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हत्याकांड का खुलासा सर्विलांस और व्हाट्सएप चैट के जरिये हुआ। सर्विलांस की मदद से चिह्नित किए गए नंबरों के आधार पर पुलिस ऋषभ की पत्नी सपना और उसके प्रेमी तक पहुंची थी। इसके बाद जब दोनों सख्ती से पूछताछ की गई तो वारदात कबूल ली। ऋषभ तिवारी पर 27 नवंबर को बाइक सवार बदमाशों ने हत्या के इरादे से हमला किया था। हालांकि ऋषभ इसमें बच गया था। पत्नी ने पड़ोसी करन विश्वकर्मा पर आरोप लगाकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस बीच तीन दिसंबर को ऋषभ की मौत हो गई।
पुलिस ने करन से पूछताछ की तो कोई विवाद सामने नहीं आया और न ही घटनास्थल पर उसकी लोकेशन मिली। इसके बाद पुलिस की सुई पत्नी सपना की ओर घूमी। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली तो रायपुरवा निवासी प्रेमी राजकपूर उर्फ राजू और घर के पास स्थित मेडिकल स्टोर संचालक सुरेंद्र यादव के संपर्क में होने की बात सामने आई। जांच में राजू और सपना का नंबर घटनास्थल पर सक्रिय मिला। इसके बाद सपना और राजू के मोबाइल की व्हाट्सएप चैट निकलवाई। इसमें हत्याकांड से संबंधित साक्ष्य मिले। पुलिस सुरेंद्र यादव की भूमिका की भी जांच कर रही है।
यह था मामला
कानपुर में पत्नी सपना ने संपत्ति की लालच में प्रेमी राजकपूर के साथ मिलकर ऋषभ तिवारी की हत्या की साजिश रची थी। 27 नवंबर को राज कपूर साथी कर्मचारी सत्येंद्र विश्वकर्मा उर्फ सीटू के साथ मिलकर ऋषभ पर जानलेवा हमला किया था। पुलिस के अनुसार हमले में बच जाने के बाद सपना ने दवाओं का ओवरडोज देकर ऋषभ की हत्या कर दी थी। सपना ये दवाएं सुरेंद्र यादव से लाती थी। पुलिस ने प्रेमी राज कपूर, सीटू, सुरेंद्र और सपना को जेल भेज दिया है।
दोगुनी डोज देती थी
सपना ऋषभ को रोज दोगुनी दवाइयों की डोज देती थी। कुछ दवाइयां प्रेमी राजू भी उसको लाकर देता था। पुलिस पता कर रही है कि ये दवाइयां कौन सी थीं। 24 घंटे के भीतर ओवरडोज का असर दिखने लगता था। जब खुराक जारी रहती थी तो हालत और बिगड़ जाती थी।
पति की हत्या के लिए प्रेमी को दी थी तीन लाख की सुपारी
ऋषभ हत्याकांड में एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया था। सपना ने अपने पति की हत्या के लिए प्रेमी को तीन लाख की सुपारी दी थी। इसका खुलासा राजकपूर उर्फ राजू के व्हाट्सएप चैट से हुआ। राजू से पूछताछ में भी जुर्म कबूल किया है।
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