उन्नाव : हाईवे पर वाहन की टक्कर से जूनियर डॉक्टर की मौत

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नवाबगंज (उन्नाव)। सोहरामऊ स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज में तैनात जूनियर डॉक्टर की बाइक में सोमवार रात हाईवे पर वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में उनकी मौत हो गई।
रायबरेली जिले के लालगंज के मोहल्ला सर्वोदय नगर निवासी पुष्पेंद्र प्रताप सिंह (32) एमबीबीएस डॉक्टर थे। दो साल पहले उनकी सरस्वती मेडिकल कॉलेज में फिजीशियन के पद पर तैनाती हुई थी।
सोमवार रात डेढ़ बजे वह कॉलेज से करीब आधा किलोमीटर दूर संचालित ढाबे पर चाय पीकर कॉलेज लौट रहे थे। हाईवे पर लखनऊ की ओर से आ रहे तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। इससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस की सूचना पर मंगलवार सुबह परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। पिता सेवानिवृत्त कोतवाल हैं। एसओ अमित सिंह ने बताया कि परिजनों ने तहरीर नहीं दी है।
आठ माह पहले ही हुआ था विवाह
डॉ. पुष्पेंद्र का विवाह नवंबर 2021 में ही प्रतापगढ़ जिले के लालगंज हजारा निवासी पूजा से हुआ था। पति की मौत से वह बेहाल हैं। पुष्पेंद्र हर शनिवार को लालगंज स्थित घर जाते थे। रविवार को रुकने के बाद सोमवार को ड्यूटी पर लौटते थे। परिजनों को नहीं पता था कि अब बेटे से कभी मुलाकात नहीं होगी। मृतक के छोटे भाई उमेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि भइया ने रात करीब एक बजे भाभी को फोन किया था।

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नवाबगंज (उन्नाव)। सोहरामऊ स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज में तैनात जूनियर डॉक्टर की बाइक में सोमवार रात हाईवे पर वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में उनकी मौत हो गई।

रायबरेली जिले के लालगंज के मोहल्ला सर्वोदय नगर निवासी पुष्पेंद्र प्रताप सिंह (32) एमबीबीएस डॉक्टर थे। दो साल पहले उनकी सरस्वती मेडिकल कॉलेज में फिजीशियन के पद पर तैनाती हुई थी।

सोमवार रात डेढ़ बजे वह कॉलेज से करीब आधा किलोमीटर दूर संचालित ढाबे पर चाय पीकर कॉलेज लौट रहे थे। हाईवे पर लखनऊ की ओर से आ रहे तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। इससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस की सूचना पर मंगलवार सुबह परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। पिता सेवानिवृत्त कोतवाल हैं। एसओ अमित सिंह ने बताया कि परिजनों ने तहरीर नहीं दी है।

आठ माह पहले ही हुआ था विवाह

डॉ. पुष्पेंद्र का विवाह नवंबर 2021 में ही प्रतापगढ़ जिले के लालगंज हजारा निवासी पूजा से हुआ था। पति की मौत से वह बेहाल हैं। पुष्पेंद्र हर शनिवार को लालगंज स्थित घर जाते थे। रविवार को रुकने के बाद सोमवार को ड्यूटी पर लौटते थे। परिजनों को नहीं पता था कि अब बेटे से कभी मुलाकात नहीं होगी। मृतक के छोटे भाई उमेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि भइया ने रात करीब एक बजे भाभी को फोन किया था।

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