खुलासा: PFI सदस्य अहमद बेग ने तीन करीबियों के बनवाये थे पासपोर्ट, एसटीएफ राडार पर

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मो. अहमद बेग।

मो. अहमद बेग।
– फोटो : amar ujala

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मदेयगंज के खदरा स्थित मक्कागंज से गिरफ्तार एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य व नदवा कालेज के पूर्व शिक्षक मो. अहमद बेग के करीबियों पर एटीएस की निगरानी शुरू हो गई है। बेग ने अपने तीन करीबियों के हाल में ही पासपोर्ट बनवाया था। एसटीएफ  की टीम तीनों के कुंडली खंगाल रही है। 

तीनों के कॉल डिटेल के आधार पर आधा दर्जन व अनय परिचितों का पूरी डिटेल जुटाने में टीम लग गई है। इसके लिए एसटीएफ की टीम मक्कागंज इलाके में कई बार गई और कुछ लोगों से पूछताछ की। वहीं एसटीएफ अहमद बेग को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।

एसटीएफ  ने तीन दिन पहले मक्कागंज से सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य अहमद बेग को गिरफ्तार किया था। वह पीएफआई का सदस्य भी रह चुका था। उसके बारे में यह पता चला था कि वह गुपचुप तरीके से विद्रोह फैलाने की साजिश रचने के साथ ही पीएफआई की सहयोगी संस्था के लिये फंड जुटाने में भी लगा हुआ है। 

अहमद से कई घंटे की पूछताछ में एसटीएफ को कई जानकारियां मिली थी। साथ ही उसके लैपटॉप व मोबाइल से कई ईमेल भी देखे गये। इनमें कई ईमेल को डिकोड कराया गया। एसटीएफ  का दावा है कि अहमद बेग ने कई युवाओं का ब्रेन वॉश कर डाला था। 

इनमें से कई लोगों को वह दिल्ली भी ले जा चुका है। अहमद की गिरफ्तारी के बाद उसके कई पड़ोसी हैरान रह गये थे। स्थानीय लोगों ने एसटीएफ  को बताया था कि अहमद कई बार अजीबोगरीब मुद्दे पर लंबी बहस करता था।

यह भी पढ़ें -  UP: बिकरू कांड के मुख्य मामले में सभी आरोपियों पर आरोप तय, बचाव पक्ष की सभी दलील खारिज, अगली सुनवाई 1 मार्च को

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मदेयगंज के खदरा स्थित मक्कागंज से गिरफ्तार एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य व नदवा कालेज के पूर्व शिक्षक मो. अहमद बेग के करीबियों पर एटीएस की निगरानी शुरू हो गई है। बेग ने अपने तीन करीबियों के हाल में ही पासपोर्ट बनवाया था। एसटीएफ  की टीम तीनों के कुंडली खंगाल रही है। 

तीनों के कॉल डिटेल के आधार पर आधा दर्जन व अनय परिचितों का पूरी डिटेल जुटाने में टीम लग गई है। इसके लिए एसटीएफ की टीम मक्कागंज इलाके में कई बार गई और कुछ लोगों से पूछताछ की। वहीं एसटीएफ अहमद बेग को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।

एसटीएफ  ने तीन दिन पहले मक्कागंज से सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य अहमद बेग को गिरफ्तार किया था। वह पीएफआई का सदस्य भी रह चुका था। उसके बारे में यह पता चला था कि वह गुपचुप तरीके से विद्रोह फैलाने की साजिश रचने के साथ ही पीएफआई की सहयोगी संस्था के लिये फंड जुटाने में भी लगा हुआ है। 

अहमद से कई घंटे की पूछताछ में एसटीएफ को कई जानकारियां मिली थी। साथ ही उसके लैपटॉप व मोबाइल से कई ईमेल भी देखे गये। इनमें कई ईमेल को डिकोड कराया गया। एसटीएफ  का दावा है कि अहमद बेग ने कई युवाओं का ब्रेन वॉश कर डाला था। 

इनमें से कई लोगों को वह दिल्ली भी ले जा चुका है। अहमद की गिरफ्तारी के बाद उसके कई पड़ोसी हैरान रह गये थे। स्थानीय लोगों ने एसटीएफ  को बताया था कि अहमद कई बार अजीबोगरीब मुद्दे पर लंबी बहस करता था।

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