कालाबाजारी: बांग्लादेश तक आगरा की नकली और नशे की दवाओं की सप्लाई, दो साल में 250 करोड़ रुपये की दवाएं जब्त

0
24

[ad_1]

सार

आगरा में नकली, सैंपल की दवाओं का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। वर्ष 2018 में फतेहाबाद में पुलिस और औषधि विभाग की टीम ने आठ हजार नकली इंजेक्शन के साथ चार लोगों को पकड़ा था। 

ख़बर सुनें

आगरा नकली और नशे की दवाओं की बड़ी मंडी बन चुकी है। देशभर में इनको खपाया जा रहा है। कफ सिरप की कालाबाजारी तो बांग्लादेश तक हो रही है। दो साल में कई अंतर्राज्यीय गैंग पकड़ में आ चुके हैं। साथ ही करीब 250 करोड़ रुपये कीमत की दवाओं को जब्त किया जा चुका है।
आगरा जिला केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आशू शर्मा का कहना है कि बीते दो साल में करीब 250 करोड़ रुपये की नकली-नशे की दवाएं पकड़ी जा चुकी हैं। यहां से एक नामी कंपनी का कफ सिरप की सबसे ज्यादा कालाबाजारी बिहार, बंगाल और बांग्लादेश तक है। यहां नशे के आदी लोग इसकी खरीद करते हैं। तीन गुना कीमत पर इसकी बिक्री होती है। गर्भपात किट की कालाबाजारी हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश में पुलिस ने पकड़ी थी। इसे भ्रूण लिंग जांच गैंग शामिल है। नशे और नकली दवाओं दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में है। इन राज्यों की पुलिस ने दवाओं की खेप पकड़ी और जांच भी चल रही है। इसमें विभागीय सांठगांठ है और उगाही के आरोप भी लगे हैं।
एक साल में पकड़े गए मामले
सर्जिकल की अवैध फैक्टरी

गढ़ी भदौरिया में सर्जिकल सामान की चार मंजिला अवैध फैक्टरी पकड़ी। इसका संचालक रंजन अग्रवाल छापे के वक्त गच्चा देकर फरार हो गया। इसमें पांच करोड़ से अधिक के ग्लव्स, मास्क, सेनेटरी पैड, यूरिन बैग समेत अन्य सर्जिकल सामान थे। 
नशे की दवाएं
पंजाब पुलिस कमला नगर में जितेंद्र अरोड़ा उफ विक्की और कपिल अरोड़ा बंधु को गिरफ्तार किया। इसके दो गोदामों को सील किया। ये नशे की दवाओं की अवैध बिक्री करते थे। पंजाब पुलिस के मुताबिक यह गैंग कई राज्यों में दवाएं खपाता था। 
नकली दवा
आवास विकास कॉलोनी में राजौरा बंधुओं को दवाओं की री-पैकिंग का खेल करते पकड़ा। आवास विकास कॉलोनी में दवाएं और गोदाम सील किया। इसका तार मथुरा से जुड़ा था, जहां पर एक दवा नकली भी बनाई जा रही थी। वहां से भी मशीनें और दवाएं जब्त कीं। मामला कोर्ट में है।
सरकारी दवाएं-नशे की दवाएं
पुलिस ने कमला नगर में पंकज गुप्ता का अंतर्राज्यीय गैंग पकड़ा। इसके गोदाम से सरकारी दवाएं भी मिलीं थीं। यह गैंग दवाओं की री-पैकिंग और नशे की दवाओं की बिक्री करता था। अब तक गैंग के 12 सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।
कफ सिरप
यमुनापार और सिकंदरा में कफ सिरप पकड़ में आए, इनको नशे के लिए बिक्री किया जाता था। देश के अलावा तस्करी से बांग्लादेश तक इसको खपाया जा रहा था। नशे के आदी लोग तीन गुना कीमत पर इसकी खरीद कर रहे थे। 

यह भी पढ़ें -  सफर की अधूरी खुशी: दिल्ली के सफर में अभी और झेलनी पड़ेगी सांसत, वंदेभारत की है उम्मीद

विस्तार

आगरा नकली और नशे की दवाओं की बड़ी मंडी बन चुकी है। देशभर में इनको खपाया जा रहा है। कफ सिरप की कालाबाजारी तो बांग्लादेश तक हो रही है। दो साल में कई अंतर्राज्यीय गैंग पकड़ में आ चुके हैं। साथ ही करीब 250 करोड़ रुपये कीमत की दवाओं को जब्त किया जा चुका है।

आगरा जिला केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आशू शर्मा का कहना है कि बीते दो साल में करीब 250 करोड़ रुपये की नकली-नशे की दवाएं पकड़ी जा चुकी हैं। यहां से एक नामी कंपनी का कफ सिरप की सबसे ज्यादा कालाबाजारी बिहार, बंगाल और बांग्लादेश तक है। यहां नशे के आदी लोग इसकी खरीद करते हैं। तीन गुना कीमत पर इसकी बिक्री होती है। गर्भपात किट की कालाबाजारी हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश में पुलिस ने पकड़ी थी। इसे भ्रूण लिंग जांच गैंग शामिल है। नशे और नकली दवाओं दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में है। इन राज्यों की पुलिस ने दवाओं की खेप पकड़ी और जांच भी चल रही है। इसमें विभागीय सांठगांठ है और उगाही के आरोप भी लगे हैं।

एक साल में पकड़े गए मामले

सर्जिकल की अवैध फैक्टरी


गढ़ी भदौरिया में सर्जिकल सामान की चार मंजिला अवैध फैक्टरी पकड़ी। इसका संचालक रंजन अग्रवाल छापे के वक्त गच्चा देकर फरार हो गया। इसमें पांच करोड़ से अधिक के ग्लव्स, मास्क, सेनेटरी पैड, यूरिन बैग समेत अन्य सर्जिकल सामान थे। 

नशे की दवाएं

पंजाब पुलिस कमला नगर में जितेंद्र अरोड़ा उफ विक्की और कपिल अरोड़ा बंधु को गिरफ्तार किया। इसके दो गोदामों को सील किया। ये नशे की दवाओं की अवैध बिक्री करते थे। पंजाब पुलिस के मुताबिक यह गैंग कई राज्यों में दवाएं खपाता था। 

नकली दवा

आवास विकास कॉलोनी में राजौरा बंधुओं को दवाओं की री-पैकिंग का खेल करते पकड़ा। आवास विकास कॉलोनी में दवाएं और गोदाम सील किया। इसका तार मथुरा से जुड़ा था, जहां पर एक दवा नकली भी बनाई जा रही थी। वहां से भी मशीनें और दवाएं जब्त कीं। मामला कोर्ट में है।

सरकारी दवाएं-नशे की दवाएं

पुलिस ने कमला नगर में पंकज गुप्ता का अंतर्राज्यीय गैंग पकड़ा। इसके गोदाम से सरकारी दवाएं भी मिलीं थीं। यह गैंग दवाओं की री-पैकिंग और नशे की दवाओं की बिक्री करता था। अब तक गैंग के 12 सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।

कफ सिरप

यमुनापार और सिकंदरा में कफ सिरप पकड़ में आए, इनको नशे के लिए बिक्री किया जाता था। देश के अलावा तस्करी से बांग्लादेश तक इसको खपाया जा रहा था। नशे के आदी लोग तीन गुना कीमत पर इसकी खरीद कर रहे थे। 

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here