ओवर लोडिंग की जांचने निकले आरटीओ को दबंगों ने घेरा, धमकाया

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उन्नाव। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर खनिज लदे ओवरलोड वाहनों की चेकिंग और सीज करने के दौरान ट्रक मालिकों व कारोबारियों ने लखनऊ आरटीओ को घेर लिया। आरटीओ ने मौरंग लदे चार ट्रक सीज कर दिए।
तभी करीब 15 की संख्या में ट्रक मालिक और खनिज कारोबारी बीस से अधिक ट्रक व डंपर जबरन अपने वाहन लेकर चले गए। आरटीओ ने बताया कि उन्होंने उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है। उन्नाव कोतवाली में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराएंगे।
खनिज की ओवर लोडिंग रोकने और कार्रवाई के लिए बुधवार रात लखनऊ में तैनात आरटीओ अमित रंजन राय की क्रास चेकिंग में ड्यूटी लगाई गई थी।
रात करीब दो बजे वह लखनऊ-कानपुर हाईवे पर चेकिंग करने निकले। उन्होंने जैसे ही लखनऊ से उन्नाव जिले की सीमा में प्रवेश किया 10-12 चार पहिया वाहनों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया।
वह जैसे ही सदर कोतवाली क्षेत्र में गदनखेड़ा चौराहा के आगे बढ़े ढाबों के सामने और सड़क के किनारे अलग-अलग स्थानों पर पचास से अधिक मौरंग, गिट्टी, बालू लदे ट्रक व डंपर खड़े मिले। उन्होंने कार्रवाई शुरू की तो चार पहिया वाहनों में सवार करीब पच्चीस लोगों ने उन्हें घेर लिया।
उन्होंने दो ओवर लोड वाहनों को पकड़ा और कागज लेकर दही पुलिस थाना लेकर जाने लगे। इस दौरान वाहनों में सवार लोगों ने विरोध किया लेकिन वह नहीं माने।
सुबह करीब तीन बजे वह जैसे ही उन्नाव में आवास विकास बाइपास तिराहा पहुंचे पुल के नीचे करीब 15 ओवर लोड वाहन और खड़े दिखे। यहां भी उतकर उन्होंने वाहनों का चालान और कब्जे में लेने की कार्रवाई शुरू की तो चार पहिया वाहनों में सवार लोगों ने घेरा और गाली गलौज करने के साथ ही धमकी दी।
आरटीओ के अनुसार उन्होंने शासन का निर्देशों का हवाला दिया तो जान-माल की भी धमकी दी गई। इसके बाद जिन ट्रकों व डंपरों को लेकर पुलिस थाने जा रहे थे सभी के चालकों को इशारा कर वाहन खड़े करा नीचे उतार लिया। उन्होंने वीडियो और फोटो ग्राफी शुरू की तो करीब बीस से अधिक ओवर लोड वाहनों को जबरन लेकर चले गए। उन्होंने घटना की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी है।
गुरुवार को रात में चेकिंग और लोगों की घेराबंदी के चलते वह उन्नाव कोतवाली में तहरीर देने नहीं पहुंच पाए। बताया कि गुरुवार रात को भी सघन अभियान चलाएंगे और घटना की एफआईआर दर्ज कराने के लिए कोतवाली में तहरीर भी देंगे।

बडे़ पैमाने पर ओवर लोडिंग
लखनऊ-कानपुर हाईवे पर बड़े पैमाने पर ओवर लोडिंग का खेल चल रहा है। टोल टैक्स और कार्रवाई से बचने के लिए खनिज लदे वाहनों को अजगैन-मोहान मार्ग, रायबरेली हाईवे, फतेहपुर-बीघापुर मार्ग, पुरवा-मोहनलालंगज मार्ग के जरिये निकाला जा रहा है। कुछ दिन पहले शासन से इसकी शिकायत हुई थी। इसके बाद सरकार ने ओवर लोडिंग रोकने के निर्देश दिए लेकिन प्रभावी कार्रवाई न होने से क्रास चेकिंग शुरू कराई गई है।

कार्रवाई से पहले ही लगी भनक
ओवर लोडिंग कराने वाले गिरोह की जड़ें सिस्टम में काफी गहरे तक फैली हैं। यही वजह है कि औचक कार्रवाई तक की जानकारी गिरोह तक पहुंच जाती हैं। बुधवार रात गोपनीय तरीके से क्रास चेकिंग कराई जा रही थी। लेकिन चेकिंग शुरू होने से पहले ही गिरोह को इसकी जानकारी हो गई और दबंगों ने आरटीओ का पीछा करने के साथ ही उन्हें धमकी भी दी। करीब छह महीने पहले प्रशासन की टीम ने हाईवे पर अभियान चलाया था। तभी दो अधिकारियों को फोन पर धमकी दी गई थी। हालांकि अधिकारियों ने मुंह बंद रखा था।

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उन्नाव। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर खनिज लदे ओवरलोड वाहनों की चेकिंग और सीज करने के दौरान ट्रक मालिकों व कारोबारियों ने लखनऊ आरटीओ को घेर लिया। आरटीओ ने मौरंग लदे चार ट्रक सीज कर दिए।

तभी करीब 15 की संख्या में ट्रक मालिक और खनिज कारोबारी बीस से अधिक ट्रक व डंपर जबरन अपने वाहन लेकर चले गए। आरटीओ ने बताया कि उन्होंने उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है। उन्नाव कोतवाली में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराएंगे।

खनिज की ओवर लोडिंग रोकने और कार्रवाई के लिए बुधवार रात लखनऊ में तैनात आरटीओ अमित रंजन राय की क्रास चेकिंग में ड्यूटी लगाई गई थी।

रात करीब दो बजे वह लखनऊ-कानपुर हाईवे पर चेकिंग करने निकले। उन्होंने जैसे ही लखनऊ से उन्नाव जिले की सीमा में प्रवेश किया 10-12 चार पहिया वाहनों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया।

वह जैसे ही सदर कोतवाली क्षेत्र में गदनखेड़ा चौराहा के आगे बढ़े ढाबों के सामने और सड़क के किनारे अलग-अलग स्थानों पर पचास से अधिक मौरंग, गिट्टी, बालू लदे ट्रक व डंपर खड़े मिले। उन्होंने कार्रवाई शुरू की तो चार पहिया वाहनों में सवार करीब पच्चीस लोगों ने उन्हें घेर लिया।

उन्होंने दो ओवर लोड वाहनों को पकड़ा और कागज लेकर दही पुलिस थाना लेकर जाने लगे। इस दौरान वाहनों में सवार लोगों ने विरोध किया लेकिन वह नहीं माने।

सुबह करीब तीन बजे वह जैसे ही उन्नाव में आवास विकास बाइपास तिराहा पहुंचे पुल के नीचे करीब 15 ओवर लोड वाहन और खड़े दिखे। यहां भी उतकर उन्होंने वाहनों का चालान और कब्जे में लेने की कार्रवाई शुरू की तो चार पहिया वाहनों में सवार लोगों ने घेरा और गाली गलौज करने के साथ ही धमकी दी।

आरटीओ के अनुसार उन्होंने शासन का निर्देशों का हवाला दिया तो जान-माल की भी धमकी दी गई। इसके बाद जिन ट्रकों व डंपरों को लेकर पुलिस थाने जा रहे थे सभी के चालकों को इशारा कर वाहन खड़े करा नीचे उतार लिया। उन्होंने वीडियो और फोटो ग्राफी शुरू की तो करीब बीस से अधिक ओवर लोड वाहनों को जबरन लेकर चले गए। उन्होंने घटना की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी है।

गुरुवार को रात में चेकिंग और लोगों की घेराबंदी के चलते वह उन्नाव कोतवाली में तहरीर देने नहीं पहुंच पाए। बताया कि गुरुवार रात को भी सघन अभियान चलाएंगे और घटना की एफआईआर दर्ज कराने के लिए कोतवाली में तहरीर भी देंगे।



बडे़ पैमाने पर ओवर लोडिंग

लखनऊ-कानपुर हाईवे पर बड़े पैमाने पर ओवर लोडिंग का खेल चल रहा है। टोल टैक्स और कार्रवाई से बचने के लिए खनिज लदे वाहनों को अजगैन-मोहान मार्ग, रायबरेली हाईवे, फतेहपुर-बीघापुर मार्ग, पुरवा-मोहनलालंगज मार्ग के जरिये निकाला जा रहा है। कुछ दिन पहले शासन से इसकी शिकायत हुई थी। इसके बाद सरकार ने ओवर लोडिंग रोकने के निर्देश दिए लेकिन प्रभावी कार्रवाई न होने से क्रास चेकिंग शुरू कराई गई है।



कार्रवाई से पहले ही लगी भनक

ओवर लोडिंग कराने वाले गिरोह की जड़ें सिस्टम में काफी गहरे तक फैली हैं। यही वजह है कि औचक कार्रवाई तक की जानकारी गिरोह तक पहुंच जाती हैं। बुधवार रात गोपनीय तरीके से क्रास चेकिंग कराई जा रही थी। लेकिन चेकिंग शुरू होने से पहले ही गिरोह को इसकी जानकारी हो गई और दबंगों ने आरटीओ का पीछा करने के साथ ही उन्हें धमकी भी दी। करीब छह महीने पहले प्रशासन की टीम ने हाईवे पर अभियान चलाया था। तभी दो अधिकारियों को फोन पर धमकी दी गई थी। हालांकि अधिकारियों ने मुंह बंद रखा था।

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