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नयी दिल्ली:
सरकार स्पेक्ट्रम और अन्य बकाया राशि के भुगतान से संबंधित सभी ब्याज को इक्विटी में परिवर्तित करने के बाद वोडाफोन आइडिया में 33 प्रतिशत इक्विटी लेगी, जिससे यह टेलीकॉम फर्म में सबसे बड़ी शेयरधारक बन जाएगी।
कंपनी ने मार्केट फाइलिंग में कहा कि वोडाफोन आइडिया 16,133 करोड़ रुपये के बकाया को इक्विटी में बदलेगी और 10 रुपये के शेयर जारी करेगी।
वोडाफोन आइडिया ब्रिटेन के वोडाफोन समूह और आइडिया सेल्युलर की भारत इकाई का संयोजन है।
अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो के प्रवेश से भारत का दूरसंचार क्षेत्र बाधित हुआ, जिसने कुछ प्रतिद्वंद्वियों को बाजार से बाहर कर दिया। सरकार पर भारी बकाया ने दूरसंचार क्षेत्र की मुसीबतों को और बढ़ा दिया।
वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने पिछले साल जनवरी में सरकार को बकाया राशि को इक्विटी में बदलने की मंजूरी दी थी। सरकार ने अब इसे साफ कर दिया है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में आज वोडाफोन आइडिया के शेयर 6.89 रुपये पर बंद हुए, जो पिछले बंद से 1.03 प्रतिशत अधिक है। फाइलिंग बाजार के घंटों के बाद आई।
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