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अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Sat, 16 Apr 2022 12:12 PM IST
सार
वित्तीय गड़बड़ियों और स्वामित्व के प्रकरण में चल रही जांच के बीच दोनों दरगाहों पर श्रद्धालु उमड़े हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच शनिजात कराई जा रही है।
एटा के जलेसर कस्बा स्थित बड़े मियां-छोटे मियां दरगाह और शनिजात के लिए शनिवार की सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ है। लोगों का पहुंचना लगातार बना हुआ है। कड़ी सुरक्षा और प्रशासन की निगरानी में जात कराई जा रही है। शुक्रवार का दरगाह परिसर के एक ओर पुलिस चौकी की नींव खोदाई के दौरान हनुमानजी, शनिदेव की प्रतिमाएं मिली थीं। जो एक विश्राम गृह में रखवाई गई हैं। इन प्रतिमाओं की भी लोग पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
बीते दिनों से दोनों दरगाह हैं चर्चा में
वित्तीय गड़बड़ियों और स्वामित्व को लेकर दोनों दरगाह जांच के घेरे में हैं। बड़े मियां दरगाह में चढ़ावे के करोड़ों रुपयों का घोटाला सामने आने के बाद इस दरगाह से जुड़े नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। मुकदमा दर्ज होने के बाद सभी फरार हैं। वहीं बड़े मियां दरगाह का मामला उठने के बाद छोटे मियां दरगाह से जुड़े लोग भी फरार हो गए हैं। प्रशासन इन्हें चिन्हित कर रहा है।
जलेसर में दोनों ही दरगाह की धार्मिक मान्यता है। जात के लिए यहां आने वाले लोग दोनों मजारों पर पहुंचकर पूजा-पाठ करते हैं। लंबे अरसे से दरगाह प्रबंधन की कार्यप्रणाली को लेकर असंतोष और सवाल उठते रहे हैं। खासतौर से बड़े मियां की दरगाह को लेकर आपत्तियां अधिक रही थीं। प्रशासन ने जब 2000 से 2018 के बीच जब इस एक दरगाह पर आने वाले चढ़ावे का आंकलन किया तो गड़बड़ियां मिलीं।
विस्तार
एटा के जलेसर कस्बा स्थित बड़े मियां-छोटे मियां दरगाह और शनिजात के लिए शनिवार की सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ है। लोगों का पहुंचना लगातार बना हुआ है। कड़ी सुरक्षा और प्रशासन की निगरानी में जात कराई जा रही है। शुक्रवार का दरगाह परिसर के एक ओर पुलिस चौकी की नींव खोदाई के दौरान हनुमानजी, शनिदेव की प्रतिमाएं मिली थीं। जो एक विश्राम गृह में रखवाई गई हैं। इन प्रतिमाओं की भी लोग पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
बीते दिनों से दोनों दरगाह हैं चर्चा में
वित्तीय गड़बड़ियों और स्वामित्व को लेकर दोनों दरगाह जांच के घेरे में हैं। बड़े मियां दरगाह में चढ़ावे के करोड़ों रुपयों का घोटाला सामने आने के बाद इस दरगाह से जुड़े नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। मुकदमा दर्ज होने के बाद सभी फरार हैं। वहीं बड़े मियां दरगाह का मामला उठने के बाद छोटे मियां दरगाह से जुड़े लोग भी फरार हो गए हैं। प्रशासन इन्हें चिन्हित कर रहा है।
जलेसर में दोनों ही दरगाह की धार्मिक मान्यता है। जात के लिए यहां आने वाले लोग दोनों मजारों पर पहुंचकर पूजा-पाठ करते हैं। लंबे अरसे से दरगाह प्रबंधन की कार्यप्रणाली को लेकर असंतोष और सवाल उठते रहे हैं। खासतौर से बड़े मियां की दरगाह को लेकर आपत्तियां अधिक रही थीं। प्रशासन ने जब 2000 से 2018 के बीच जब इस एक दरगाह पर आने वाले चढ़ावे का आंकलन किया तो गड़बड़ियां मिलीं।
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