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उन्नाव। शहर की कांशीराम कालोनी में रहने वाले आठ हजार लोग तीन दिन से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। ट्यूबवेल की मोटर जलने से समस्या है। लोगों का कहना है कि हर छह माह में यही परेशानी झेलनी पड़ती है। सुबह से हैंडपंपों पर कतारें लग जाती हैं। ऊपरी मंजिल पर रहने वालों को पानी ढोकर ले जाना पहाड़ जैसा लगता है। जलकल जेई आज शाम तक मोटर सही होने के बाद जलापूर्ति सुचारु होने की बात कह रहे हैं।
तीन दिन पहले ट्यूबवेल की मोटर जलने पर लोगों ने नगर पालिका को सूचना दी लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके कारण कालोनी के 2700 आवासों में रहने वाले लोग हैंडपंप पर निर्भर हैं। पहले पानी भरने की आपाधापी में झड़प भी हो जाती है।
पहुंच वालों को ही टैंकर सुविधा
प्रेमा ने बताया कि तीन दिन से पानी नहीं मिल रहा है। सुबह से ही परेशानी शुरू हो जाती है। कई बार शिकायत की। पानी का टैंकर भी पहुंच वालों के दरवाजे पर खड़ा किया जाता है।
रेशमा ने बताया कि हमेशा का यही ढर्रा है। हर छह माह में मोटर खराब हो जाती है। कई बार शिकायत करने के बाद मोटर निकाल ले जाते हैं और हफ्तों बाद लगाने आते हैं।
गफ्फार ने बताया कि गर्मी में पानी की आपूर्ति न होने से ज्यादा परेशानी है। हैंडपंपों का सहारा लेना पड़ रहा है। तीसरी और चौथी मंजिल पर रहने वालों को ज्यादा दिक्कत है।
सगीर ने बताया कि ट्यूबवेल की मोटर जली है। पाइप लाइनें भी क्षतिग्रस्त हैं। पानी ऊपर की मंजिलों और छत पर रखी टंकियों में नहीं पहुंचता। समस्या पर कोई अधिकारी सुनता नहीं है।
कांशीराम कालोनी में मोटर फुंकने की जानकारी है। मोटर कानपुर मरम्मत के लिए गई है। इसके आज शाम तक ठीक होने की उम्मीद है। मोटर लगवा कर पानी की आपूर्ति शुरू कराई जाएगी। – मनोज कुमार, जेई जलकल, नगर पालिका
उन्नाव। शहर की कांशीराम कालोनी में रहने वाले आठ हजार लोग तीन दिन से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। ट्यूबवेल की मोटर जलने से समस्या है। लोगों का कहना है कि हर छह माह में यही परेशानी झेलनी पड़ती है। सुबह से हैंडपंपों पर कतारें लग जाती हैं। ऊपरी मंजिल पर रहने वालों को पानी ढोकर ले जाना पहाड़ जैसा लगता है। जलकल जेई आज शाम तक मोटर सही होने के बाद जलापूर्ति सुचारु होने की बात कह रहे हैं।
तीन दिन पहले ट्यूबवेल की मोटर जलने पर लोगों ने नगर पालिका को सूचना दी लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके कारण कालोनी के 2700 आवासों में रहने वाले लोग हैंडपंप पर निर्भर हैं। पहले पानी भरने की आपाधापी में झड़प भी हो जाती है।
पहुंच वालों को ही टैंकर सुविधा
प्रेमा ने बताया कि तीन दिन से पानी नहीं मिल रहा है। सुबह से ही परेशानी शुरू हो जाती है। कई बार शिकायत की। पानी का टैंकर भी पहुंच वालों के दरवाजे पर खड़ा किया जाता है।
रेशमा ने बताया कि हमेशा का यही ढर्रा है। हर छह माह में मोटर खराब हो जाती है। कई बार शिकायत करने के बाद मोटर निकाल ले जाते हैं और हफ्तों बाद लगाने आते हैं।
गफ्फार ने बताया कि गर्मी में पानी की आपूर्ति न होने से ज्यादा परेशानी है। हैंडपंपों का सहारा लेना पड़ रहा है। तीसरी और चौथी मंजिल पर रहने वालों को ज्यादा दिक्कत है।
सगीर ने बताया कि ट्यूबवेल की मोटर जली है। पाइप लाइनें भी क्षतिग्रस्त हैं। पानी ऊपर की मंजिलों और छत पर रखी टंकियों में नहीं पहुंचता। समस्या पर कोई अधिकारी सुनता नहीं है।
कांशीराम कालोनी में मोटर फुंकने की जानकारी है। मोटर कानपुर मरम्मत के लिए गई है। इसके आज शाम तक ठीक होने की उम्मीद है। मोटर लगवा कर पानी की आपूर्ति शुरू कराई जाएगी। – मनोज कुमार, जेई जलकल, नगर पालिका
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