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उन्नाव। आवासीय भूखंड खरीदने के चक्कर में चार लोग फर्जीवाड़े का शिकार हो गए। भूमाफिया ने 40 लाख रुपये लेकर जमीन का फर्जी बैनामा करा दिया। जब पैसे वापस करने की मांग की गई तो गालीगलौज के साथ जान से मारने की धमकी दी। मामले में डीएम ने जांच शुरू कराई है।
कानपुर के थाना हरवंश मोहाल क्षेत्र के मोतीमोहाल निवासी विनोद वर्मा, सदर कोतवाली के नारियल बाजार निवासी संजीव कुमार वर्मा, प्रदीप कुमार वर्मा और यहीं की स्वाती वर्मा ने डीएम को शिकायती पत्र दिया है। बताया कि कानपुर के रेल बाजार निवासी प्रदीप गुप्ता ने गंगाघाट की कटरी पीपरखेड़ा गैरएहतमाली में भूमि का बैनामा किया था। सरकारी और कृषि योग्य भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार कर भूमि का बैनामा कर दिया। जब वह लोग कब्जा लेने पहुंचे तो पता चला कि वह भूमि पहले से ही किसी और के नाम से बिक चुकी है। पीड़ितों ने बताया कि जब इसकी जानकारी प्रदीप गुप्ता को दी गई तो वह काफी दिनों तक पैसा वापस करने का आश्वासन देकर टालता रहा। दबाव बनाया तो धमकी देकर भगा दिया। डीएम रवींद्र कुमार ने एआरओ और तहसीलदार को मामले की जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
उन्नाव। आवासीय भूखंड खरीदने के चक्कर में चार लोग फर्जीवाड़े का शिकार हो गए। भूमाफिया ने 40 लाख रुपये लेकर जमीन का फर्जी बैनामा करा दिया। जब पैसे वापस करने की मांग की गई तो गालीगलौज के साथ जान से मारने की धमकी दी। मामले में डीएम ने जांच शुरू कराई है।
कानपुर के थाना हरवंश मोहाल क्षेत्र के मोतीमोहाल निवासी विनोद वर्मा, सदर कोतवाली के नारियल बाजार निवासी संजीव कुमार वर्मा, प्रदीप कुमार वर्मा और यहीं की स्वाती वर्मा ने डीएम को शिकायती पत्र दिया है। बताया कि कानपुर के रेल बाजार निवासी प्रदीप गुप्ता ने गंगाघाट की कटरी पीपरखेड़ा गैरएहतमाली में भूमि का बैनामा किया था। सरकारी और कृषि योग्य भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार कर भूमि का बैनामा कर दिया। जब वह लोग कब्जा लेने पहुंचे तो पता चला कि वह भूमि पहले से ही किसी और के नाम से बिक चुकी है। पीड़ितों ने बताया कि जब इसकी जानकारी प्रदीप गुप्ता को दी गई तो वह काफी दिनों तक पैसा वापस करने का आश्वासन देकर टालता रहा। दबाव बनाया तो धमकी देकर भगा दिया। डीएम रवींद्र कुमार ने एआरओ और तहसीलदार को मामले की जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
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