुलदीप मिश्रा ने बताया कि समितियों को खाद आवंटित कर दी गई है। किसान परेशान न हो। इस बार पर्याप्त मात्रा में डीएपी मिली है।
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