कोविड के डर के बीच ममता बनर्जी का बड़ा कदम – बंगाल के सरकारी अस्पतालों में 3,718 डेडिकेटेड बेड

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कोलकाता, 28 दिसम्बर (आईएएनएस)| कोविड-19 के ताजा डर के बीच, पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को विभिन्न सरकारी अस्पतालों में 3,718 बिस्तरों को तत्काल आरक्षित और कोविड-19 रोगियों के लिए समर्पित करने का फैसला किया।

राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ में मुख्य सचिव एचके द्विवेदी की अध्यक्षता में हुई कोविड-19 तैयारी बैठक में इस बाबत स्पष्ट निर्देश दिया गया। बैठक के बाद उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि हालांकि, इस समय राज्य में कोविड संबंधी प्रोटोकॉल लागू नहीं होंगे।

हालांकि बैठक में मुख्य सचिव ने उन लोगों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए जो नए सिरे से वायरस की चपेट में आ रहे हैं. साथ ही उन्होंने नए प्रभावित मरीजों की यथासंभव जीनोम सीक्वेंसिंग का भी निर्देश दिया।

पता चला है कि बैठक में मुख्य सचिव ने बूस्टर खुराक लेने में लोगों की अनिच्छा पर भी चिंता व्यक्त की, अभी तक केवल 26 प्रतिशत आबादी ने ही यह एहतियाती खुराक ली है.

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार राज्य में टीकों की कमी के बारे में केंद्र सरकार को सूचित करेगी और इसकी तत्काल आपूर्ति के लिए कहेगी।

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सोमवार को, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने घोषणा की कि तत्काल उपाय के रूप में प्रत्येक जिले के दो अस्पतालों में एक समर्पित कोरोना-यूनिट तैयार है। हालांकि चिकित्सा बिरादरी के एक वर्ग को कम से कम कोलकाता और उसके आस-पास के जिलों में कोविड के लिए समर्पित एक अस्पताल रखने की आवश्यकता महसूस होती है, राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को लगता है कि इस गिनती पर कोई भी कदम आने वाले दिनों में प्रकोप की गंभीरता पर निर्भर हो सकता है। आइए।

(उपरोक्त लेख समाचार एजेंसी आईएएनएस से लिया गया है। Zeenews.com ने लेख में कोई संपादकीय परिवर्तन नहीं किया है। समाचार एजेंसी आईएएनएस लेख की सामग्री के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है)

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