औद्योगिक क्षेत्र में समस्याओं की भरमार, उद्योग कैसे पकड़े रफ्तार

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उन्नाव। औद्योगिक क्षेत्र दही चौकी व बंथर में खस्ताहाल सड़कें, टूटी नालियां व जलभराव विकास के दावे की पोल खोल रहे हैं। उद्यमियों का कहना है कि शिकायत करने के बाद भी समस्याओं का निस्तारण नहीं हुआ। ये हाल तब है जब पिछले दिनों हुई उद्योग बंधु की बैठक में डीएम ने अगली बैठक से पूर्व समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए हैं।
दही चौकी, बंथर व अकरमपुर में करीब 600 औद्योगिक प्रतिष्ठान हैं। इनमें अकेले यूपीसीडा क्षेत्र में 450 फैक्ट्रियां हैं। प्रदेश सरकार सूबे में औद्योगिक विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है। नई परियोजनाओं के स्थापित करने के लिए इंवेस्टर्स समिट का आयोजन हो रहा है लेकिन अफसर इस मंसूबे पर पानी फेर रहे हैं। उद्यमी समस्याओं से जूझ रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र में नालियां कीचड़ से पटी हैं। गंदा पानी बह रहा है। हर माह उद्योग बंधु की बैठक में उद्यमी समस्या उठाते हैं लेकिन निस्तारण नहीं हो पाता।
उद्यमियों की सुनिए
उद्यमी अतुल सेठ ने बताया कि नाली सफाई नहीं हुई है। सड़कें चलने लायक नहीं हैं। निदान कब होगा, इसका इंतजार है।
मैदा मिल के मालिक संजय राठी ने बताया कि नालियां जाम हैं। बरसात का पानी फिर सड़कों पर भरेगा। आवागमन में मुश्किलें आएंगी। सड़कें गड्ढों में समा जाएंगी।
मनोज सिंह की औद्योगिक क्षेत्र साइट दो में फैक्टरी है। उन्होंने बताया कि छह सालों से क्षेत्र की नालियों की सफाई नहीं हुई है। सड़क पर गंदा पानी बहता रहता है।
अमीन संस के मैनेजर ब्रजेंद्र सिंह ने बताया कि दही चौकी औद्योगिक क्षेत्र साइट एक में चंदा देकर नाली सफाई कराई थी। साइड दो में जबसे फैक्टरी बनी तबसे सफाई ही नहीं हुई है। दुर्गंध से फैक्टरी में बैठना मुश्किल है।
नालियों की सफाई कराई जा रही है। कुछ जगहों पर अतिक्रमण होने से समस्या है। डीएम की अनुमति लेकर अतिक्रमण हटवाकर सफाई कराई जा रही है। इसके अलावा नालियों व सड़कों का निर्माण भी संबंधित विभागों से कराया जा रहा है। – नागेंद्र कुमार, सहायक अभियंता यूपीएसआईडीसी।

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उन्नाव। औद्योगिक क्षेत्र दही चौकी व बंथर में खस्ताहाल सड़कें, टूटी नालियां व जलभराव विकास के दावे की पोल खोल रहे हैं। उद्यमियों का कहना है कि शिकायत करने के बाद भी समस्याओं का निस्तारण नहीं हुआ। ये हाल तब है जब पिछले दिनों हुई उद्योग बंधु की बैठक में डीएम ने अगली बैठक से पूर्व समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए हैं।

दही चौकी, बंथर व अकरमपुर में करीब 600 औद्योगिक प्रतिष्ठान हैं। इनमें अकेले यूपीसीडा क्षेत्र में 450 फैक्ट्रियां हैं। प्रदेश सरकार सूबे में औद्योगिक विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है। नई परियोजनाओं के स्थापित करने के लिए इंवेस्टर्स समिट का आयोजन हो रहा है लेकिन अफसर इस मंसूबे पर पानी फेर रहे हैं। उद्यमी समस्याओं से जूझ रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र में नालियां कीचड़ से पटी हैं। गंदा पानी बह रहा है। हर माह उद्योग बंधु की बैठक में उद्यमी समस्या उठाते हैं लेकिन निस्तारण नहीं हो पाता।

उद्यमियों की सुनिए

उद्यमी अतुल सेठ ने बताया कि नाली सफाई नहीं हुई है। सड़कें चलने लायक नहीं हैं। निदान कब होगा, इसका इंतजार है।

मैदा मिल के मालिक संजय राठी ने बताया कि नालियां जाम हैं। बरसात का पानी फिर सड़कों पर भरेगा। आवागमन में मुश्किलें आएंगी। सड़कें गड्ढों में समा जाएंगी।

मनोज सिंह की औद्योगिक क्षेत्र साइट दो में फैक्टरी है। उन्होंने बताया कि छह सालों से क्षेत्र की नालियों की सफाई नहीं हुई है। सड़क पर गंदा पानी बहता रहता है।

अमीन संस के मैनेजर ब्रजेंद्र सिंह ने बताया कि दही चौकी औद्योगिक क्षेत्र साइट एक में चंदा देकर नाली सफाई कराई थी। साइड दो में जबसे फैक्टरी बनी तबसे सफाई ही नहीं हुई है। दुर्गंध से फैक्टरी में बैठना मुश्किल है।

नालियों की सफाई कराई जा रही है। कुछ जगहों पर अतिक्रमण होने से समस्या है। डीएम की अनुमति लेकर अतिक्रमण हटवाकर सफाई कराई जा रही है। इसके अलावा नालियों व सड़कों का निर्माण भी संबंधित विभागों से कराया जा रहा है। – नागेंद्र कुमार, सहायक अभियंता यूपीएसआईडीसी।

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