ऑपरेशन पहचान: अपराधियों के मामले में पहले स्थान पर आगरा, जानें दूसरे और तीसरे नंबर पर कौन से जिले 

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अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: अनुराग सक्सेना
Updated Sat, 05 Mar 2022 12:54 PM IST

सार

आगरा में सबसे ज्यादा अपराधी हैं। ऑपरेशन पहचान एप में डाटा फीड होने पर इस बात की जानकारी हुई। दूसरे स्थान गर अलीगढ़ और मथुरा तीसरे स्थान पर है।
 

अपराध

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– फोटो : अमर उजाला

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ऑपरेशन पहचान एप में आगरा जोन के 1.20 लाख से अधिक अपराधियों का डाटा फीड हो चुका है। इनमें आगरा के सबसे ज्यादा 23577 अपराधी हैं। वहीं अलीगढ़ के 23033 और मथुरा के 18580 अपराधी हैं। इन अपराधियों का पुलिस सत्यापन कर रही है। 80 फीसदी के घर पर पुलिस दस्तक भी दे चुकी है।

10 साल का है डाटा

हाल में विधानसभा चुनाव में ऑपरेशन पहचान एप की मदद से ही अपराधियों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई थी। एप में दस साल में अपराध में शामिल रहे अपराधियों का डाटा है। बीट का सिपाही घर-घर दस्तक देकर सत्यापन करते हैं। इसके बाद अपराधी के बारे में डिटेल भरते हैं। इसकी निगरानी थानाध्यक्ष से लेकर सीओ और एसपी तक करते हैं।

आठ जिलों के अपराधियों की है जानकारी 

एप में आगरा जोन के आठ जिलों के अपराधियों का डाटा फीड है। एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि आगरा जोन में 1.20 लाख से अधिक अपराधियों का डाटा एप में फीड हो चुका है। इनमें से 91 हजार के सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। आगरा में 23577, अलीगढ़ में 23033, मथुरा में 18580, फिरोजाबाद में 15389, एटा में 13383, मैनपुरी में 12166, हाथरस में 7457 और कासगंज में 7195 अपराधी हैं।

एप की मदद से बढ़ी निगरानी

अपराधियों पर पुलिस नजर रख रही है। वह कहां रह रहे हैं। जेल में हैं या बाहर आ गए? उनके रिश्तेदार कौन हैं? इस समय क्या काम कर रहे हैं? परिवार के सदस्य कितने हैं? इस सब का पता किया जा रहा है। यह डाटा थाना पुलिस से लेकर अधिकारियों को एप की मदद से आसानी से मिल सकता है।

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विस्तार

ऑपरेशन पहचान एप में आगरा जोन के 1.20 लाख से अधिक अपराधियों का डाटा फीड हो चुका है। इनमें आगरा के सबसे ज्यादा 23577 अपराधी हैं। वहीं अलीगढ़ के 23033 और मथुरा के 18580 अपराधी हैं। इन अपराधियों का पुलिस सत्यापन कर रही है। 80 फीसदी के घर पर पुलिस दस्तक भी दे चुकी है।

10 साल का है डाटा

हाल में विधानसभा चुनाव में ऑपरेशन पहचान एप की मदद से ही अपराधियों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई थी। एप में दस साल में अपराध में शामिल रहे अपराधियों का डाटा है। बीट का सिपाही घर-घर दस्तक देकर सत्यापन करते हैं। इसके बाद अपराधी के बारे में डिटेल भरते हैं। इसकी निगरानी थानाध्यक्ष से लेकर सीओ और एसपी तक करते हैं।

आठ जिलों के अपराधियों की है जानकारी 

एप में आगरा जोन के आठ जिलों के अपराधियों का डाटा फीड है। एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि आगरा जोन में 1.20 लाख से अधिक अपराधियों का डाटा एप में फीड हो चुका है। इनमें से 91 हजार के सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। आगरा में 23577, अलीगढ़ में 23033, मथुरा में 18580, फिरोजाबाद में 15389, एटा में 13383, मैनपुरी में 12166, हाथरस में 7457 और कासगंज में 7195 अपराधी हैं।

एप की मदद से बढ़ी निगरानी

अपराधियों पर पुलिस नजर रख रही है। वह कहां रह रहे हैं। जेल में हैं या बाहर आ गए? उनके रिश्तेदार कौन हैं? इस समय क्या काम कर रहे हैं? परिवार के सदस्य कितने हैं? इस सब का पता किया जा रहा है। यह डाटा थाना पुलिस से लेकर अधिकारियों को एप की मदद से आसानी से मिल सकता है।

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