[ad_1]
ख़बर सुनें
गंजमुरादाबाद। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे का संचालन शुरू हुए पांच वर्ष बीत गए, लेकिन टोल प्लाजा के पास बने रोडवेज बस अड्डे की सीढ़ियां अभी तक नहीं खोली जा सकी हैं। ऐसी स्थिति में लोगों को जान जोखिम में डालकर चहारदीवारी फांदकर नीचे उतरना पड़ रहा है या फिर दो किमी का चक्कर लगाकर हरदोई-उन्नाव मार्ग पर आना पड़ रहा है।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे का निर्माण 2016 में करीब 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से हुआ था। उसके एक वर्ष बाद 2017 में हरदोई-उन्नाव मार्ग पर ग्राम जगटापुर के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर रोडवेज बस अड्डा बनाया गया था। उसके दोनों ओर नीचे हरदोई उन्नाव मार्ग पर चढ़ने-उतरने के लिए सीढ़ियां बनाई गई थीं। पांच वर्ष का समय गुजर जाने के बाद भी आज तक इन सीढ़ियों को आम जनता के लिए नहीं खोला जा सका है। इससे रोडवेज बस अड्डे पर दिल्ली और लखनऊ की ओर से आने जाने वाले यात्रियों को हरदोई-उन्नाव मार्ग पर उतरने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर चहारदीवारी फांदना पड़ता है या फिर दो किमी लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। अगर अधिक सामान है तो यात्रियों को चक्कर लगाना मुश्किल भरा हो जाता है। नगर के सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों के अलावा अन्य यात्रियों ने भी यूपीडा से जल्द इन बंद पड़ी सीढ़ियों को खोलकर आवागमन सुचारु बनाए जाने की मांग की है। यूपीडा के सुरक्षा अधिकारी एके चंदेल ने बताया कि उच्चाधिकारियों को इस मामले से अवगत करा दिया गया है। अधिकारियों का आदेश मिलते ही इन सीढ़ियों को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
गंजमुरादाबाद। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे का संचालन शुरू हुए पांच वर्ष बीत गए, लेकिन टोल प्लाजा के पास बने रोडवेज बस अड्डे की सीढ़ियां अभी तक नहीं खोली जा सकी हैं। ऐसी स्थिति में लोगों को जान जोखिम में डालकर चहारदीवारी फांदकर नीचे उतरना पड़ रहा है या फिर दो किमी का चक्कर लगाकर हरदोई-उन्नाव मार्ग पर आना पड़ रहा है।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे का निर्माण 2016 में करीब 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से हुआ था। उसके एक वर्ष बाद 2017 में हरदोई-उन्नाव मार्ग पर ग्राम जगटापुर के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर रोडवेज बस अड्डा बनाया गया था। उसके दोनों ओर नीचे हरदोई उन्नाव मार्ग पर चढ़ने-उतरने के लिए सीढ़ियां बनाई गई थीं। पांच वर्ष का समय गुजर जाने के बाद भी आज तक इन सीढ़ियों को आम जनता के लिए नहीं खोला जा सका है। इससे रोडवेज बस अड्डे पर दिल्ली और लखनऊ की ओर से आने जाने वाले यात्रियों को हरदोई-उन्नाव मार्ग पर उतरने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर चहारदीवारी फांदना पड़ता है या फिर दो किमी लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। अगर अधिक सामान है तो यात्रियों को चक्कर लगाना मुश्किल भरा हो जाता है। नगर के सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों के अलावा अन्य यात्रियों ने भी यूपीडा से जल्द इन बंद पड़ी सीढ़ियों को खोलकर आवागमन सुचारु बनाए जाने की मांग की है। यूपीडा के सुरक्षा अधिकारी एके चंदेल ने बताया कि उच्चाधिकारियों को इस मामले से अवगत करा दिया गया है। अधिकारियों का आदेश मिलते ही इन सीढ़ियों को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
[ad_2]
Source link