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उन्नाव/असोहा। लखनऊ-कानपुर के बीच प्रस्तावित एलीवेटेड एक्सप्रेसवे (एनई-6) का निर्माण कार्य बृहस्पतिवार से असोहा के तौरा से शुरू होगा। निर्माण की जिम्मेदारी पीएनसी को दी गई है। मंगलवार को शुभारंभ कार्यक्रम की तैयारियों को पूरा किया गया। एक्सप्रेसवे पर जिले में दो जंक्शन, तीन फ्लाईओवर और एक टोल बैरियर भी बनेंगे।
एक्सप्रेसवे के लिए जिले के 32 गांवों के छह हजार किसानों की 380 हेक्टेअर भूमि अधिग्रहीत की गई है। 67 किमी लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण पीएनसी करेगी। संस्था ने सदर तहसील के तौरा के पास यार्ड बनाया है और मशीनें, मौरंग व गिट्टी आदि निर्माण सामग्री डंप की है। बुधवार को क्षेत्र में भूमि समतलीकरण सहित साफ सफाई का काम पूरा किया गया।
कार्यदायी संस्था के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उदित जैन ने बताया कि निर्माण कार्य का शुभारंभ कंपनी के एमडी करेंगे। जून 2024 तक एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि दो चरणों में निर्माण होगा। जिसमें उन्नाव पैकेज लगभग 45. किमी व लखनऊ पैकेज लगभग 17 किमी है।
सदर तहसील क्षेत्र के मोहिद्दीनपुर, बेहटा, अमरसस, शिवपुरग्रांट, बंथर, जगेथा, नेवरना, कड़ेर, पतारी, आंटा, कोरारीकला, करौंदी, गौरीशंकरपुर ग्रांट, पाठकपुर, जरगांव, तौरा व अड़ेरुवा। हसनगंज तहसील के हिनौरा, हंसनापुर व बजेहरा। पुरवा तहसील के तूरी छविनाथ, रायपुर, मेदपुर, मनिकापुर, तूरीराजासाहब, बछौरा, सरइया, कांथा, कुदिकापुर, बीकामऊ, सहरावां और काशीपुर।
प्रशासनिक अधिकारी उदित जैन के मुताबिक, लखनऊ से मोहनलालगंज मार्ग पर बनी, उन्नाव रायबरेली मार्ग पर अचलगंज और उन्नाव कानपुर मार्ग पर करेरा पतारी के पास एक्सप्रेसवे पर फ्लाईओवर बनेगा। दही से मोहनलालगंज मार्ग पर एक्सप्रेसवे से कोई जुड़ाव नहीं होगा। कांथा गांव के पास टोल प्लाजा बनाया जाएगा। इसे अलावा 22 छोटे पुलों का भी निर्माण कराया जाएगा। नेवरना में गंगा एक्सपे्रसवे क्रास करेगा। इसलिए वहां पर जंक्शन का निर्माण होगा। इसके अलावा एक अन्य स्थान पर भी जंक्शन निर्माण प्रस्तावित है।
उन्नाव/असोहा। लखनऊ-कानपुर के बीच प्रस्तावित एलीवेटेड एक्सप्रेसवे (एनई-6) का निर्माण कार्य बृहस्पतिवार से असोहा के तौरा से शुरू होगा। निर्माण की जिम्मेदारी पीएनसी को दी गई है। मंगलवार को शुभारंभ कार्यक्रम की तैयारियों को पूरा किया गया। एक्सप्रेसवे पर जिले में दो जंक्शन, तीन फ्लाईओवर और एक टोल बैरियर भी बनेंगे।
एक्सप्रेसवे के लिए जिले के 32 गांवों के छह हजार किसानों की 380 हेक्टेअर भूमि अधिग्रहीत की गई है। 67 किमी लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण पीएनसी करेगी। संस्था ने सदर तहसील के तौरा के पास यार्ड बनाया है और मशीनें, मौरंग व गिट्टी आदि निर्माण सामग्री डंप की है। बुधवार को क्षेत्र में भूमि समतलीकरण सहित साफ सफाई का काम पूरा किया गया।
कार्यदायी संस्था के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उदित जैन ने बताया कि निर्माण कार्य का शुभारंभ कंपनी के एमडी करेंगे। जून 2024 तक एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि दो चरणों में निर्माण होगा। जिसमें उन्नाव पैकेज लगभग 45. किमी व लखनऊ पैकेज लगभग 17 किमी है।
सदर तहसील क्षेत्र के मोहिद्दीनपुर, बेहटा, अमरसस, शिवपुरग्रांट, बंथर, जगेथा, नेवरना, कड़ेर, पतारी, आंटा, कोरारीकला, करौंदी, गौरीशंकरपुर ग्रांट, पाठकपुर, जरगांव, तौरा व अड़ेरुवा। हसनगंज तहसील के हिनौरा, हंसनापुर व बजेहरा। पुरवा तहसील के तूरी छविनाथ, रायपुर, मेदपुर, मनिकापुर, तूरीराजासाहब, बछौरा, सरइया, कांथा, कुदिकापुर, बीकामऊ, सहरावां और काशीपुर।
प्रशासनिक अधिकारी उदित जैन के मुताबिक, लखनऊ से मोहनलालगंज मार्ग पर बनी, उन्नाव रायबरेली मार्ग पर अचलगंज और उन्नाव कानपुर मार्ग पर करेरा पतारी के पास एक्सप्रेसवे पर फ्लाईओवर बनेगा। दही से मोहनलालगंज मार्ग पर एक्सप्रेसवे से कोई जुड़ाव नहीं होगा। कांथा गांव के पास टोल प्लाजा बनाया जाएगा। इसे अलावा 22 छोटे पुलों का भी निर्माण कराया जाएगा। नेवरना में गंगा एक्सपे्रसवे क्रास करेगा। इसलिए वहां पर जंक्शन का निर्माण होगा। इसके अलावा एक अन्य स्थान पर भी जंक्शन निर्माण प्रस्तावित है।
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