कातिल ‘जवान’: दूसरी के साथ रहने के लिए की पहली पत्नी की हत्या, घर में खुदवाई कब्र; लोगों से कहा सीवर टैंक है

0
31

[ad_1]

उन्नाव जिले के इंद्रानगर मोहल्ले में फौजी ने पहली पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को घर में ही दफना दिया। वारदात के बाद दूसरी पत्नी और बच्चों को लेकर ग्वालियर भाग गया। मृतका के भांजे की पत्नी ने 16 मई को कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

इसी दौरान ग्वालियर रेजीमेंट से सेना के अधिकारियों ने पुलिस को फोन कर हत्या की जानकारी दी। पुलिस आरोपी को ग्वालियर से लेकर आई और गुरुवार को गड्ढा खोदकर शव निकलवाया। आरोपी से हत्या की वजह को लेकर पूछताछ चल रही है।

बीघापुर कोतवाली क्षेत्र के गांव धौलपुर निवासी रामलखन सिंह सेना में नायक के पद पर तैनात है। वर्तमान में तैनाती ग्वालियर रेजीमेंट में है। उसका इंद्रानगर में भी मकान है। यहां पहली पत्नी संतोष कुमारी (48) रहती हैं। राम लखन एक से 14 मई तक की छुट्टी लेकर घर आया था।



संतोष की गला दबाकर कर दी हत्या

उसके साथ दूसरी पत्नी व तीन बच्चे भी आए थे। 11 मई की रात रामलखन का संतोष से विवाद हुआ था। 12 मई की रात रामलखन ने संतोष की गला दबाकर हत्या कर दी और अगले दिन फरार हो गया था। 17 मई को देर शाम ग्वालियर रेजीमेंट से पुलिस को सूचना दी गई।

यह भी पढ़ें -  Unnao: नहर किनारे मिला युवक का जला हुआ शव, परिजनों के मुताबिक आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस


शव को घर में दफनाने की बात कबूली

रामलखन ने पत्नी की हत्या किए जाने और शव को घर में दफनाने की बात कबूली है। पुलिस बुधवार देर रात हत्यारोपी को ग्वालियर से लेकर आई। गुरुवार सुबह रामलखन की निशानदेही पर घर में बना गड्ढा दोबारा खुदवाया गया। करीब पांच फिट की गहराई में संतोष का शव मिला।


सीवर टैंक बनवाने की बात कहकर खुदवाया गड्ढा

वारदात के अगले दिन 13 मई को सुबह चार मजदूरों को लाकर सीवर टैंक बनवाने की बात कहकर घर के आंगन में करीब पांच फिट गहरा गड्ढा खोदवाया। उसी रात पत्नी के शव को गड्ढे में डालकर मिट्टी से बंद कर दिया। 14 मई को सुबह घर में ताला बंद कर दूसरी पत्नी वंदना और तीन बच्चों को लेकर फरार हो गया।


घर पर लगा था ताला, पालतू कुत्ता भी मृत पड़ा था

कोतवाली क्षेत्र के गदनखेड़ा में रहने वाली मृतका के भांजे शैलेंद्र की पत्नी आशा चौहान 16 मई की सुबह संतोष के घर पहुंची तो गेट पर बाहर से ताला लगा था। उसका पालतू कुत्ता भी मृत पड़ा था। शक होने पर आशा ने कोतवाली में संतोष कुमारी की गुमशुदगी दर्ज कराई।


[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here