खोदाई कराने के बाद भूले मरम्मत, शहरी परेशान

0
22

[ad_1]

ख़बर सुनें

उन्नाव। अमृत योजना के तहत जल निगम ने पूरे शहर की गलियों और मुख्य सड़कों को खोद दिया। पाइप लाइन डालने के बाद उनकी मरम्मत कराना भूल गया। इस समय 300 रास्ते ऐसे हैं, जिन पर आवागमन दूभर है। डीएम ने जल निगम के एक्सईएन को 15 दिन में सभी सड़कों व गलियों की मरम्मत कराने के निर्देश दिए हैं।
पांच वर्षों से शहर में अमृत पेयजल योजना के लिए पाइप लाइन डालने का काम किया जा रहा है। भूमिगत पाइप लाइन डालने के लिए शहर के हर वार्ड की गली और मुख्य सड़क को खोदा गया। लेकिन उसकी मरम्मत नहीं कराई गई। विरोध हुआ तो जल निगम के अधिकारियों ने कहा कि पाइप लाइनें सभी घरों तक पहुंच जाएंगी, उसके बाद सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी।
डीएम ने सख्ती बरती तो मुख्य मार्गों की तो फौरी तौर पर मरम्मत करा दी गई लेकिन गलियों की हालत बदतर है। शहर में 300 से अधिक गलियां गड्ढायुक्त हैं। डीएम रवींद्र कुमार ने जल निगम के एक्सईएन को 15 दिन में मरम्मत पूरी कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि आगे से जो भी सड़क खोदी जाए, उसकी मरम्मत के बाद ही दूसरी खोदी जाए।
जल निगम को कोस रहे लोग
एबी नगर को शहर का पॉश मोहल्ला माना जाता है। इस मोहल्ले का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखा गया है। यहां हाल ये है कि पूरे मोहल्ले की इंटरलॉकिंग उखाड़कर रख दी गईं। जिससे लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। गली खोद दी और फिर जल निगम के ठेकेदार चले गए। ऐसे में लोगों ने अपने निजी खर्चे से घर के पास की इंटरलॉकिंग दुरुस्त करा उसे चलने लायक बनाया है।

सड़क पर गड्ढा होने से आवागमन में होती मुश्किल। संवाद

सड़क पर गड्ढा होने से आवागमन में होती मुश्किल। संवाद– फोटो : UNNAO

यह भी पढ़ें -  शहर की बदलेगी सूरत, यूएसडीए का मास्टर प्लान मंजूर

उन्नाव। अमृत योजना के तहत जल निगम ने पूरे शहर की गलियों और मुख्य सड़कों को खोद दिया। पाइप लाइन डालने के बाद उनकी मरम्मत कराना भूल गया। इस समय 300 रास्ते ऐसे हैं, जिन पर आवागमन दूभर है। डीएम ने जल निगम के एक्सईएन को 15 दिन में सभी सड़कों व गलियों की मरम्मत कराने के निर्देश दिए हैं।

पांच वर्षों से शहर में अमृत पेयजल योजना के लिए पाइप लाइन डालने का काम किया जा रहा है। भूमिगत पाइप लाइन डालने के लिए शहर के हर वार्ड की गली और मुख्य सड़क को खोदा गया। लेकिन उसकी मरम्मत नहीं कराई गई। विरोध हुआ तो जल निगम के अधिकारियों ने कहा कि पाइप लाइनें सभी घरों तक पहुंच जाएंगी, उसके बाद सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी।

डीएम ने सख्ती बरती तो मुख्य मार्गों की तो फौरी तौर पर मरम्मत करा दी गई लेकिन गलियों की हालत बदतर है। शहर में 300 से अधिक गलियां गड्ढायुक्त हैं। डीएम रवींद्र कुमार ने जल निगम के एक्सईएन को 15 दिन में मरम्मत पूरी कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि आगे से जो भी सड़क खोदी जाए, उसकी मरम्मत के बाद ही दूसरी खोदी जाए।

जल निगम को कोस रहे लोग

एबी नगर को शहर का पॉश मोहल्ला माना जाता है। इस मोहल्ले का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखा गया है। यहां हाल ये है कि पूरे मोहल्ले की इंटरलॉकिंग उखाड़कर रख दी गईं। जिससे लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। गली खोद दी और फिर जल निगम के ठेकेदार चले गए। ऐसे में लोगों ने अपने निजी खर्चे से घर के पास की इंटरलॉकिंग दुरुस्त करा उसे चलने लायक बनाया है।

सड़क पर गड्ढा होने से आवागमन में होती मुश्किल। संवाद

सड़क पर गड्ढा होने से आवागमन में होती मुश्किल। संवाद– फोटो : UNNAO

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here