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उन्नाव। स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित आयुष्मान पखवाड़े में 55,700 लाभार्थियों के कार्ड बनाए गए। पखवाड़े में 11 लाख कार्ड बनाने का लक्ष्य था। लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति न देख डीएम ने कैंप को 15 दिन और बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। अब कार्ड कॉमन सर्विस सेंटर पर बनाए जाएंगे।
जिले में गोल्डन कार्ड बनाने के लिए चार मई से आयुष्मान पखवाड़े की शुरुआत हुई थी। पखवाड़े में 870 कैंप लगाए जाने थे। 11 लाख से अधिक लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य था लेकिन शुरुआत में वीएलई (ग्राम स्तर उद्यमी) ने रुचि नहीं दिखाई। इससे कार्ड बनाने की गति नहीं बढ़ पाई। डीएम के निर्देश के बाद पांच वीएलई पर रिपोर्ट दर्ज होने के बाद काम में तेजी आई। फिर सर्वर बाधा बना रहा। 18 मई तक चले आयुष्मान पखवाड़े में 55,700 आयुष्मान कार्ड बनाए गए। बता दें कि जिले में आयुष्मान कार्ड के लिए करीब 15 लाख लाभार्थी चिह्नित हैं। लेकिन अभी तक सिर्फ 4,31700 लाभार्थियों के की कार्ड बनाए गए हैं। लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति कम देखकर डीएम ने आयुष्मान पखवाड़े को 15 दिन और बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसमें थोड़ा सा बदलाव किया गया है। अभी तक गांव में जाकर वीएलई कैंप लगाते थे। लेकिन अब जिन ग्राम पंचायतों में कॉमन सर्विस सेंटर है और वीएलई तैनात हैं, वहीं कार्ड बनाए जाएंगे। लाभार्थियों को सेंटर तक पहुंचाने के लिए कोटेदार, पंचायत सहायक, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की ड्यूटी लगाई गई है। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि गोल्डन कार्ड बनाने के लिए समय बढ़ाया गया है।
उन्नाव। स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित आयुष्मान पखवाड़े में 55,700 लाभार्थियों के कार्ड बनाए गए। पखवाड़े में 11 लाख कार्ड बनाने का लक्ष्य था। लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति न देख डीएम ने कैंप को 15 दिन और बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। अब कार्ड कॉमन सर्विस सेंटर पर बनाए जाएंगे।
जिले में गोल्डन कार्ड बनाने के लिए चार मई से आयुष्मान पखवाड़े की शुरुआत हुई थी। पखवाड़े में 870 कैंप लगाए जाने थे। 11 लाख से अधिक लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य था लेकिन शुरुआत में वीएलई (ग्राम स्तर उद्यमी) ने रुचि नहीं दिखाई। इससे कार्ड बनाने की गति नहीं बढ़ पाई। डीएम के निर्देश के बाद पांच वीएलई पर रिपोर्ट दर्ज होने के बाद काम में तेजी आई। फिर सर्वर बाधा बना रहा। 18 मई तक चले आयुष्मान पखवाड़े में 55,700 आयुष्मान कार्ड बनाए गए। बता दें कि जिले में आयुष्मान कार्ड के लिए करीब 15 लाख लाभार्थी चिह्नित हैं। लेकिन अभी तक सिर्फ 4,31700 लाभार्थियों के की कार्ड बनाए गए हैं। लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति कम देखकर डीएम ने आयुष्मान पखवाड़े को 15 दिन और बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसमें थोड़ा सा बदलाव किया गया है। अभी तक गांव में जाकर वीएलई कैंप लगाते थे। लेकिन अब जिन ग्राम पंचायतों में कॉमन सर्विस सेंटर है और वीएलई तैनात हैं, वहीं कार्ड बनाए जाएंगे। लाभार्थियों को सेंटर तक पहुंचाने के लिए कोटेदार, पंचायत सहायक, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की ड्यूटी लगाई गई है। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि गोल्डन कार्ड बनाने के लिए समय बढ़ाया गया है।
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