[ad_1]
उन्नाव। बरामदे में चारपाई पर सो रहे डेढ़ साल बेटे को गर्मी में करवटें बदलते देख पंखे की रफ्तार बढ़ाने गए पिता की करंट से मौत हो गई। अचानक हाई वोल्टेज आने से कई घरों के उपकरण भी जल गए। दो बच्चों के पिता की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। रिश्तेदारों ने दुखी परिजनों ने ढांढस बंधाया।
बीघापुर थानाक्षेत्र के महरामऊ गांव निवासी महेंद्र (35) मुंबई की एक एसी कंपनी में काम करते थे। उसे जिले में एसी फिटिंग व रिपेयरिंग करने का काम दिया गया था। रविवार की छुट्टी होने से वह घर पर था। दोपहर में वह पिता पुरुषोत्तम यादव व चाचा शिवपाल से बातचीत कर रहा था। इसी दौरान बरामदे में चारपाई पर लेटा उसका डेढ़ वर्षीय बेटा शौर्य गर्मी लगने से करवटें बदल रहा था। यह देख महेंद्र टेबल फैन को तेज करने के लिए पंखे में लगे स्विच को घुमा रहा था। उसी दौरान करंट की चपेट में वह आ गया। परिजन फौरन उसे सीएचसी ले गए। वहां डॉक्टर ने महेंद्र को मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत से मां रामजानकी, पत्नी अर्पणा व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक तीन भाइयों में बड़ा था। उधर, हाई वोल्टेज से कई घरों के बल्ब, पंखे और कूलर खराब हो गए।
घटना की जानकारी मिली है। विद्युत नियामक टीम से एक सप्ताह में मामले की जांच कराई जाएगी। हाई वोल्टेज अचानक आना विद्युतीय घटनाक्रम है। ट्रांसफार्मर में शार्ट सर्किट से हाई वोल्टेज आने का अंदेशा है। ग्रामीणों के पहले शिकायती पत्र दिए जाने की जानकारी नहीं है। इसकी भी जांच कराई जाएगी। अगर विभाग की कमी सामने आई तो पीड़ित परिवार को पांच लाख तक की आर्थिक मदद का भी प्रावधान है। उपेंद्र तिवारी, एक्सईएन द्वितीय
महेंद्र की मौत पर बिलखती परिवार की महिलाएं। संवाद– फोटो : UNNAO
उन्नाव। बरामदे में चारपाई पर सो रहे डेढ़ साल बेटे को गर्मी में करवटें बदलते देख पंखे की रफ्तार बढ़ाने गए पिता की करंट से मौत हो गई। अचानक हाई वोल्टेज आने से कई घरों के उपकरण भी जल गए। दो बच्चों के पिता की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। रिश्तेदारों ने दुखी परिजनों ने ढांढस बंधाया।
बीघापुर थानाक्षेत्र के महरामऊ गांव निवासी महेंद्र (35) मुंबई की एक एसी कंपनी में काम करते थे। उसे जिले में एसी फिटिंग व रिपेयरिंग करने का काम दिया गया था। रविवार की छुट्टी होने से वह घर पर था। दोपहर में वह पिता पुरुषोत्तम यादव व चाचा शिवपाल से बातचीत कर रहा था। इसी दौरान बरामदे में चारपाई पर लेटा उसका डेढ़ वर्षीय बेटा शौर्य गर्मी लगने से करवटें बदल रहा था। यह देख महेंद्र टेबल फैन को तेज करने के लिए पंखे में लगे स्विच को घुमा रहा था। उसी दौरान करंट की चपेट में वह आ गया। परिजन फौरन उसे सीएचसी ले गए। वहां डॉक्टर ने महेंद्र को मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत से मां रामजानकी, पत्नी अर्पणा व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक तीन भाइयों में बड़ा था। उधर, हाई वोल्टेज से कई घरों के बल्ब, पंखे और कूलर खराब हो गए।
घटना की जानकारी मिली है। विद्युत नियामक टीम से एक सप्ताह में मामले की जांच कराई जाएगी। हाई वोल्टेज अचानक आना विद्युतीय घटनाक्रम है। ट्रांसफार्मर में शार्ट सर्किट से हाई वोल्टेज आने का अंदेशा है। ग्रामीणों के पहले शिकायती पत्र दिए जाने की जानकारी नहीं है। इसकी भी जांच कराई जाएगी। अगर विभाग की कमी सामने आई तो पीड़ित परिवार को पांच लाख तक की आर्थिक मदद का भी प्रावधान है। उपेंद्र तिवारी, एक्सईएन द्वितीय
महेंद्र की मौत पर बिलखती परिवार की महिलाएं। संवाद– फोटो : UNNAO
[ad_2]
Source link