ऑनलाइन मूर्ति मंगा किया खेल

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चकलवंशी। हसनगंज के महमूदपुर में खेत की खोदाई में पीली धातुओं की मूर्तियां निकलने की युवक ने झूठी कहानी गढ़ी थी। खेत मालिक व उसके बेटों ने लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर ऑनलाइन 169 रुपये की मूर्तियां मंगर्वाइं थीं। डिलीवरी मैन के बयान और सुबूत मिलने के बाद पुलिस ने पिता व उसके दो बेटों का शांतिभंग में चालान कर दिया। गांव वालों के सामने झूठी कहानी का पर्दाफाश किया।
महमूदपुर के अशोक कुमार ने मंगलवार को बताया था कि बेटे रवि के साथ खेत की खोदाई की तो गड्ढे में लक्ष्मी, सरस्वती, कुबेर की मूर्तियों के अलावा रुद्राक्ष, चाबी, सिक्का, कछुआ, कौड़ी निकलीं।
पुलिस ने मूर्तियों की जांच होने तक अशोक के घर में ही रखवा दिया था। बुधवार को अशोक, उसका बेटा रवि और विजय मूर्तियों को लेकर खेत पहुंचे और छाया के लिए तिरपाल लगाकर पूजा-पाठ शुरू कर दिया। जांच कर रही पुलिस ने एक निजी कोरियर कंपनी में काम करने वाले गांव निवासी डिलीवरी मैन गोरेलाल से पूछताछ की।
उसने बताया कि अशोक के बेटे रवि ने मूर्तियों का बॉक्स ऑनलाइन मंगवाया था। ये सुनकर पुलिस को माजरा समझते देर न लगी। एसओ अनुराग सिंह टीम के साथ गांव पहुंचे। एसओ ने सख्ती की और भीड़ को हटवाकर अशोक और उसके दोनों बेटों को हिरासत में लेकर थाने ले गए। इसके बाद तीनों का शांतिभग की धारा में चालान कर दिया। एसओ ने बताया कि लोगों को झांसा देकर कमाई के लिए ऐसा किया गया था।

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चकलवंशी। हसनगंज के महमूदपुर में खेत की खोदाई में पीली धातुओं की मूर्तियां निकलने की युवक ने झूठी कहानी गढ़ी थी। खेत मालिक व उसके बेटों ने लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर ऑनलाइन 169 रुपये की मूर्तियां मंगर्वाइं थीं। डिलीवरी मैन के बयान और सुबूत मिलने के बाद पुलिस ने पिता व उसके दो बेटों का शांतिभंग में चालान कर दिया। गांव वालों के सामने झूठी कहानी का पर्दाफाश किया।

महमूदपुर के अशोक कुमार ने मंगलवार को बताया था कि बेटे रवि के साथ खेत की खोदाई की तो गड्ढे में लक्ष्मी, सरस्वती, कुबेर की मूर्तियों के अलावा रुद्राक्ष, चाबी, सिक्का, कछुआ, कौड़ी निकलीं।

पुलिस ने मूर्तियों की जांच होने तक अशोक के घर में ही रखवा दिया था। बुधवार को अशोक, उसका बेटा रवि और विजय मूर्तियों को लेकर खेत पहुंचे और छाया के लिए तिरपाल लगाकर पूजा-पाठ शुरू कर दिया। जांच कर रही पुलिस ने एक निजी कोरियर कंपनी में काम करने वाले गांव निवासी डिलीवरी मैन गोरेलाल से पूछताछ की।

उसने बताया कि अशोक के बेटे रवि ने मूर्तियों का बॉक्स ऑनलाइन मंगवाया था। ये सुनकर पुलिस को माजरा समझते देर न लगी। एसओ अनुराग सिंह टीम के साथ गांव पहुंचे। एसओ ने सख्ती की और भीड़ को हटवाकर अशोक और उसके दोनों बेटों को हिरासत में लेकर थाने ले गए। इसके बाद तीनों का शांतिभग की धारा में चालान कर दिया। एसओ ने बताया कि लोगों को झांसा देकर कमाई के लिए ऐसा किया गया था।

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