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औरास। बयारीगांव में पिता की कोरोना से मौत का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर पंचायत सहायक की नौकरी हथियाने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बयारीगांव गांव निवासी ज्ञानेंद्र कुमार पुत्र स्व. सुखलाल के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर पंचायत सहायक पद पर नौकरी पाने की शिकायत गांव के आदर्श गुप्ता ने प्रशासन से की थी। तत्कालीन डीएम रविंद्र कुमार ने सीडीओ दिव्यांशुु पटेल को जांच के आदेश दिए थे। जांच में पता चला कि आरटीपीसीआर कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट का जो प्रमाण पत्र लगाया था वह किसी दूसरे का था। रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी।
इस पर सीडीओ ने परियोजना निदेशक को प्रधान और ग्राम सचिव से स्पष्टीकरण तलब करने को कहा। प्रधान और सचिव का दोष न मिलने पर ज्ञानेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया था। 12 सितंबर को ग्राम पंचायत सचिव शिवबरन सिंह ने ज्ञानेंद्र कुमार के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मंगलवार को औरास थाने के विवेचक दरोगा लक्ष्मण प्रसाद पांडेय ने ज्ञानेंद्र को पकड़ लिया।
औरास। बयारीगांव में पिता की कोरोना से मौत का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर पंचायत सहायक की नौकरी हथियाने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बयारीगांव गांव निवासी ज्ञानेंद्र कुमार पुत्र स्व. सुखलाल के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर पंचायत सहायक पद पर नौकरी पाने की शिकायत गांव के आदर्श गुप्ता ने प्रशासन से की थी। तत्कालीन डीएम रविंद्र कुमार ने सीडीओ दिव्यांशुु पटेल को जांच के आदेश दिए थे। जांच में पता चला कि आरटीपीसीआर कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट का जो प्रमाण पत्र लगाया था वह किसी दूसरे का था। रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी।
इस पर सीडीओ ने परियोजना निदेशक को प्रधान और ग्राम सचिव से स्पष्टीकरण तलब करने को कहा। प्रधान और सचिव का दोष न मिलने पर ज्ञानेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया था। 12 सितंबर को ग्राम पंचायत सचिव शिवबरन सिंह ने ज्ञानेंद्र कुमार के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मंगलवार को औरास थाने के विवेचक दरोगा लक्ष्मण प्रसाद पांडेय ने ज्ञानेंद्र को पकड़ लिया।
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