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भारत विरोधी ताकतों द्वारा एक तथाकथित जनमत संग्रह पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र ने शुक्रवार को कहा कि उसने खालिस्तान समर्थक समूहों पर कनाडा को अपनी चिंताओं से अवगत करा दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ने भारत में कनाडाई मिशन के साथ-साथ ओटावा में कनाडा सरकार के साथ इस मामले को उठाया है।
बागची ने कहा, “भारत विरोधी तत्वों द्वारा तथाकथित जनमत संग्रह पर हमारी स्थिति सर्वविदित है। इसे कनाडा सरकार को अवगत करा दिया गया है। हमने इस जानकारी को पहले सार्वजनिक रूप से साझा किया है।”
वह इस मामले में एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, “हमने जनमत संग्रह के अगले चरण और कनाडा में भी अपनी चिंताओं को यहां दिल्ली में कनाडाई उच्चायोग के साथ उठाया है। हम इस मुद्दे को नई दिल्ली और ओटावा दोनों में उठाना जारी रखेंगे।”
सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने 6 नवंबर को टोरंटो के पास मिसिसॉगा में तथाकथित जनमत संग्रह का प्रस्ताव रखा है।
इस तरह का पहला अभ्यास 18 सितंबर को ब्रैम्पटन में आयोजित किया गया था।
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