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उन्नाव। मानसून आने वाला है लेकिन सड़कें बदहाल पड़ी हैं। 30 जून तक मार्गों को गड्ढामुक्त करने की बात कही जा रही है लेकिन 11 दिन में क्या सभी मार्गों की मरम्मत हो पाएगी, ये बड़ा सवाल है। ग्रामीण इलाकों में तो स्थिति और खराब है। बारिश हुई तो जलभराव के बीच हादसों का डर भी रहेगा। लोगों का कहना है कि विभाग सिर्फ दिन गिना रहा है, गड्ढे भरते नजर नहीं आ रहे हैं।
पहाड़ पर चढ़ने जैसा लगता सफर
शीशी चौराहे से देवतारा गांव तक करीब नौ किमी लंबी लोक निर्माण विभाग की सड़क पर जगह-जगह गड्ढे होने से आवागमन करना मुश्किल हो गया है। इस मार्ग से पूराचांद, देवतारा, बिसवल, मर्दनखेड़ा, शिवबक्सखेड़ा, डल्लूखेड़ा, लहरू, ताल्ही, रामपुर खंझड़ी, बहादुरपुर खंझड़ी सहित दर्जनों गांवों के लोगों का आना-जाना होता है। शीशी चौराहे से लेकर पुरथ्यांवा, रामपुर खंझड़ी से लहरू तक और मर्दनखेड़ा से देवतारा तक पहुंचना तो पहाड़ पर चढ़ने जैसा है। बड़े-बड़े गड्ढों में वाहन फंस जाते हैं। 10 मिनट के सफर में एक घंटे लगते हैं।
चार माह में ही मरम्मत की उखड़ गई परत
औरास से लखनऊ के रहीमाबाद कस्बे तक जानी वाली 10 किमी लंबी सड़क बदहाल है। ये सड़क दो जिलों को जोड़ती है। इस पर गहरे गड्ढे चालकों के लिए मुसीबत बन गए हैं। आएदिन राहगीर सड़क पर गिरकर चुटहिल होते हैं। पीएमजीएसवाई से सड़क की मरम्मत फरवरी 2018 में कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने कराई थी। ग्रामीणों के मुताबिक सड़क चार माह में ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। रजनाखेड़ा, नंदौली, गेरूआ, रानीखेड़ा, भुडकुंडी, गांगन, बछौली, मुश्लयावां, टिकरा सामद, नसीरपुर सामद, नसीरपुर निमैचा, शिवपुरी और कटरा तरौना गांवों के लोगों को ब्लाक मुख्यालय औरास तक आने में परेशानी होती है।
औरास-मोहान रोड से बछौली संपर्क मार्ग जर्जर
औरास-मोहान रोड से बछौली संपर्क मार्ग की लंबाई करीब पांच किलोमीटर है। इस मार्ग से सालिकखेड़ा, शिवाला, भवनखेड़ा, मोरवा, बसंताखेड़ा सहित कई गांवों के लोग ब्लाक मुख्यालय औरास तक आवागमन करते हैं। मार्ग पर गड्ढों की भरमार है। आवागमन दुश्वारियों भरा है। औरास-अलीपुर मिचलौला मार्ग से औरास-मोहान रोड को जोड़ने वाली और मैनीभावा खेड़ा गांव तक जाने वाली रोड भी बदहाल है।
20 मिनट के रास्ते में एक घंटे लगते
बिसवल गांव के प्रधान कन्हैयालाल यादव ने बताया कि शीशी चौराहे से देवतारा तक बनी सड़क में गड्ढों की भरमार है। बरसात पूर्व यदि इस सड़क की मरम्मत न हुई तो आवागमन दूभर हो जाएगा। 20 मिनट का रास्ता तय करने में एक घंटे लग जाते हैं। दिन बीतते जा रहे हैं।
टिकरासामद पंचायत के पूर्व प्रधान और शिवपुरी गांव निवासी राम स्वरूप का कहना है औरास रहीमाबाद रोड खस्ताहाल होने से आवागमन खतरों से भरा है। आए दिन गड्ढों में गिरकर लोग चुटहिल होते रहते हैं।
पीडब्ल्यूडी की जितनी भी सड़कें खस्ताहाल हैं, उनके गड्ढे भरे जा रहे हैं। काफी सड़कों के गड्ढे भराए जा चुके हैं। 30 जून से पहले सड़कें गड्ढामुक्त कर दी जाएंगी। – हरदयाल अहिरवार, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी
उन्नाव। मानसून आने वाला है लेकिन सड़कें बदहाल पड़ी हैं। 30 जून तक मार्गों को गड्ढामुक्त करने की बात कही जा रही है लेकिन 11 दिन में क्या सभी मार्गों की मरम्मत हो पाएगी, ये बड़ा सवाल है। ग्रामीण इलाकों में तो स्थिति और खराब है। बारिश हुई तो जलभराव के बीच हादसों का डर भी रहेगा। लोगों का कहना है कि विभाग सिर्फ दिन गिना रहा है, गड्ढे भरते नजर नहीं आ रहे हैं।
पहाड़ पर चढ़ने जैसा लगता सफर
शीशी चौराहे से देवतारा गांव तक करीब नौ किमी लंबी लोक निर्माण विभाग की सड़क पर जगह-जगह गड्ढे होने से आवागमन करना मुश्किल हो गया है। इस मार्ग से पूराचांद, देवतारा, बिसवल, मर्दनखेड़ा, शिवबक्सखेड़ा, डल्लूखेड़ा, लहरू, ताल्ही, रामपुर खंझड़ी, बहादुरपुर खंझड़ी सहित दर्जनों गांवों के लोगों का आना-जाना होता है। शीशी चौराहे से लेकर पुरथ्यांवा, रामपुर खंझड़ी से लहरू तक और मर्दनखेड़ा से देवतारा तक पहुंचना तो पहाड़ पर चढ़ने जैसा है। बड़े-बड़े गड्ढों में वाहन फंस जाते हैं। 10 मिनट के सफर में एक घंटे लगते हैं।
चार माह में ही मरम्मत की उखड़ गई परत
औरास से लखनऊ के रहीमाबाद कस्बे तक जानी वाली 10 किमी लंबी सड़क बदहाल है। ये सड़क दो जिलों को जोड़ती है। इस पर गहरे गड्ढे चालकों के लिए मुसीबत बन गए हैं। आएदिन राहगीर सड़क पर गिरकर चुटहिल होते हैं। पीएमजीएसवाई से सड़क की मरम्मत फरवरी 2018 में कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने कराई थी। ग्रामीणों के मुताबिक सड़क चार माह में ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। रजनाखेड़ा, नंदौली, गेरूआ, रानीखेड़ा, भुडकुंडी, गांगन, बछौली, मुश्लयावां, टिकरा सामद, नसीरपुर सामद, नसीरपुर निमैचा, शिवपुरी और कटरा तरौना गांवों के लोगों को ब्लाक मुख्यालय औरास तक आने में परेशानी होती है।
औरास-मोहान रोड से बछौली संपर्क मार्ग जर्जर
औरास-मोहान रोड से बछौली संपर्क मार्ग की लंबाई करीब पांच किलोमीटर है। इस मार्ग से सालिकखेड़ा, शिवाला, भवनखेड़ा, मोरवा, बसंताखेड़ा सहित कई गांवों के लोग ब्लाक मुख्यालय औरास तक आवागमन करते हैं। मार्ग पर गड्ढों की भरमार है। आवागमन दुश्वारियों भरा है। औरास-अलीपुर मिचलौला मार्ग से औरास-मोहान रोड को जोड़ने वाली और मैनीभावा खेड़ा गांव तक जाने वाली रोड भी बदहाल है।
20 मिनट के रास्ते में एक घंटे लगते
बिसवल गांव के प्रधान कन्हैयालाल यादव ने बताया कि शीशी चौराहे से देवतारा तक बनी सड़क में गड्ढों की भरमार है। बरसात पूर्व यदि इस सड़क की मरम्मत न हुई तो आवागमन दूभर हो जाएगा। 20 मिनट का रास्ता तय करने में एक घंटे लग जाते हैं। दिन बीतते जा रहे हैं।
टिकरासामद पंचायत के पूर्व प्रधान और शिवपुरी गांव निवासी राम स्वरूप का कहना है औरास रहीमाबाद रोड खस्ताहाल होने से आवागमन खतरों से भरा है। आए दिन गड्ढों में गिरकर लोग चुटहिल होते रहते हैं।
पीडब्ल्यूडी की जितनी भी सड़कें खस्ताहाल हैं, उनके गड्ढे भरे जा रहे हैं। काफी सड़कों के गड्ढे भराए जा चुके हैं। 30 जून से पहले सड़कें गड्ढामुक्त कर दी जाएंगी। – हरदयाल अहिरवार, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी
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